पौड़ी: धामी सरकार ने हाल ही अपना एक साल का कार्यकाल पूरा किया, जिसको लेकर प्रदेश भर में जश्न भी मनाया गया. भाजपा और सरकार उपलब्धियों का बखान करते थकते नहीं दिख रही है. वहीं, इस मौके पर एक साल नई मिसाल का नारा भी दिया गया, लेकिन राजनीति में वादों का हकीकत से दूर-दूर तक कोई वास्ता नहीं होता है. तभी तो लोक निर्माण विभाग के मंत्री सतपाल महाराज ने उत्तराखंड की सड़कों को गड्ढा मुक्त करने का वादा किया था, लेकिन धरातल पर उनके विधानसभा के कई गांवों में आज तक सड़क भी नहीं पहुंची है.
गौरतलब है कि पिछले ही दिनों गैरसैंण में बजट सत्र आयोजित किया गया था. इस दौरान कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने प्रदेश की सड़कों को गड्ढा मुक्त करने का दावा किया था, लेकिन आज भी पहाड़ और उनके विधानसभा चौबट्टाखाल के कई गांवों को सड़क तक नसीब नहीं है. यह आलम तब है जब सतपाल महाराज चौबट्टाखाल से विधायक होने के साथ लोक निर्माण विभाग के मंत्री भी हैं.
वहीं, सड़क नहीं होने से गांव में अगर किसी बुजुर्ग या गर्भवती की तबीयत बिगड़ जाए तो अस्पताल पहुंचने से पहले वो दम तोड़ देते हैं. सतपाल महाराज के विधानसभा क्षेत्र में पोखड़ा ब्लॉक के ग्राम सभा गडरी के संदणा गांव के लोग सड़क सुविधा से वंचित हैं. इसको लेकर ग्रामीण विभागों और दफ्तरों के चक्कर लगा लगाकर थक चुके हैं, लेकिन 10 सालों से सड़क की मांग कर रहे ग्रामीणों की आवाज सुनने वाला नहीं कोई अधिकारी और नहीं मंत्री. हद तो तब हो गयी जब पिछले दिनों अस्पताल जाने के क्रम में एक महिला ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया.
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जब सीएम पोर्टल पर ग्रामीणों ने अपनी परेशानी को लेकर शिकायत दर्ज कराई, तब जाकर प्रशासन की नींद टूटी. आनन-फानन में प्रशासन ने ग्रामीणों की जिलाधिकारी डॉ आशीष चौहान से बात करवाई. अब डीएम ने भी एक बार फिर से ग्रामीणों को सड़क पहुंचाने का आश्वासन दिया है. ग्रामीणों की मानें तो पिछले 8-10 सालों से गांव में सड़क पहुंचाने को लेकर कई बार स्थानीय विधायक और लोनिवि मंत्री सतपाल महाराज से लेकर शासन प्रशासन तक के वे चक्कर काटते-काटते थक गए हैं, लेकिन आज तक उनके गांव तक सड़क नहीं पहुंच पायी है.
ग्रामीण जगदीश नेगी ने कहा संदणा-तैराण-छोयाधार मोटर मार्ग के निर्माण के लिए कई बार काबीना मंत्री सतपाल महाराज से मुलाकात की गई. इससे पूर्व 2017 में भी सतपाल महाराज ने इसी मोटर मार्ग के निर्माण की घोषणा की थी. उन्होंने दमदेवल से संदणा-तैराणा-छोयाधार मोटर मार्ग को स्वीकृत किया था. जो करीब 3 किमी लंबी थी, लेकिन तब से आज तक उस मोटर मार्ग का दो बार सर्वे के अलावा कुछ नहीं हो पाया.
उन्होंने बताया गांव में सड़क सुविधा नहीं होने के चलते लोगों को पलायन और स्वास्थ्य समस्याओं की दोहरी मार झेलनी पड़ रही है. कुछ दिन पूर्व गांव की एक महिला को इलाज के लिए डंडी-कंडी के माध्यम से पैदल अस्पताल पहुंचाया जा रहा था, लेकिन सड़क नहीं होने के चलते महिला ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया. ग्रामीणों का कहना है कि जल्द ही गांव को सड़क से नहीं जोड़ा गया तो, वे लोग उग्र आंदोलन करने को बाध्य होंगे.
वहीं, पौड़ी डीएम डॉ आशीष चौहान ने कहा संदणा गांव के ग्रामीणों की सड़क की मांग को लेकर लोनिवि विभाग को कार्रवाई के लिए कहा गया है. जल्द ही विभाग द्वारा क्षेत्र में सर्वे करने के बाद रोड कटिंग का कार्य शुरू किया जाएगा.