श्रीनगर: पतंजलि सेवाश्रम के निकट अलकनंदा तट पर संत मोरारी बापू ने योगगुरु बाबा रामदेव व आचार्य बालकृष्ण के साथ योगाभ्यास किया. पतंजलि आश्रम हरिद्वार व देवप्रयाग के योग साधकों ने भी इस योगाभ्यास में भाग लिया. इस दौरान बाबा रामदेव ने कहा कि हरिद्वार में योग, आयुर्वेद, आध्यात्म के विश्व भर में प्रचार प्रसार के लिए विश्वविद्यालय का निर्माण किया जाएगा.
पतंजलि सेवाश्रम में मानस देवप्रयाग रामकथा कर रहे संत मोरारी बापू ने योगगुरु बाबा रामदेव के साथ योगाभ्यास किया. अलकनंदा तट पर योग गुरु ने संत मोरारी बापू को प्राणायाम, अनुलोम-विलोम, कपालभाति का अभ्यास करवाया. संत मोरारी बापू ने कहा कोरोना काल में योग ने लोगों को सकारात्मकता से जोड़े रखने का कार्य किया है. उन्होंने कहा आज गंगा व योग का अद्भुत संगम हुआ है.
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बाबा रामदेव ने इस मौके पर पतंजलि सेवाश्रम में साधुओं, साध्वियों, ब्रह्म कुमारी व कुमारों के साथ संत मुरारी बापू का अभिनंदन भी किया. उन्होंने कहा रामकथा के माध्यम से मोरारी बापू ने कोरोना काल में करोड़ों लोगों के भीतर की निराशा, नकारात्मकता को मिटाया है. रामकथा मनोरजंन नहीं बल्कि जीवन व राष्ट्र निर्माण का अनुष्ठान भी है. बाबा रामदेव ने कहा भारतीय योग, आयुर्वेद, आध्यात्म के विश्व भर में प्रचार- प्रसार हेतु हरिद्वार में विश्वविद्यालय का निर्माण होगा.
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इसमें विश्वविद्यालय में विश्व के दो सौ देशों के लगभग पांच हजार विद्यार्थियों को संस्कृत के माध्यम से वेद, आयुर्वेद, दर्शन सहित विज्ञान की शिक्षा भी दी जायेगी, जबकि दो हजार छात्र-छात्राओं के लिए एक और गुरुकुलम का निर्माण किया जा रहा है.