पौड़ी: पहाड़ों से लगातार हो रहे पलायन और रोजगार की तलाश में युवा तेजी से शहर की तरफ दौड़ रहे हैं. पहाड़ों में रोजगार के कम अवसर और लगातार होता पलायन यहां के युवाओं के मनोबल को तोड़ रहा है. वहीं कुछ युवा ऐसे भी हैं जो कि पहाड़ जैसी चुनौतियों से लोहा लेते हुए लगातार पहाड़ों में रोजगार के अवसर पैदा कर रहे हैं. कुछ ऐसी ही कहानी पौड़ी के कल्जीखाल ब्लॉक के दो युवा भाइयों की भी है, जो कि रिवर्स पलायन कर गांव में ही सामूहिक खेती कर रहे हैं. ये दोनों भाई सामूहिक खेती के माध्यम से गांव के लोगों को रोजगार तो दे ही रहें हैं, साथ ही पलायन को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं.
पौड़ी के कल्जीखाल ब्लॉक के दो भाई परिमंजय व मनंजय रावत इन दिनों युवाओं के लिए नजीर बने हुए हैं. इन दोनों भाइयों ने रिवर्स पलायन करते हुए गांव के अन्य किसानों की मदद से डेढ़ हेक्टेयर में फैले अपने रुद्रगढ़ फार्मिंग एस्टेट में खेती शुरू की है. जहां ये दोनों भाई आधुनिक उपकरणों की मदद से झंगोरा, मूंग, उड़द, जैविक मंडुवा, पहाड़ी मूला, लौकी सहित कई सब्जियों का उत्पादन कर रहे हैं. शुक्रवार को प्रदेश के कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने घंडियाल पहुंचकर इनके जैविक उत्पादन विपणन केंद्र का उद्घाटन किया. सुबोध उनियाल ने इन युवाओं की सराहना करते हुए कहा कि कृषि के क्षेत्र में युवाओं की पहल वाकई में काबिले तारीफ है.
कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने जैविक उत्पादन विपणन केंद्र का उद्घाटन करते हुए उत्पादित सब्जियों से लदे हुए वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इस दौरान उन्होंने क्षेत्र की समस्याओं को सुनते हुए कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में हो रहे पलायन को रोकने के लिए सामूहिक खेती जरुरी है. परिमंजय और मनंजय की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि इन दोनों भाइयों से अन्य युवाओं को प्रेरणा लेनी चाहिए.
सुबोध उनियाल ने पहाड़ों से लगातार हो रहे पलायन पर चिंता जताते हुए कहा कि सामूहिक खेती के जरिए पहाड़ों से पलायन को रोका जा सकता है. उन्होंने कहा कि सामूहिक खेती से क्षेत्र में रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे. सुबोध उनियाल ने कहा कि सरकार की तमाम योजनाओं का लाभ लेते हुए प्रत्येक व्यक्ति को अपने क्षेत्र में सामूहिक खेती करनी चाहिए.