कोटद्वार: कोटद्वार में भूमि पर अवैध अतिक्रमण मामले में शहरी विकास अनुभाग ने मेयर हेमलता नेगी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. मामला नगर निगम 2018 के वक्त का है, जब मेयर प्रत्याशी हेमलता नेगी पर कोटद्वार की भूमि पर अवैध अतिक्रमण का आरोप लगा था. इस पूरे मामले की जांच पौड़ी गढ़वाल के मुख्य विकास अधिकारी द्वारा की गई थी. तब ये जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी गढ़वाल द्वारा शासन को उपलब्ध कराई थी. जिसमें हेमलता नेगी पर लगे आरोप सही साबित हुए है.
नगर निगम कोटद्वार के मेयर हेमलता नेगी को आशीष किमोठी, संजय ध्यानी और मुजीब नैथानी की शिकायत पर शहरी विकास अनुभाग के अपर सचिव विनोद कुमार सुमन के द्वारा कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है.
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ये था पूरा मामला
2018 में नगर निगम कोटद्वार के मेयर पद पर हो रहे चुनाव के नामांकन के दौरान नगर निगम कोटद्वार के द्वारा रिटर्निंग ऑफिसर ने पार्षद को अवगत कराया था कि हेमलता नेगी ने कोटद्वार नगर क्षेत्र में अतिक्रमण किया है. लेकिन उस दौरान रिटर्निंग ऑफिसर द्वारा नगर क्षेत्र में मेयर प्रत्याशियों के अतिक्रमण को वैध नहीं माना गया और उनको चुनाव लड़ने की क्लीन चिट दे दी गई. इसके बाद लोवर कालावर निवासी आशीष किमोठी, संजय ध्यानी और मुजीब नैथानी ने शहरी विकास अनुभाग में मामले की शिकायत की. जिस पर शहरी विकाश अनुभाग ने मेयर हेमलता नेगी को कारण बताओ नोटिस जारी कर 15 दिनों के भीतर अतिक्रमण के बारे में स्पष्टीकरण देने को कहा है.