ETV Bharat / state

कोटद्वार दुष्कर्म मामलाः घटना के 2 दिन बाद पहुंचे मंत्री हरक सिंह, लोगों में नहीं थम रहा है आक्रोश

कोटद्वार में मासूम के साथ दुष्कर्म की घटना को लेकर लगातार विरोध प्रदर्शन जारी है. विविध संगठन जुलूस निकालकर तहसील परिसर में नारेबाजी की.

दुष्कर्म
author img

By

Published : Aug 9, 2019, 6:50 PM IST

कोटद्वार: नगर में 10 वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म कर हत्या की वारदात ने पूरे राज्य को हिलाकर रख दिया है. लोगों में आक्रोश थम नहीं रहा है. लगातार विरोध प्रदर्शन जारी हैं. लोगों में इस बात की भारी नाराजगी है कि घटना के दो दिन बाद स्थानीय विधायक और वन मंत्री हरक सिंह रावत यहां पहुंचे. दूसरी ओर तमाम सामाजिक संगठनों ने कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए और सड़कों पर जुलूस निकाला.

मासूम के साथ दुष्कर्म को लेकर विरोध प्रदर्शन जारी.

वहीं, दूसरी ओर इस मामले में एक नया पहलू सामने आया है. जिसमें साफ तौर पर यह सामने आया है कि स्थानीय पुलिस लोगों की शिकायतों पर कितना सजग है. प्रदर्शन में शामिल एक महिला ने बताया कि साल 2005 में उसकी बेटी भी गुम हुई थी, जो आज तक नही मिली. पुलिस पर सवालिया निशान लगाते हुए लकड़ी पड़ाव झूला बस्ती महिला कलावती देवी ने कहा कि मुझे इंसाफ नहीं मिला, लेकिन इस बेटी को मिलना चाहिए.

पुलिस ने मेरी बेटी को नहीं ढूंढा. यह कोटद्वार की कानून व्यवस्था है, लेकिन अब इस बच्ची के कातिलों को फांसी की सजा मिल गई तो मुझे भी सकून मिलेगा. हर मां-बाप मेरी तरह ही रोते रहेंगे. क्या हमें इंसाफ नहीं मिलेगा.

पूर्व सैनिक संगठनों ने जुलूस निकालकर तहसील परिसर में नारेबाजी की. आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने भी सड़कों पर जुलूस निकालकर तहसील में जमकर प्रदर्शन किया और उप जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा.

महिला उत्थान समिति द्वारा भी झंडा चौक से लेकर बुद्धा पार्क तक जुलूस निकाला. साथ ही वन मंत्री के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा कि हत्यारों को फांसी की सजा दी जाए और कोटद्वार में कानून व्यवस्था को सही किया जाए.

बता दें कि लकड़ी पड़ाव झूला बस्ती क्षेत्र की एक 10 वर्षीय बच्ची घर से सामान लेने के लिए निकली थी लेकिन घर नहीं पहुंची. बाद में बच्ची का शव रेलवे स्टेशन के माल गोदाम की झाड़ियों में मिला. जिसके बाद से कोटद्वार शहर में तमाम सामाजिक संगठनों में आक्रोश व्याप्त है.

यह भी पढ़ेंः देहरादून में 230 डेंगू मरीजों की हुई पुष्टि, स्कूली बच्चों को किया जाएगा जागरूक

तमाम सामाजिक संगठन सड़कों पर जुलूस लेकर नारेबाजी कर रहे हैं. कानून व्यवस्था को ढर्रे पर लाने के लिए उपजिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा. घटना के 2 दिन बाद पहुंचे कोटद्वार विधायक और वन मंत्री डॉ हरक सिंह रावत ने कहा कि इस घटना की जितनी निंदा की जाए वह कम है.

पूरा प्रदेश और पूरा देश इस घटना को लेकर चिंतित है. इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए शराब और नशे के खिलाफ बहुत ही शक्ति से अभियान चलाने जा रहे हैं. इसके लिए मैंने अधिकारियों के साथ बैठक की है और सख्त निर्देश दिए हैं कि कितना बड़ा भी नशे का कारोबारी हो या अपराधी प्रवृत्ति का व्यक्ति हो, उसे सलाखों के पीछे डाला जाए.

कोटद्वार: नगर में 10 वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म कर हत्या की वारदात ने पूरे राज्य को हिलाकर रख दिया है. लोगों में आक्रोश थम नहीं रहा है. लगातार विरोध प्रदर्शन जारी हैं. लोगों में इस बात की भारी नाराजगी है कि घटना के दो दिन बाद स्थानीय विधायक और वन मंत्री हरक सिंह रावत यहां पहुंचे. दूसरी ओर तमाम सामाजिक संगठनों ने कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए और सड़कों पर जुलूस निकाला.

मासूम के साथ दुष्कर्म को लेकर विरोध प्रदर्शन जारी.

वहीं, दूसरी ओर इस मामले में एक नया पहलू सामने आया है. जिसमें साफ तौर पर यह सामने आया है कि स्थानीय पुलिस लोगों की शिकायतों पर कितना सजग है. प्रदर्शन में शामिल एक महिला ने बताया कि साल 2005 में उसकी बेटी भी गुम हुई थी, जो आज तक नही मिली. पुलिस पर सवालिया निशान लगाते हुए लकड़ी पड़ाव झूला बस्ती महिला कलावती देवी ने कहा कि मुझे इंसाफ नहीं मिला, लेकिन इस बेटी को मिलना चाहिए.

पुलिस ने मेरी बेटी को नहीं ढूंढा. यह कोटद्वार की कानून व्यवस्था है, लेकिन अब इस बच्ची के कातिलों को फांसी की सजा मिल गई तो मुझे भी सकून मिलेगा. हर मां-बाप मेरी तरह ही रोते रहेंगे. क्या हमें इंसाफ नहीं मिलेगा.

पूर्व सैनिक संगठनों ने जुलूस निकालकर तहसील परिसर में नारेबाजी की. आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने भी सड़कों पर जुलूस निकालकर तहसील में जमकर प्रदर्शन किया और उप जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा.

महिला उत्थान समिति द्वारा भी झंडा चौक से लेकर बुद्धा पार्क तक जुलूस निकाला. साथ ही वन मंत्री के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा कि हत्यारों को फांसी की सजा दी जाए और कोटद्वार में कानून व्यवस्था को सही किया जाए.

बता दें कि लकड़ी पड़ाव झूला बस्ती क्षेत्र की एक 10 वर्षीय बच्ची घर से सामान लेने के लिए निकली थी लेकिन घर नहीं पहुंची. बाद में बच्ची का शव रेलवे स्टेशन के माल गोदाम की झाड़ियों में मिला. जिसके बाद से कोटद्वार शहर में तमाम सामाजिक संगठनों में आक्रोश व्याप्त है.

यह भी पढ़ेंः देहरादून में 230 डेंगू मरीजों की हुई पुष्टि, स्कूली बच्चों को किया जाएगा जागरूक

तमाम सामाजिक संगठन सड़कों पर जुलूस लेकर नारेबाजी कर रहे हैं. कानून व्यवस्था को ढर्रे पर लाने के लिए उपजिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा. घटना के 2 दिन बाद पहुंचे कोटद्वार विधायक और वन मंत्री डॉ हरक सिंह रावत ने कहा कि इस घटना की जितनी निंदा की जाए वह कम है.

पूरा प्रदेश और पूरा देश इस घटना को लेकर चिंतित है. इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए शराब और नशे के खिलाफ बहुत ही शक्ति से अभियान चलाने जा रहे हैं. इसके लिए मैंने अधिकारियों के साथ बैठक की है और सख्त निर्देश दिए हैं कि कितना बड़ा भी नशे का कारोबारी हो या अपराधी प्रवृत्ति का व्यक्ति हो, उसे सलाखों के पीछे डाला जाए.

Intro:summary 10 वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म कर हत्या करने के बाद आक्रोश की आग में जलता रहा कोटद्वार, एक ही मांग रही कि हत्यारों को फांसी दो। कोटद्वार विधायक घटना के 2 दिन बाद पहुंचे देहरादून से कोटद्वार। intro 10 वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म कर हत्या करने के बाद तमाम सामाजिक संगठनों ने कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए और सड़कों पर जुलूस निकाला, पूर्व सैनिक संगठनों ने जुलूस निकालकर तहसील परिसर में नारेबाजी की, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने भी सड़कों पर जुलूस निकालकर तहसील में जमकर प्रदर्शन किया और उप जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा, तो वही महिला उत्थान समिति के द्वारा भी झंडा चौक से लेकर बुद्धा पार्क तक जुलूस निकाला, साथ ही वन मंत्री के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा की हत्यारों को फांसी की सजा दी जाए और कोटद्वार में कानून व्यवस्था को सही किया जाए।


Body:वीओ1- बता दे की लकड़ी पड़ाव झूला बस्ती क्षेत्र की एक 10 वर्षीय बच्ची 5 तारीख को घर से सामान लेने के बहाने निकली थी लेकिन घर नहीं पहुंची जिस पर कि घर वालों ने अनहोनी की आशंका लगाते हुए पुलिस को सूचना दी, पुलिस ने बच्ची की गुमशुदगी दर्ज कर खोजबीन शुरू करें लेकिन पुलिस बच्ची को सकुशल बरामद नहीं कर सकी बच्ची का शव रेलवे स्टेशन के माल गोदाम की झाड़ियों में मिला जिससे कि कोटद्वार शहर में तमाम सामाजिक संगठनों में आक्रोश का माहौल बना हुआ है तमाम सामाजिक संगठन सड़कों पर जुलूस लेकर नारेबाजी कर रहे हैं और नशे के खिलाफ और कानून व्यवस्था को ढर्रे पर लाने के लिए उप जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा। वीओ2- वही पुलिस पर सवालिया निशान लगाते हुए लकड़ी पड़ाव झूला बस्ती महिला कलावती देवी ने कहा कि इंसाफ मुझे नहीं मिला वह इस बेटी को मिलना चाहिए, वर्ष 2005 में मेरी बेटी भी गुम जो आज तक नही मिली, पुलिस ने मेरी बेटी को नहीं ढूंढा यह कोटद्वार की कानून व्यवस्था है लेकिन अब इस बच्ची के कातिलों को फांसी की सजा मिल गई तो मुझे भी सकून मिलेगा, अभी इससे कोई हादसा होता है तो मेरी आंखों से आंसू निकल लग जाते हैं हर मां-बाप मेरी तरह ही रोते रहेंगे क्या हम महिला को इंसाफ नहीं मिलेगा। बाइट कलावती देवी वीओ3- घटना के 2 दिन बाद कोटद्वार पहुंचे कोटद्वार विधायक और उत्तराखंड सरकार के वन मंत्री डॉ हरक सिंह रावत ने कहा कि इस घटना की जितनी निंदा की जाए वह कम ही कम है हम सब इस घटना से बहुत दुखी है, पूरा प्रदेश और पूरा देश इस घटना को लेकर चिंतित है और आक्रोश में है हम इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए शराब और नशे के खिलाफ बहुत ही शक्ति से अभियान चलाने जा रहे इसके लिए मैंने अधिकारियों के साथ बैठक की है और सख्त निर्देश दिए कि कितना बड़ा भी नशे का कारोबारी हो या अपराधी प्रवृत्ति का व्यक्ति हो उसे सलाखों के पीछे डाला जाए। बाइट- हरक सिंह रावत वन मंत्री।


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.