श्रीनगरः हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय आज से दोबारा कार्यवाहक कुलसचिव के हवाले हो गया है. पूर्णकालिक कुलसचिव डॉ अजय खंडूड़ी के निर्धारित समय से पहले अपने मूल संस्थान यूजीसी (विश्वविद्यालय अनुदान आयोग) लौटने की वजह से यह पद खाली हो गया था. विवि की कुलपति ने एक बार फिर प्रो एनएस पंवार को कार्यवाहक कुलसचिव की जिम्मेदारी दी है.
गढ़वाल विवि में कुलसचिवों का कार्यकालः साल 2009 में एचएनबी गढ़वाल विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा मिलने के बाद डॉ अजय खंडूड़ी ने तीसरे पूर्णकालिक कुलसचिव के तौर पर 21 दिसंबर 2020 को पदभार ग्रहण किया था. उनकी विवि अनुदान आयोग से डेपुटेशन पर नियुक्ति हुई थी. उन्हें केंद्रीय विवि अधिनियम के मुताबिक, पांच साल या अधिकतम उम्र सीमा 62 वर्ष तक कार्यकाल पूर्ण करना था. उम्र सीमा के अनुसार उनका अभी करीब डेढ़ साल का कार्यकाल बचा हुआ था, लेकिन उन्होंने दिसंबर 2022 के अंतिम सप्ताह में त्यागपत्र दे दिया. एक माह की नोटिस अवधि पूरा होने के बाद जनवरी को वे रिलीव हो गए.
अब तक ये संभाल चुके कुलसचिव का पदभारः बता दें कि साल 2009 में केंद्रीय विवि बनने के बाद प्रो एआर नौटियाल को कार्यवाहक कुलसचिव बनाया गया था. इसके बाद दिसंबर 2009 में तीन साल के लिए पूर्णकालिक कुलसचिव डॉ यूएस रावत आए. जबकि, 2012 से 2015 तक प्रो पीएस राणा कार्यवाहक कुलसचिव रहे. वहीं, मई 2015 से मई 2020 तक पूर्णकालिक कुलसचिव पद पर डॉ एके झा की तैनाती रही. इसके बाद मई 2020 से दिसंबर 2020 तक प्रो एनएस पंवार कार्यवाहक कुलसचिव रहे. 21 दिसंबर 2020 को यूजीसी में संयुक्त सचिव पद पर तैनात डॉ. खंडूड़ी की कुलसचिव पद पर स्थायी नियुक्ति हुई.
कुलसचिव ने गिनाई अपनी प्राथमिकताएंः वहीं, आज प्रो. एनएस पंवार ने अपना कार्यभार ग्रहण करते हुए कहा कि वे विवि की लैबों को जल्द ठीक करवाएंगे. इसके लिए बजट का प्रावधान किया जाएगा. साथ ही कहा कि विवि में कर्मचारियों की कमी को दूर करने के लिए विभिन्न पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया शुरू की जा रही है. जल्द ही इस सबंध में विज्ञप्ति जारी की जाएगी. खाली चल रहे अधिकारियों के पदों पर भी नियुक्ति के संबंध में विज्ञप्ति जारी की जा रही है. जल्द ही कुलसचिव, परीक्षा नियंत्रक के पद को भर दिया जाएगा.
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