पौड़ी: सरस्वती विद्या मंदिर में 12वीं की छात्रा कुमकुम पंत को एक दिन के लिए न्यूजीलैंड की राजदूत बनने का मौका मिला है. पूरे प्रदेश में से केवल 2 बालिकाओं का चयन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उच्च पदों के लिए हुआ. अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कुमकुम को ये मौका मिला. कुमकुम ने अपने अनुभव ईटीवी भारत के साथ साझा किए.
कुमकुम ने बताया कि उसने उत्तराखंड में बालिकाओं की समस्या, कृषि, पलायन, शिक्षा और स्वास्थ्य समेत विभिन्न समस्याओं को प्रमुखता से उठाया और इनके निवारण के लिए सुझाव भी दिए.
कुमकुम पंत भुवनेश्वरी महिला आश्रम और प्राण इंडिया जैसे भारत के महिला संरक्षण कार्यक्रम का हिस्सा भी रही हैं. इस वक्त कुमकुम बाल विधानसभा में गृहमंत्री के पद पर हैं. कुमकुम ने बताया कि न्यूजीलैंड के दूतावास में बालिकाओं का संरक्षण किस प्रकार किया जा सकता है और क्या-क्या कमियां इसमें रह जाती हैं, इस बारे में न्यूजीलैंड के प्रतिनिधिमंडल के साथ अपनी जानकारियां साझा की और सुझाव भी दिए.
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कुमकुम ने बताया कि उच्च शिक्षा में सेवाएं देकर वह देश का नाम रोशन करना चाहती हैं. न्यूजीलैंड दूतावास में राजदूत बनने से कुमकुम की मां पूनम पंत भी काफी खुश हैं. अपनी बेटी पर गर्व करते हुए पूनम कहती है कि आज समाज में लड़कों के मुकाबले बालिकाओं को बहुत कम मौके मिलते हैं. लेकिन देखा जाए तो आज बालिकाएं किसी भी क्षेत्र में कम नहीं हैं. पूनम ने कहा कि आज समाज को जरुरत है कि लड़की और लड़के में कोई फर्क न किया जाए.