कोटद्वार: नगर में 10 वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म कर हत्या की वारदात ने पूरे राज्य को हिलाकर रख दिया है. लोगों में आक्रोश थम नहीं रहा है. लगातार विरोध प्रदर्शन जारी हैं. लोगों में इस बात की भारी नाराजगी है कि घटना के दो दिन बाद स्थानीय विधायक और वन मंत्री हरक सिंह रावत यहां पहुंचे. दूसरी ओर तमाम सामाजिक संगठनों ने कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए और सड़कों पर जुलूस निकाला.
वहीं, दूसरी ओर इस मामले में एक नया पहलू सामने आया है. जिसमें साफ तौर पर यह सामने आया है कि स्थानीय पुलिस लोगों की शिकायतों पर कितना सजग है. प्रदर्शन में शामिल एक महिला ने बताया कि साल 2005 में उसकी बेटी भी गुम हुई थी, जो आज तक नही मिली. पुलिस पर सवालिया निशान लगाते हुए लकड़ी पड़ाव झूला बस्ती महिला कलावती देवी ने कहा कि मुझे इंसाफ नहीं मिला, लेकिन इस बेटी को मिलना चाहिए.
पुलिस ने मेरी बेटी को नहीं ढूंढा. यह कोटद्वार की कानून व्यवस्था है, लेकिन अब इस बच्ची के कातिलों को फांसी की सजा मिल गई तो मुझे भी सकून मिलेगा. हर मां-बाप मेरी तरह ही रोते रहेंगे. क्या हमें इंसाफ नहीं मिलेगा.
पूर्व सैनिक संगठनों ने जुलूस निकालकर तहसील परिसर में नारेबाजी की. आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने भी सड़कों पर जुलूस निकालकर तहसील में जमकर प्रदर्शन किया और उप जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा.
महिला उत्थान समिति द्वारा भी झंडा चौक से लेकर बुद्धा पार्क तक जुलूस निकाला. साथ ही वन मंत्री के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा कि हत्यारों को फांसी की सजा दी जाए और कोटद्वार में कानून व्यवस्था को सही किया जाए.
बता दें कि लकड़ी पड़ाव झूला बस्ती क्षेत्र की एक 10 वर्षीय बच्ची घर से सामान लेने के लिए निकली थी लेकिन घर नहीं पहुंची. बाद में बच्ची का शव रेलवे स्टेशन के माल गोदाम की झाड़ियों में मिला. जिसके बाद से कोटद्वार शहर में तमाम सामाजिक संगठनों में आक्रोश व्याप्त है.
यह भी पढ़ेंः देहरादून में 230 डेंगू मरीजों की हुई पुष्टि, स्कूली बच्चों को किया जाएगा जागरूक
तमाम सामाजिक संगठन सड़कों पर जुलूस लेकर नारेबाजी कर रहे हैं. कानून व्यवस्था को ढर्रे पर लाने के लिए उपजिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा. घटना के 2 दिन बाद पहुंचे कोटद्वार विधायक और वन मंत्री डॉ हरक सिंह रावत ने कहा कि इस घटना की जितनी निंदा की जाए वह कम है.
पूरा प्रदेश और पूरा देश इस घटना को लेकर चिंतित है. इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए शराब और नशे के खिलाफ बहुत ही शक्ति से अभियान चलाने जा रहे हैं. इसके लिए मैंने अधिकारियों के साथ बैठक की है और सख्त निर्देश दिए हैं कि कितना बड़ा भी नशे का कारोबारी हो या अपराधी प्रवृत्ति का व्यक्ति हो, उसे सलाखों के पीछे डाला जाए.