पौड़ीः जिला पंचायत सभागार में पंचायत की पहली बैठक हंगामेदार रही. सदन में जिला पंचायत सदस्यों द्वारा पिछले 5 सालों में किए गए कार्यों पर सवाल खड़ा किए गए. सदस्यों ने आरोप लगाया कि पूर्व में अधिकतर कार्य भ्रष्टाचार की भेंट चढ़े हैं, जिससे आने वाले समय में विकास कार्यो में तेजी आना संभव नहीं है.
अधिकतर जिला पंचायत सदस्यों ने बताया कि उनके क्षेत्र में हुए कार्यों में अनियमितता पाई गईं हैं. साथ ही जिला पंचायत की ओर से चडीगांव में पुल के निर्माण व मरम्मत के लिए 30 लाख रुपए की धनराशि भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई.
वहीं जिला पंचायत अध्यक्ष ने सभी सदस्यों की शिकायतों को सुनकर आश्वासन दिया है कि निष्पक्ष रुप से प्रत्येक मामलों की जांच करवाई जाएगी जो भी इन मामलों में संलिप्त पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
जिला पंचायत सदस्यों की पहली बैठक में सभी सदस्यों ने अपने-अपने क्षेत्रों में विकास कार्यों को लेकर प्रस्ताव भी दिए. साथ ही बैठक में भ्रष्टाचार के मुद्दे पर विशेष चर्चा की गई. खिर्सू की जिला पंचायत सदस्य आरती भंडारी ने बताया कि उनके क्षेत्र में सामान्य मरम्मत के लिए करीब 30 की धनराशि भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई इसकी जांच होनी चाहिए.
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साथ ही उन्होंने मांग की है कि जिला पंचायत में पिछले 5 सालों में हुए विकास कार्यों की पूरी सूची दी जाए, ताकि प्रत्येक विकास खंडों में विकास कार्यों की निष्पक्ष जांच करवाई जाए और जनपद पौड़ी का ईमानदारी के साथ विकास किया जा सके.