पौड़ी: जिले में भारी बारिश व बर्फबारी के चलते शनिवार को भी करीब आधा दर्जन से अधिक मोटर मार्गों पर यातायात सुचारू नहीं हो पाया. वहीं एक दर्जन गांवों में बिजली की आपूर्ति नहीं होने से क्षेत्र अंधेरे में डूबा रहा. जिस कारण जनपद में जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा.
जिले में भारी बारिश और बर्फबारी के चलते स्टेट हाईवे मरचूला-सराइखेत, थलीसैंण- बुंगीधर, थलीसैंण- चौरीखाल, पाबौ- संतुधार, दमदेवल- पोखरी, गवाना- कमलखेत, कोट मल्ला- रीठाखाल मोटर मार्ग बाधित हैं. शुक्रवार को थलीसैंण, चौरीखाल, शंकरपुर आदि जगहों पर बर्फबारी के चलते अभी तक मोटर मार्ग नहीं खोला जा सका है. बताया जा रहा है कि इन मार्गों पर करीब डेढ़ से दो फीट तक बर्फ जमी हुई है.
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वहीं बर्फबारी के चलते थलीसैंण के एक दर्जन गांवों में शनिवार को भी बिजली की आपूर्ति सुचारू नहीं हो पाई. यहां भी बर्फबारी के चलते मुख्य पावर हाउस मंजगांव से सप्लाई नहीं हो पाई. हालांकि विद्युत विभाग ने वैकल्पिक व्यवस्था के तहत कुछ गांवों की आपूर्ति सामान्य की. लेकिन शनिवार को सुबह से ही फिर बिजली गुल हो गई.
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वहीं डीएम डॉ. विजय कुमार जोगदंडे का कहना है कि क्षेत्र में हुई बर्फबारी से काफी क्षति पहुंची है. लोगों की समस्या का समाधान करने के लिए जिला-प्रशासन चौबीस घंटे मुस्तैद है. उन्होंने कहा कि लोनिवि और विद्युत विभाग को समस्या के जल्द निस्तारण के लिए निर्देशित किया गया हैं.
ऊर्जा निगम स्यूंसी के एसडीओ नवीन मैंदोला का कहना है कि भारी बर्फबारी के कारण खंभों को जगह-जगह नुकसान पहुंचा है. यहां तक कि कई जगहों पर बिजली के पोल पूरी तरह से उखड़ गए. जिन्हें फिर से दुरुस्त किया जा रहा है. लोगों को अधिक परेशानी न झेलनी पड़े, इसके लिए विभाग ने वैकल्पिक व्यवस्था भी बनाई है. सब कुछ योजना के मुताबिक हुआ तो जल्द ही बिजली सुचारू हो जाएगी.