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कोटद्वार: अतिक्रमण मामले में मेयर हेमलता नेगी को कारण बताओ नोटिस जारी - kotdwar news

कोटद्वार में मेयर हेमलता नेगी को कोटद्वार नगर में अतिक्रमण मामले में कारण बताओ नोटिस जारी हुआ है.

अतिक्रमण मामले में मेयर हेमलता नेगी को कारण बताओ नोटिस जारी
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Published : Nov 6, 2019, 11:41 PM IST

कोटद्वार: कोटद्वार में भूमि पर अवैध अतिक्रमण मामले में शहरी विकास अनुभाग ने मेयर हेमलता नेगी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. मामला नगर निगम 2018 के वक्त का है, जब मेयर प्रत्याशी हेमलता नेगी पर कोटद्वार की भूमि पर अवैध अतिक्रमण का आरोप लगा था. इस पूरे मामले की जांच पौड़ी गढ़वाल के मुख्य विकास अधिकारी द्वारा की गई थी. तब ये जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी गढ़वाल द्वारा शासन को उपलब्ध कराई थी. जिसमें हेमलता नेगी पर लगे आरोप सही साबित हुए है.

कोटद्वार मेयर हेमलता नेगी को कारण बताओ नोटिस जारी.


नगर निगम कोटद्वार के मेयर हेमलता नेगी को आशीष किमोठी, संजय ध्यानी और मुजीब नैथानी की शिकायत पर शहरी विकास अनुभाग के अपर सचिव विनोद कुमार सुमन के द्वारा कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है.

notice issued
अतिक्रमण मामले में मेयर हेमलता नेगी को कारण बताओ नोटिस जारी

पढ़ेंः नैनीताल के तीन युवाओं ने शुरू की 15 हजार km की साइकिल यात्रा, लिम्का बुक में दर्ज कराएंगे नाम

ये था पूरा मामला
2018 में नगर निगम कोटद्वार के मेयर पद पर हो रहे चुनाव के नामांकन के दौरान नगर निगम कोटद्वार के द्वारा रिटर्निंग ऑफिसर ने पार्षद को अवगत कराया था कि हेमलता नेगी ने कोटद्वार नगर क्षेत्र में अतिक्रमण किया है. लेकिन उस दौरान रिटर्निंग ऑफिसर द्वारा नगर क्षेत्र में मेयर प्रत्याशियों के अतिक्रमण को वैध नहीं माना गया और उनको चुनाव लड़ने की क्लीन चिट दे दी गई. इसके बाद लोवर कालावर निवासी आशीष किमोठी, संजय ध्यानी और मुजीब नैथानी ने शहरी विकास अनुभाग में मामले की शिकायत की. जिस पर शहरी विकाश अनुभाग ने मेयर हेमलता नेगी को कारण बताओ नोटिस जारी कर 15 दिनों के भीतर अतिक्रमण के बारे में स्पष्टीकरण देने को कहा है.

कोटद्वार: कोटद्वार में भूमि पर अवैध अतिक्रमण मामले में शहरी विकास अनुभाग ने मेयर हेमलता नेगी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. मामला नगर निगम 2018 के वक्त का है, जब मेयर प्रत्याशी हेमलता नेगी पर कोटद्वार की भूमि पर अवैध अतिक्रमण का आरोप लगा था. इस पूरे मामले की जांच पौड़ी गढ़वाल के मुख्य विकास अधिकारी द्वारा की गई थी. तब ये जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी गढ़वाल द्वारा शासन को उपलब्ध कराई थी. जिसमें हेमलता नेगी पर लगे आरोप सही साबित हुए है.

कोटद्वार मेयर हेमलता नेगी को कारण बताओ नोटिस जारी.


नगर निगम कोटद्वार के मेयर हेमलता नेगी को आशीष किमोठी, संजय ध्यानी और मुजीब नैथानी की शिकायत पर शहरी विकास अनुभाग के अपर सचिव विनोद कुमार सुमन के द्वारा कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है.

notice issued
अतिक्रमण मामले में मेयर हेमलता नेगी को कारण बताओ नोटिस जारी

पढ़ेंः नैनीताल के तीन युवाओं ने शुरू की 15 हजार km की साइकिल यात्रा, लिम्का बुक में दर्ज कराएंगे नाम

ये था पूरा मामला
2018 में नगर निगम कोटद्वार के मेयर पद पर हो रहे चुनाव के नामांकन के दौरान नगर निगम कोटद्वार के द्वारा रिटर्निंग ऑफिसर ने पार्षद को अवगत कराया था कि हेमलता नेगी ने कोटद्वार नगर क्षेत्र में अतिक्रमण किया है. लेकिन उस दौरान रिटर्निंग ऑफिसर द्वारा नगर क्षेत्र में मेयर प्रत्याशियों के अतिक्रमण को वैध नहीं माना गया और उनको चुनाव लड़ने की क्लीन चिट दे दी गई. इसके बाद लोवर कालावर निवासी आशीष किमोठी, संजय ध्यानी और मुजीब नैथानी ने शहरी विकास अनुभाग में मामले की शिकायत की. जिस पर शहरी विकाश अनुभाग ने मेयर हेमलता नेगी को कारण बताओ नोटिस जारी कर 15 दिनों के भीतर अतिक्रमण के बारे में स्पष्टीकरण देने को कहा है.

Intro:summary कोटद्वार नगर निगम के 2018 के चुनाव के दौरान कोटद्वार नगर की मेयर प्रत्यशी हेमलता नेगी का कोटद्वार की भूमि पर अवैध अतिक्रमण पाया गया था, जिसकी जांच मुख्य विकास अधिकारी पौड़ी गढ़वाल के द्वारा की गई थी, तब यह जांच जिलाधिकारी गढ़वाल द्वारा शासन को उपलब्ध कराई थी, जिसमें नगर निगम कोटद्वार क्षेत्र अंतर्गत हेमलता नेगी का अतिक्रमण किया जाना सुनिश्चित पाया गया था, जिस पर शहरी विकास अनुभाग के द्वारा हेमलता नेगी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया।


intro kotdwar नगर निगम कोटद्वार के मेयर हेमलता नेगी को आशीष किमोठी, संजय ध्यानी और मुजीब नैथानी की शिकायत पर शहरी विकास अनुभाग के अपर सचिव विनोद कुमार सुमन के द्वारा कारण बताओ नोटिस जारी कर 15 दिनों के अंदर शासन को नगर निगम कोटद्वार के अंतर्गत हुए अतिक्रमण के संबंध में जिलाधिकारी गढ़वाल के उक्त पत्र दिनांक 31 अगस्त 2019 की छाया प्रति समस्त सलग्नको सहित प्रेषित करते हुए आप को निर्देशित किया जाता है कि जांच आख्या में वर्णित अनियमितताओं के संबंध में अपना लिखित अभिकथन स्पष्टीकरण सुनिश्चित करे, यदि निर्धारित समय अंतर्गत लिखित स्पष्टीकरण प्राप्त नहीं होता है तो समझा जाएगा कि प्रश्नगत प्रकरण में आपको कुछ नहीं कहना उपलब्ध अभिलेखों के आधार पर आप के विरुद्ध नगर निगम अधिनियम 1959 की सुसंगत धाराओं के अंतर्गत नियमों पर कार्यवाही प्रारंभ कर दी जाएगी।


Body:वीओ1- बता दें कि 2018 के नगर निगम कोटद्वार के मेयर पद पर हो रहे चुनाव के नामांकन के दौरान नगर निगम कोटद्वार के द्वारा रिटर्निंग ऑफिसर नियर एवं रिटर्निंग ऑफिसर पार्षद को प्रेषित कर अवगत कराया था कि हेमलता ने की पत्नी श्री सुरेंद्र सिंह नेगी के नाम पर कोटद्वार नगर क्षेत्र में अतिक्रमण साबित हुआ है, लेकिन उस दौरान रिटर्निंग ऑफिसर के द्वारा नगर क्षेत्र में मेयर प्रत्याशियों के अतिक्रमण को वैध नहीं माना और उनको चुनाव लड़ने की क्लीन चिट दे दी थी जिसकी शिकायत आशीष किमोठी निवासी लोवर कालावर व संजय ध्यानी मुजीब नैथानी के द्वारा शिकायत शहरी विकास अनुभाग उत्तराखंड शासन में की थी, जिस पर शहरी विकाश अनुभाग के द्वारा मेयर हेमलता नेगी को कारण बताओ नोटिस जारी कर 15 दिनों के भीतर अतिक्रमण के बारे में स्पष्टीकरण सुनिशिचत करने को कहा।

बाइट मुजीब नैथानी शिकायत कर्ता।


Conclusion:
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