कोटद्वार: कण्वनगरी में आज वन एवं पर्यावरण मंत्रालय मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने अंतरराष्ट्रीय आयुर्वेदिक शोध संस्थान चरेख डांडा का शिलान्यास किया. वन मंत्री ने इस दौरान ब्रह्मकुमारी के नि:शुल्क हेल्थ वेल्थ एंड हैप्पीनेस आध्यात्मिक मेले का शुभारंभ भी किया.
बता दें कि शुक्रवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस आध्यात्मिक मेले का उद्घाटन करना था. लेकिन स्वास्थ्य खराब होने के कारण वे मेले में शिरकत नहीं कर सके. वहीं, वन मंत्री हरक सिंह रावत ने इस मेले का शुभारंभ करते हुए अंतरराष्ट्रीय आयुर्वेद शोध संस्थान चरेख डांडा का शिलान्यास व कोटद्वार बेस अस्पताल में चिकित्साधिकारियों के आवास का लोकार्पण किया.
इस मौके पर वन मंत्री हरक सिंह रावत ने कहा कि कोटद्वार में बनने वाले अंतरराष्ट्रीय आयुर्वेदिक शोध संस्थान के लिए पांच वैज्ञानिकों के पद सृजित किए गए हैं. इस शोध संस्थान का कार्य युद्ध स्तर पर शुरू कर दिया गया है. वनमंत्री ने कहा कि संस्थान में जड़ी बूटियों के शोध के अलावा उनका उत्पादन भी जाएगा.
वन मंत्री हरक सिंह रावत ने कहा कि शोध संस्थान में यह भी पता लगाया जाएगा कि ये जड़ी बूटियां कैसी किसी बीमारी को खत्म करती है. उन्होंने कहा कि यह संस्थान अपने आप में भारत में पहला आयुर्वेदिक शोध संस्थान होगा. जो करीब 400 करोड़ की लागत से बनकर तैयार होगा.