श्रीनगर: खिर्सू ब्लॉक प्रमुख भवानी गायत्री (Khirsu block Pramukh Bhavani Gayatri) ने ब्लॉक भवन के निर्माण में की जा रही लेटलतीफी पर गहरी नाराजगी जताई है. उन्होंने अधिकारियों पर भवन निर्माण (Khirsu block building not constructed three years) में जबरन लेटलतीफी किए जाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा भवन निर्माण न होने से खिर्सू ब्लॉक कार्यालय गेस्ट हाउस में संचालित करना पड़ रहा है. जिससे कर्मचारियों एवं अधिकारियों को बैठने की समस्या भी पैदा हो रही है. साथ ही बैठकों के आयोजन में भी दिक्कतें हो रही हैं. उन्होंने कहा इससे पूरे विकासखंड के विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं.
गायत्री ने कहा दो करोड़ 74 लाख रूपए की लागत से ब्लॉक भवन का निर्माण कार्य 16 अगस्त 2021 से शुरू हो गया था. जिसे 15 नवंबर 2022 तक पूरा होना था, लेकिन अभी तक इसकी एक ही मंजिल बन पाई है, जबकि दूसरी मंजिल का लेंटर तक नहीं पड़ा है. इससे स्वान केंद्र, ई-डिस्ट्रिक सहित अन्य व्यवस्थाएं बुरी तरह से चरमरा गई हैं. उन्होंने कहा कि 2019-20 में परिसीमन के दौरान खिर्सू ब्लॉक के कुछ गांव श्रीनगर नगर पालिका में चले गए, जबकि थलीसैंण एवं पाबौ ब्लॉक से 11 ग्राम सभाओं को खिर्सू ब्लॉक में शामिल किया गया. उन्होंने कहा अभी तक इन गांवों का बजट खिर्सू ब्लॉक को नहीं मिल पा रहा है. इन चार सालों में करीब 19 लाख रूपए का बजट थलीसैंण एवं पाबौ ब्लॉक में है. जिसे खिर्सू ब्लॉक को हस्तांतरित नहीं किया जा रहा है.
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खिर्सू ब्लॉक प्रमुख भवानी गायत्री ने कहा मुख्य विकास अधिकारी को भी इस संदर्भ में कई बार अवगत करा दिया गया है, बावजूद स्थिति जस की तस बनी हुई है.ब्लॉक प्रमुख भवानी गायत्री ने कहा ब्लॉक के लिए पंचायती राज एक्ट के तहत जनसंख्या 25 हजार होनी चाहिए, लेकिन खिर्सू ब्लॉक की जनसंख्या 20 हजार 5 सौ के करीब हैं. खिर्सू ब्लॉक के कई गांवों को श्रीनगर नगर निगम में शामिल कर दिया गया है.
जिससे ब्लॉक को बचाने के लिए जनसंख्या मानक भी पूरे नहीं हो पा रहे हैं. साथ ही नगर निगम में तीन क्षेत्र पंचायत भी नगर निगम में आ गए हैं. जिससे खिर्सू ब्लॉक के 20 क्षेत्र पंचायत घटकर अब 17 हो जाएंगे, जबकि ब्लॉक के लिए 20 क्षेपं होने जरूरी हैं. ऐसे में खिर्सू ब्लॉक ही खत्म होने की कगार पर आ गया है. उन्होंने कहा श्रीनगर नगर निगम में नजदीकी गांव तो नहीं जोड़े गए जबकि 16 किमी. दूर गहड़ गांव(ब्लॉक प्रमुख का गांव) को जोड़ दिया गया है.