पौड़ी: कोट ब्लॉक में स्थित मां सीता और लक्ष्मण जी के मंदिर को धार्मिक पर्यटन के रूप में विकसित करने के लिए प्रदेश सरकार की ओर से लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. धार्मिक मान्यताओं को देखते हुए प्रदेश सरकार की ओर से इस क्षेत्र को सीता सर्किट के रूप में विकसित किया जाएगा. पौड़ी के विधायक ने बताया कि जिस तरह से अयोध्या में भगवान राम के मंदिर के बनने को लेकर लोगों में उत्साह है, उसी तरह यहां सीता माता का भव्य मंदिर बनने के बाद दूर-दूर से श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचेंगे.
इसके साथ ही पौड़ी विधायक मुकेश कोली बताया कि कुछ दिन पूर्व उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से मुलाकात कर उनसे प्रधानमंत्री के यहां आने का आग्रह किया. उनका कहना है एक बार प्रधानमंत्री को सीता सर्किट आने के लिए वक्त निकालना चाहिए. जिससे वह यहां की व्यव्सथाओं से भी वाकिफ हो सकें और यहां सीता माता मंदिर बनने की शुरुआत की जा सके.
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गौर हो कि, पौड़ी के कोट ब्लॉक के सीतोंसयूं क्षेत्र को सीता सर्किट के रूप में विकसित किया जा रहा है. धार्मिक मान्यताओं को देखते हुए प्रदेश सरकार की ओर से तेजी से कार्य किया जा रहा है. यहां की धार्मिक मान्यताओं को देखते हुए इसे धार्मिक पर्यटन के रूप में विकसित करने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है और अयोध्या में भगवान राम मंदिर की तरह ही यहां की मान्यता भी है.
इसलिए खास है सीतोंसयूं
उत्तराखंड से बहुत की पौराणिक कथा-कहानियां जुड़ी हैं. महाभारत में साफ वर्णित है कि पांडव उत्तराखंड होते हुए ही स्वर्गारोहण को गए थे. रामायण का भी उत्तराखंड से गहरा नाता रहा है. सीता माता का उत्तराखंड से विशेष रिश्ता रहा है. ऐसी मान्यता है कि सीतोंसयूं में ही मां सीता ने भू-समाधि ली थी. यहां सीता मंदिर, लक्ष्मण मंदिर और वाल्मीकि आश्रम मौजूद हैं. इन्हें 11वीं सदी का बताया जाता है.