पौड़ी: बाल विकास विभाग और स्वास्थ विभाग की ओर से सितंबर को पोषण माह के रूप में मनाया जा रहा है. जिसमें जनपद के नवजात बच्चों और नौनिहालों को कुपोषण से मुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है. ऐसे में शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में कैंप लगाकर बच्चों में कुपोषण का परीक्षण किया जा रहा है.
मंगलवार को जिला चिकित्सालय में इस जांच शिविर का आयोजन किया गया था. जिसमें जो भी बच्चा कुपोषण से ग्रस्त पाया जाएगा, उसे तबतक निगरानी में रखा जाएगा जबतक वह सामान्य अवस्था में न आ जाए.
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वहीं, बच्चों साथ आई महिलाओ में भी एनिमिया और आयरन की कमी को दूर करने के लिए उन्हें पौष्टिक आहार सेवन की सलाह दी गई. साथ ही उन्हें पुष्टाहार भी बांटे गए. बता दें कि बाल विकास विभाग द्वारा संचालित ये कैंप जनपद के अन्य कई दूरस्थ क्षेत्रो में लगाये गए हैं. जिससे ग्रामीणों को शहर के चक्कर न काटने पड़े.
वहीं, पूरे माह चलने वाले इस अभियान में कुपोषण को दूर करने के साथ ही स्वास्थ्य विभाग की टीम की ओर से नुक्कड़ नाटकों का आयोजन भी किया जा रहा है. ताकि लोगों को जागरुक किया जा सके.
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इस मौके पर बाल विकास प्रेरक विश्वमोहनी ने बताया कि महिलाओं को बच्चों को पौष्टिक आहार देने के साथ-साथ स्वास्थ्य रहने की अन्य जानकारियां दी गई है. इस कार्यक्रम के तहत जनपद में जितने भी कुपोषित पाए जाएंगे, उन सभी का तबतक पूरा ध्यान रखा जाएगा, जबतक वह सामान्य स्थिति में नहीं आ जाते.