कोटद्वार: कुछ दिन पहले एक एनजीओ संचालक अनुकृति गुसाईं ने लैंसडाउन से बीजेपी विधायक दिलीप रावत पर काम नहीं करने के आरोप लगाए थे, जिसपर विधायक दिलीप रावत ने कहा कि यह लोकतंत्र है. कोई कुछ भी कह सकता है. मेरे विकास कार्यों का प्रमाण-पत्र वहां की जनता ने देना है, किसी व्यक्ति विशेष को नहीं.
विधायक दिलीप रावत ने कहा है कि उनकी किसी से कोई शिकायत नहीं है और ना ही वो किसी से उपेक्षा रखते हैं. उन्होंने कहा कि वो किसी व्यक्ति विशेष की बातों का जवाबदेही नहीं हैं, सिर्फ अपनी विधानसभा की जनता की जवाबदेही है. चुनाव के दौरान जनता के सामने अपने 10 सालों के कार्यकाल में हुए विकास कार्यों की बात रखूंगा. अगर कोई व्यक्ति विशेष विगत 10 सालों में लैंसडाउन विधानसभा में विकास कार्यों के बारे में बात करता है, तो इसका मेरे पास जवाब देने के लिए समय नहीं है.
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बता दें, कुछ दिन पहले कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत की बहू अनुकृति गुसाई ने दिलीप रावत के 10 सालों के कार्यकाल पर सवाल उठाये थे. उन्होंने कहा था कि विगत 10 सालों में लैंसडाउन विधानसभा शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, रोजगार से वंचित है. अनुकृति गुसाईं ने कहा था कि आज तमाम महिलाएं स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं मिलने के कारण अपनी जान गंवा रहीं हैं. अच्छी सड़कों से लेकर रोजगार और शिक्षा व्यवस्था तक भी लोगों को लैंसडाउन विधानसभा में नहीं मिल पा रही है. दरअसल, अनुकृति एक एनजीओ चलाती हैं और उनकी लैंसडाउन से विधानसभा चुनाव लड़ने की चर्चाएं इनदिनों आम है.