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Hanuman Jayanti: सिद्धबली मंदिर से कोई नहीं लौटा खाली हाथ, भोलेनाथ और गुरु गोरखनाथ के रूप में विराजमान हैं हनुमान जी

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Published : Apr 6, 2023, 4:36 PM IST

Updated : Apr 6, 2023, 4:59 PM IST

आज देशभर में हनुमान जयंती की धूम है. सभी जगह हनुमान मंदिरों में भक्तों का तांता लगा हुआ है. कोटद्वार में भी सुबह से ही सिद्धबली धाम में बजरंगबली के भक्त दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं. वहीं, इस मौके पर शोभायात्रा भी निकाली गई, जिसमें बड़ी संख्या में भक्त शामिल हुए.

Hanuman Jayanti
सिद्धबली मंदिर
सिद्धबली मंदिर

कोटद्वार: मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम के परम भक्त हनुमान जी का आज जन्मोत्सव है. हनुमान जयंती के मौके पर कोटद्वार में भी भक्त बजरंगबली की भक्ति में डूबे हैं. कोटद्वार मे सुबह से ही मंदिरों में हनुमान भक्तों का तांता लगा हुआ है. कोटद्वार स्थित देवी मंदिर से श्री सिद्धबली धाम मंदिर तक हनुमान जयंती पर शोभायात्रा निकाली गई.

इस शोभा यात्रा में नगर क्षेत्र के कीर्तन मंडलियों ने बढ़ चढ़कर बजरंगबली के भजन गाकर शहर को जय हनुमान से गुंजायमान कर दिया. कोटद्वार हनुमान सिद्धबली बाबा मंदिर में दर्शन के लिए सुबह से ही देश के विभिन्न प्रांतों से आये भक्तों की भारी भीड़ लगी हुई है. हनुमान मंदिर सिद्धबली बाबा के दर्शन मात्र से ही भक्तों की मनोकामना पूर्ण हो जाती है.

मान्यता है कि जो भी भक्त सच्चे मन से भगवान श्री राम और बजरंग बली की पूजा अर्चना करता है, उनकी सारी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती है. भक्त अपनी मनोकामना पूर्ण होने पर बाबा बजरंगबली मंदिर में आभार स्वरूप बाबा को ध्वज अर्पित करते हैं. हनुमान जन्मोत्सव पर कई भक्तों ने बाबा सिद्ध बल्ली मंदिर में झंडा चढ़ाया. सिद्धबली धाम मंदिर के महंत दिलीप ने बताया इस मंदिर में बाबा भोलेनाथ और बाबा गुरु गोरखनाथ हनुमान जी के रूप में विराजमान हैं.
ये भी पढ़ें: चिरबटिया हिल स्टेशन पर समस्याओं का अंबार, चारधाम यात्रा पड़ाव पर ही सुविधाओं का टोटा

मान्यता है कि बजरंग बली हनुमान कोटद्वार में नदी तट पर भक्ति में लीन रहे. भोले बाबा ने साधु रूप में उन्हें दर्शन दिए, लेकिन हनुमान जी से उन्हें पहचानने में भूल हो गई. बजरंग बली हनुमान क्रोधित हो गए और भोलेनाथ बाबा बजरंग बली हनुमान में युद्ध हो गया. जिसके बाद शंकर भगवान ने दर्शन दिए. तभी से भक्त बजरंग बली हनुमान के साथ भगवान भोलेनाथ पिंडी के रूप में खो नदी के तट पर विराजमान हैं. कोटद्वार स्थित खो नदी के तट पर आज भी बाबा भोलेनाथ बजरंग लबी हनुमान की पिंडी के रूप में भक्तजन दर्शन के लिए आते हैं.

हनुमान जयंती पर सिद्धबली बाबा मंदिर प्रांगण में भजन का कार्यक्रम आयोजित किया गया. जिसमें मुंबई से आई हुईं प्रसिद्ध भजन गायिका कविता गोदियाल ने अपनी गायकी से हनुमान के भक्तों को मंत्रमुग्ध कर दिया. हनुमान जन्मोत्सव के मौके पर कोटद्वार सिद्ध बाबा मंदिर, लैंसडाउन कालेश्वर बाबा मंदिर, हनुमान मंदिर सतपुली और कोटद्वार भाबर गुल्लरझाला सिद्ध बाबा मंदिर में सुबह से हनुमान भक्त भक्ति में लीन रहे.

कोटद्वार सिद्धबली बाबा मंदिर में श्रद्धालु सुबह से ही भारी भीड़ देखने को मिल रही है. वहीं, कोटद्वार स्थित सिद्धबली बाबा मंदिर में मंगलवार, रविवार और शनिवार को भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने की मिलती है. वहीं, कोटद्वार सिद्धबली बाबा मंदिर में हनुमान जन्मोत्सव के अवसर पर भक्तों की भारी भीड़ को देखते हुए कोटद्वार यातायात पुलिस ने ट्रैफिक व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्था बनाई गई है.

सिद्धबली मंदिर

कोटद्वार: मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम के परम भक्त हनुमान जी का आज जन्मोत्सव है. हनुमान जयंती के मौके पर कोटद्वार में भी भक्त बजरंगबली की भक्ति में डूबे हैं. कोटद्वार मे सुबह से ही मंदिरों में हनुमान भक्तों का तांता लगा हुआ है. कोटद्वार स्थित देवी मंदिर से श्री सिद्धबली धाम मंदिर तक हनुमान जयंती पर शोभायात्रा निकाली गई.

इस शोभा यात्रा में नगर क्षेत्र के कीर्तन मंडलियों ने बढ़ चढ़कर बजरंगबली के भजन गाकर शहर को जय हनुमान से गुंजायमान कर दिया. कोटद्वार हनुमान सिद्धबली बाबा मंदिर में दर्शन के लिए सुबह से ही देश के विभिन्न प्रांतों से आये भक्तों की भारी भीड़ लगी हुई है. हनुमान मंदिर सिद्धबली बाबा के दर्शन मात्र से ही भक्तों की मनोकामना पूर्ण हो जाती है.

मान्यता है कि जो भी भक्त सच्चे मन से भगवान श्री राम और बजरंग बली की पूजा अर्चना करता है, उनकी सारी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती है. भक्त अपनी मनोकामना पूर्ण होने पर बाबा बजरंगबली मंदिर में आभार स्वरूप बाबा को ध्वज अर्पित करते हैं. हनुमान जन्मोत्सव पर कई भक्तों ने बाबा सिद्ध बल्ली मंदिर में झंडा चढ़ाया. सिद्धबली धाम मंदिर के महंत दिलीप ने बताया इस मंदिर में बाबा भोलेनाथ और बाबा गुरु गोरखनाथ हनुमान जी के रूप में विराजमान हैं.
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मान्यता है कि बजरंग बली हनुमान कोटद्वार में नदी तट पर भक्ति में लीन रहे. भोले बाबा ने साधु रूप में उन्हें दर्शन दिए, लेकिन हनुमान जी से उन्हें पहचानने में भूल हो गई. बजरंग बली हनुमान क्रोधित हो गए और भोलेनाथ बाबा बजरंग बली हनुमान में युद्ध हो गया. जिसके बाद शंकर भगवान ने दर्शन दिए. तभी से भक्त बजरंग बली हनुमान के साथ भगवान भोलेनाथ पिंडी के रूप में खो नदी के तट पर विराजमान हैं. कोटद्वार स्थित खो नदी के तट पर आज भी बाबा भोलेनाथ बजरंग लबी हनुमान की पिंडी के रूप में भक्तजन दर्शन के लिए आते हैं.

हनुमान जयंती पर सिद्धबली बाबा मंदिर प्रांगण में भजन का कार्यक्रम आयोजित किया गया. जिसमें मुंबई से आई हुईं प्रसिद्ध भजन गायिका कविता गोदियाल ने अपनी गायकी से हनुमान के भक्तों को मंत्रमुग्ध कर दिया. हनुमान जन्मोत्सव के मौके पर कोटद्वार सिद्ध बाबा मंदिर, लैंसडाउन कालेश्वर बाबा मंदिर, हनुमान मंदिर सतपुली और कोटद्वार भाबर गुल्लरझाला सिद्ध बाबा मंदिर में सुबह से हनुमान भक्त भक्ति में लीन रहे.

कोटद्वार सिद्धबली बाबा मंदिर में श्रद्धालु सुबह से ही भारी भीड़ देखने को मिल रही है. वहीं, कोटद्वार स्थित सिद्धबली बाबा मंदिर में मंगलवार, रविवार और शनिवार को भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने की मिलती है. वहीं, कोटद्वार सिद्धबली बाबा मंदिर में हनुमान जन्मोत्सव के अवसर पर भक्तों की भारी भीड़ को देखते हुए कोटद्वार यातायात पुलिस ने ट्रैफिक व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्था बनाई गई है.

Last Updated : Apr 6, 2023, 4:59 PM IST
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