कोटद्वार: नगर निगम के आउटसोर्सिंग सफाई कर्मियों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर निगम के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. कर्मचारी उसके बाद तहसील परिसर पहुंचे. यहां उन्होंने उप जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को मांग पत्र भेजा.
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नगर निगम के आउटसोर्सिंग सफाई कर्मियों का मांग है कि ठेकेदारी प्रथा बंद की जाए. आउटसोर्सिंग बंद की जाए. पुरानी पेंशन को बहाल किया जाए, क्योंकि इस आउटसोर्सिंग से सफाई कर्मचारियों का नुकसान हो रहा है. जिससे कर्मचारियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. नगर निगम में ठेकेदारी प्रथा चलाई गई है. ठेकेदार के द्वारा कर्मचारियों से 6 सौ रुपये प्रति माह काटे जा रहे है. 8,500 रुपये प्रतिमाह वेतन दिया जा रहा है. जिसमें से 13 प्रतिशत पीएफ काट दिया जाता है. जिसका कोई पता नहीं है यह पैसा कहा जमा है. आज 23 तारीख हो चुकी हैं, लेकिन पिछले महीने का वेतन अभी तक नहीं मिला. जिस कारण आउटसोर्सिंग कर्मचारियों के आगे रोजी-रोटी का संकट गहराने लगा है.