पौड़ी: एग्जाम सामने आते ही बच्चों की चिंता बढ़ जाती है. वहीं परीक्षा में अभिभावक बच्चों से बेहतर प्रदर्शन की अपेक्षा करते हैं. लेकिन प्रदेश में कई ऐसे विद्यालय हैं जहां शिक्षकों की भारी कमी है. जिसका खामियाजा बच्चों को भुगतना पड़ता है. जिससे बच्चों से अच्छे परिणाम की बात बेमानी सी लगती है.
पौड़ी के राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अग्रोडा में शिक्षकों की कमी के चलते छात्र काफी चिंतित हैं. विद्यालय में कुल 54 छात्र छात्राएं है, जहां 7 शिक्षकों की जगह पांच शिक्षक तैनात है. लंबे समय से हिंदी व विज्ञान के शिक्षक का पद खाली चल रहा हैं. वहीं बोर्ड की परीक्षा सर पर हैं और शिक्षकों की कमी के चलते छात्रों का भविष्य की चिंता सताने लगी है. वहीं विभाग के अधिकारियों का कहना है कि विद्यालय सुगम में होने के चलते यहां पर मात्र ट्रांसफर प्रक्रिया से ही शिक्षकों की नियुक्ति की जानी है. साथ ही खाली पड़े पदों के लिए अतिथि शिक्षकों की व्यवस्था की गई थी, लेकिन अतिथि शिक्षकों का प्रकरण माननीय न्यायालय में लंबित होने के चलते यहां पर अन्य शिक्षकों की मदद से बच्चों को पठन-पाठन में मदद की जा रही है.
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बता दें कि पौड़ी से महज 15 किलोमीटर दूर सुगम विद्यालय राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अग्रोडा में लंबे समय से शिक्षकों की कमी चल रही है. वहीं छात्र-छात्राओं का कहना है कि यहां पर हिंदी और विज्ञान विषयों के शिक्षक नहीं है, जिसके चलते उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. वही प्रभारी प्रधानाचार्य मनोज नैथानी ने बताया कि विद्यालय की ओर से इसकी जानकारी विभाग को पहले ही दे दी थी. लेकिन लंबा समय बीतने के बाद भी विद्यालय को शिक्षकों की तैनाती नहीं हुई है.
वहीं अपर निदेशक माद्यमिक महावीर सिंह बिष्ट ने बताया कि विभाग में लंबे समय से ट्रांसफर प्रक्रिया नहीं हुई है. जिसके चलते सुगम में शिक्षकों की नियुक्ति करना संभव नहीं है. वहीं विभाग की ओर से हिंदी और विज्ञान के लिए अतिथि शिक्षकों का चयन कर लिया गया था. लेकिन माननीय न्यायालय में अतिथि शिक्षकों का मामला लंबित होने के चलते इस विद्यालय में शिक्षकों की नियुक्ति नहीं हो पाई है. उन्होंने कहा कि ट्रांसफर प्रक्रिया अतिथि शिक्षकों का प्रकरण का समाधान होते ही उनकी पहली प्राथमिकता शिक्षकों की नियुक्ति की रहेगी. जिससे बच्चों की पढ़ाई बाधित न हो.