कोटद्वार: पौड़ी के कोटद्वार के वैदिक आश्रम गुरुकुल महाविद्यालय कण्वाश्रम में 6 दिवसीय गायत्री और सवा लाख महामृत्युंजय महायज्ञ आयोजित किया गया. जो रविवार को विधि-विधान और मंत्रोच्चार के साथ संपन्न हो गया है. इस मौके पर प्रदेश के काबीना मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने पूर्णाहुति देकर क्षेत्र की खुशहाली, आपसी भाईचारे और शांति की कामना की.
वन मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने कहा कि प्रदेश सरकार पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए गंभीरता से कार्य कर रही है. कण्वाश्रम के विकास के लिए बेहतर योजना बनाई गई है. प्रदेश सरकार की ओर से राजा भरत की जन्मस्थली कण्वाश्रम का चौमुखी विकास किया जाएगा. इससे जल्द ही कण्वाश्रम को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिल सकेगी.
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वहीं, वन मंत्री ने कहा कि कण्वाश्रम पूरे कोटद्वार के लिए नहीं बल्कि देशभर के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान है. यह चक्रवर्ती राजा भरत का जन्म स्थल है. चरख ऋषि ने यहीं आर्य वेद की रचना की थी, वो इसी कण्वाश्रम के पास ही रहते थे. आज यह हमारा सौभाग्य है कि महाराज जयंत के सानिध्य में बसंत पंचमी के अवसर पर यज्ञ किया जा रहा है.
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उन्होंने कहा कि सवा लाख आहुतियां यहां पर दी जा रही हैं. निश्चित रूप से यह बहुत ही पौराणिक और धार्मिक स्थल है. उन्होंने बताया कि देशभर के लोग यहां पर आयोजित यज्ञ में शामिल होने आते हैं.