पौड़ी: मंगलवार को पौड़ी प्रेक्षागृह में युवाओं और किसानों को ऑस्कर के लिए नामित हुई लघु फिल्म मोतीबाग दिखाई गई. इस दौरान कृषि और ग्राम विकास से संबंधित विभाग के आला अधिकारी भी मौजूद रहे. इस फिल्म के माध्यम से पलायन और खेती को लेकर जो संदेश दिया है उसे युवाओं तक पहुंचाने का प्रयास किया गया. फिल्म के बाद जिलाधाकारी ने फिल्म के निर्माता और मुख्य नायक को सम्मानित किया. उन्होंने कहा कि लोगों को उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए.
कल्जीखाल ब्लॉक के सांगुड़ा गांव के रहने वाले 83 वर्षीय किसान विद्यादत्त शर्मा पर बनी लघु फिल्म मोतीबाग फिल्म के मुख्य नायक विद्यादत्त शर्मा के साथ सभी युवाओं को दिखाई गयी. इस दौरान विद्यादत्त शर्मा ने कहा कि वे आज के युवाओं ये संदेश देना चाहते हैं कि पहाड़ के जल, जंगल और जमीन को बचाने की जिम्मेदारी अब उन्हीं के हाथों में है.
पढ़ें-यूं ही नहीं बना उत्तराखंड, दशकों के संघर्ष और शहादतों के बाद मिली अलग पहचान
विद्यादत्त शर्मा ने कहा जो लोग बूढ़े हो चुके हैं वो अपनी जिम्मेदारी पूरी कर चुके हैं. उन्होंने कहा कि युवा खेती, पशुपालन की मदद से अच्छा रोजगार पा सकते हैं. विद्यादत्त शर्मा ने कहा कि पहाड़ की हवा और पहाड़ की मिट्टी बहुत ही लाभदायक है, इसलिए जो लोग गांव छोड़कर शहरों में कम पैसे में नौकरी कर रहे हैं वे वापस लौट कर यहां से अच्छी आमदनी कमा सकते हैं.
पढ़ें-मानव श्रृंखला के बीच वाहन लेकर जीरो जोन में घुसे लोग, जमकर उड़ी नियमों की धज्जियां
पौड़ी जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने कहा कि ये विद्यादत्त शर्मा के पहाड़ के प्रति प्रेम और उनकी मेहनत का ही नतीजा है जो आज उन पर बनी फिल्म ऑस्कर के लिए नामित हुई है. उन्होंने कहा कि कठिन परिस्थितियों के बाद भी उनका हौसला कायम रहा. अधिक उम्र होने के बाद भी उनका जोश पहाड़ों के लिए कम नहीं हुआ.