कोटद्वार: प्रदेश में लगातार बढ़ रहे डेंगू के मरीजों से स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मचा हुआ है. ऐसे में बिना डॉक्टर के कोटद्वार नगर के लोग खुद को ठगा का महसूस कर रहे हैं. करीब 1 लाख की आबादी वाले कोटद्वार नगर निगम में नगरवासियों के स्वास्थ्य का जिम्मा भगवान भरोसे है. जबकि कोटद्वार नगर निगम में एक डॉक्टर का पद सृजित है जो लंबे समय से रिक्त पड़ा हुआ है. जिनकी तैनाती नगर निगम क्षेत्र में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को दुरुस्थ करने की होती है.
राज्य में अलग-अलग जिलों में बढ़ते डेंगू का प्रकोप से कोटद्वार नगर वासी पहले ही चिंतित है, तो वहीं डॉक्टर के स्वीकृत पद पर तैनाती न होने के कारण कोटद्वार नगर निगम में स्वास्थ्य व्यवस्थाएं भगवान भरोसे चल रही है. जबकि 2 दिसंबर 2018 से नगर निगम कोटद्वार का कामकाज पूर्ण रूप से शुरू हो गया था.
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इस मुद्दे पर अपर नगर आयुक्त राजेश नैथानी का कहना है कि डॉक्टर की नियुक्ति के लिए शासन को पत्र भेजा गया है. इसके साथ ही अधिशासी अभियंता, सहायक अभियंता सभी की नियुक्ति के लिए उन्होंने शासन को पत्र भेजा है. जल्द ही रिक्त पदों पर तैनीती की जाएगी.