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प्रवासियों को क्वारंटाइन करना ग्राम प्रधानों के लिये बना चुनौती, अपने जेब खर्चे से कर रहे व्यवस्था

पौड़ी में ग्राम प्रधानों के लिये प्रवासियों को क्वारंटाइन करने की जिम्मेदारी किसी मुसीबत से कम नहीं है. सरकार की तरफ से ग्राम प्रधानों के खाते में पैसे भेजने की घोषणा की गयी है. बावजूद ग्राम प्रधानों तक कोई भी आर्थिक सहायता नहीं पहुंचायी गयी है.

pauri gram pradhan
प्रवासियों को क्वारंटाइन करना ग्राम प्रधानों के लिये बना चुनौती.
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Published : May 23, 2020, 4:00 PM IST

Updated : May 23, 2020, 7:18 PM IST

पौड़ी: प्रदेश में ग्रामीण क्षेत्रों में प्रवासियों को क्वारंटाइन करने की जिम्मेदारी ग्राम प्रधानों को सौंपी गयी है. साथ ही ग्राम प्रधानों की तरफ से व्यवस्था करने को लेकर सरकार की तरफ से ग्राम प्रधानों के खातों में धनराशी जमा करने की घोषणा की गयी है. वहीं, पौड़ी में ग्राम प्रधानों का कहना है कि उनके खातों में अभी तक एक रुपया भी नहीं भेजा गया है.

पौड़ी में ग्राम प्रधानों ने बताया कि अभी उनके खाते भी नहीं खोले गये हैं. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की तरफ से घोषणा के बावजूद भी धरातल पर कोई लाभ नहीं मिल रहा है. ग्राम प्रधानों का कहना है कि अधिकतर स्कूलों में लाइट की उचित व्यवस्था नहीं है. जिसके बाद वे अपनी जेब से खर्च कर इंतजाम कर रहे हैं.

प्रवासियों को क्वारंटाइन करना ग्राम प्रधानों के लिये बना चुनौती.

पढ़ें: पौड़ी: मास्क बनाकर कई महिलाओं को मिला रोजगार

पौड़ी में प्रवासियों की उचित व्यवस्था न होना ग्राम प्रधानों के लिये एक बड़ी समस्या है. ऐसे में राज्य सरकार की तरफ से ग्राम प्रधानों तक कोई मदद नहीं पहुंचायी जा रही है. ग्राम प्रधान विजयदर्शन बिष्ट ने बताया कि सरकार की तरफ से धनराशी न मिलने के बावजूद वे प्रवासियों की व्यवस्था के लिये इंतजाम कर रहे हैं. वहीं, सरकार सिर्फ घोषणाएं कर वाहवाही लूटने का काम कर रही है.

कांग्रेसी नेता राजपाल बिष्ट ने बताया कि सरकार के कुछ मंत्री लगातार बयान दे रहे हैं कि सरकार की ओर से ग्राम प्रधानों के खातों में धनराशि भेजी गई है. वहीं, ग्राम प्रधान अपने जेब से पैसे खर्च कर प्रवासियों को क्वारंटाइन करने की व्यवस्था कर रहे हैं. बावजूद प्रवासी ग्राम प्रधानों पर पैसे गबन करने तक का आरोप लगा रहे हैं.

पौड़ी: प्रदेश में ग्रामीण क्षेत्रों में प्रवासियों को क्वारंटाइन करने की जिम्मेदारी ग्राम प्रधानों को सौंपी गयी है. साथ ही ग्राम प्रधानों की तरफ से व्यवस्था करने को लेकर सरकार की तरफ से ग्राम प्रधानों के खातों में धनराशी जमा करने की घोषणा की गयी है. वहीं, पौड़ी में ग्राम प्रधानों का कहना है कि उनके खातों में अभी तक एक रुपया भी नहीं भेजा गया है.

पौड़ी में ग्राम प्रधानों ने बताया कि अभी उनके खाते भी नहीं खोले गये हैं. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की तरफ से घोषणा के बावजूद भी धरातल पर कोई लाभ नहीं मिल रहा है. ग्राम प्रधानों का कहना है कि अधिकतर स्कूलों में लाइट की उचित व्यवस्था नहीं है. जिसके बाद वे अपनी जेब से खर्च कर इंतजाम कर रहे हैं.

प्रवासियों को क्वारंटाइन करना ग्राम प्रधानों के लिये बना चुनौती.

पढ़ें: पौड़ी: मास्क बनाकर कई महिलाओं को मिला रोजगार

पौड़ी में प्रवासियों की उचित व्यवस्था न होना ग्राम प्रधानों के लिये एक बड़ी समस्या है. ऐसे में राज्य सरकार की तरफ से ग्राम प्रधानों तक कोई मदद नहीं पहुंचायी जा रही है. ग्राम प्रधान विजयदर्शन बिष्ट ने बताया कि सरकार की तरफ से धनराशी न मिलने के बावजूद वे प्रवासियों की व्यवस्था के लिये इंतजाम कर रहे हैं. वहीं, सरकार सिर्फ घोषणाएं कर वाहवाही लूटने का काम कर रही है.

कांग्रेसी नेता राजपाल बिष्ट ने बताया कि सरकार के कुछ मंत्री लगातार बयान दे रहे हैं कि सरकार की ओर से ग्राम प्रधानों के खातों में धनराशि भेजी गई है. वहीं, ग्राम प्रधान अपने जेब से पैसे खर्च कर प्रवासियों को क्वारंटाइन करने की व्यवस्था कर रहे हैं. बावजूद प्रवासी ग्राम प्रधानों पर पैसे गबन करने तक का आरोप लगा रहे हैं.

Last Updated : May 23, 2020, 7:18 PM IST
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