ETV Bharat / state

Devprayag Marine Drive: देवप्रयाग में जल्द शुरू होगा मरीन ड्राइव का काम, गंगा आरती की योजना पर भी हो रहा काम

देवप्रयाग में जल्द मरीन ड्राइव बनने जा रहा है. इसके लिए सिंचाई विभाग ने शासन को बजट का प्रस्ताव बनाकर भेज दिया है. साथ ही देवप्रयाग में हरिद्वार और ऋषिकेश की तर्ज पर गंगा आरती की योजना भी बनाई गई है.

Devprayag Marine Drive
देवप्रयाग में जल्द शुरू होगा मरीन ड्राइव का काम,
author img

By

Published : Mar 9, 2023, 5:41 PM IST

Updated : Mar 9, 2023, 10:55 PM IST

देवप्रयाग में जल्द शुरू होगा मरीन ड्राइव का काम

श्रीनगर: अगर सब कुछ ठीक रहा तो जल्द ही देवप्रयाग के लोगों को बड़ी सौगात मिलेगी. मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद जल्द देवप्रयाग में मरीन ड्राइव का काम शुरू हो जाएगा. लगभग 1 किलोमीटर लंबी इस सड़क को बनाने में 6 करोड़ से अधिक की धन राशि खर्च होगी. मरीन ड्राइव का स्टीमेट सिंचाई विभाग ने तैयार किया है. जल्द ही इसका निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा. इसके साथ ही चारधाम यात्रा में देवप्रयाग को जोड़ने के लिए अलकनन्दा और भागीरथी के संगम पर दैनिक गंगा आरती की योजना भी बनाई जा रही है. प्रशासन और विधायक विनोद कंडारी इस संबंध में पंडा समाज से बात करने जा रहे हैं.

ऋषिकेश की तर्ज पर अब देवप्रयाग में भी पर्यटकों को मरीन ड्राइव देखने को मिलेगा. जिसको लेकर सरकार ने अपनी तैयारियां लगभग पूरी कर ली हैं. इसके लिए बजट भी शासन में भेजा जा चुका है. देवप्रयाग विधायक विनोद कंडारी ने कहा उन्होंने इस पूरे मामले में मुख्यमंत्री से बात की थी. जिसके बाद मुख्यमंत्री ने उनकी मांग को पूरा करते हुए मरीन ड्राइव के लिए हामी भरी है. अब शासन में इसका प्रस्ताव पहुंच चुका है. जल्द ही ये धरातल पर देखने को मिलेगा. इससे देवप्रयाग में आने वाले पर्यटकों की तादाद भी बढ़ेगी. लोगों को रोजगार भी मिलेगा.

पढ़ें- Rudraprayag: जवाड़ी बाईपास रेलवे टनल में मजदूर की मौत, नाराज लोगों ने बदरीनाथ हाईवे किया जाम

विनोद कंडारी ने बताया जुलाई माह में पौड़ी और टिहरी को जोड़ने वाला पुल बनकर तैयार होगा. जल्द इस नए पुल का शिलान्यास किया जायेगा. उन्होंने कहा पुल के बनने से स्थानीय लोगों को राहत मिलेगी. बता दें देवप्रयाग पूरे देश भर में धर्म नगरी के रूप में विख्यात है. यहां तीन नदियों का संगम है. अलकनंदा और भगीरथ और सरस्वती का यहां मिलन होता है. सरस्वती नदी यहां अदृश्य रूप में बहती है. इसी देवप्रयाग में भगवान राम ने रावण की हत्या के पाप से मुक्ति के लिए तप किया था. उस जगह अब भगवान राम का भव्य मंदिर रघुनाथ मंदिर है. विभिन्न त्योहारों में संगम स्थल पर अनेक कर्मकांड किये जाते हैं. देश के कोने कोने से लोग यहां स्नान के लिए पहुंचते हैं.

देवप्रयाग में जल्द शुरू होगा मरीन ड्राइव का काम

श्रीनगर: अगर सब कुछ ठीक रहा तो जल्द ही देवप्रयाग के लोगों को बड़ी सौगात मिलेगी. मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद जल्द देवप्रयाग में मरीन ड्राइव का काम शुरू हो जाएगा. लगभग 1 किलोमीटर लंबी इस सड़क को बनाने में 6 करोड़ से अधिक की धन राशि खर्च होगी. मरीन ड्राइव का स्टीमेट सिंचाई विभाग ने तैयार किया है. जल्द ही इसका निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा. इसके साथ ही चारधाम यात्रा में देवप्रयाग को जोड़ने के लिए अलकनन्दा और भागीरथी के संगम पर दैनिक गंगा आरती की योजना भी बनाई जा रही है. प्रशासन और विधायक विनोद कंडारी इस संबंध में पंडा समाज से बात करने जा रहे हैं.

ऋषिकेश की तर्ज पर अब देवप्रयाग में भी पर्यटकों को मरीन ड्राइव देखने को मिलेगा. जिसको लेकर सरकार ने अपनी तैयारियां लगभग पूरी कर ली हैं. इसके लिए बजट भी शासन में भेजा जा चुका है. देवप्रयाग विधायक विनोद कंडारी ने कहा उन्होंने इस पूरे मामले में मुख्यमंत्री से बात की थी. जिसके बाद मुख्यमंत्री ने उनकी मांग को पूरा करते हुए मरीन ड्राइव के लिए हामी भरी है. अब शासन में इसका प्रस्ताव पहुंच चुका है. जल्द ही ये धरातल पर देखने को मिलेगा. इससे देवप्रयाग में आने वाले पर्यटकों की तादाद भी बढ़ेगी. लोगों को रोजगार भी मिलेगा.

पढ़ें- Rudraprayag: जवाड़ी बाईपास रेलवे टनल में मजदूर की मौत, नाराज लोगों ने बदरीनाथ हाईवे किया जाम

विनोद कंडारी ने बताया जुलाई माह में पौड़ी और टिहरी को जोड़ने वाला पुल बनकर तैयार होगा. जल्द इस नए पुल का शिलान्यास किया जायेगा. उन्होंने कहा पुल के बनने से स्थानीय लोगों को राहत मिलेगी. बता दें देवप्रयाग पूरे देश भर में धर्म नगरी के रूप में विख्यात है. यहां तीन नदियों का संगम है. अलकनंदा और भगीरथ और सरस्वती का यहां मिलन होता है. सरस्वती नदी यहां अदृश्य रूप में बहती है. इसी देवप्रयाग में भगवान राम ने रावण की हत्या के पाप से मुक्ति के लिए तप किया था. उस जगह अब भगवान राम का भव्य मंदिर रघुनाथ मंदिर है. विभिन्न त्योहारों में संगम स्थल पर अनेक कर्मकांड किये जाते हैं. देश के कोने कोने से लोग यहां स्नान के लिए पहुंचते हैं.

Last Updated : Mar 9, 2023, 10:55 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.