पौड़ी: कोरोना महामारी के चलते जिला प्रशासन ने ग्राम पंचायतों को मिलने वाले सामान की कीमत निर्धारित कर दी गई है. इससे पहले स्वच्छता के लिए जरूरत के सामानों के लिए कमटी बनाई गई थी, जो छह फर्मो के लिए चुनी गई थी ताकि सभी ग्राम प्रधान कम कीमत पर इन वस्तुओं को खरीद सके और गांव में सफाई का ध्यान रखा जा सके. लेकिन ऐसा नहीं हो सका.
गुरुवार को कल्जीखाल ब्लॉक के ग्राम प्रधानों ने सामान को खरीदने और पूर्व में आपदा के तहत मिली धनराशि को लेकर जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल से मुलाकात की. उनकी समस्याओं का तत्काल समाधान करते हुए डीएम ने उन्हें अधिकार दे दिया कि वह कम कीमत पर कहीं से भी सामान खरीद सकते हैं, ताकि अपने-अपने गांव में स्वच्छता और शौचालयों की सफाई सुचारू रुप से कर सकें.
प्रधान संगठन के अध्यक्ष दीपक ने बताया कि जिलाधिकारी पौड़ी के आदेशों को लेकर कुछ समस्याएं उनके समक्ष आ रही थी. जिलाधिकारी से मुलाकात करने के पश्चात अब ये साफ हो गया है कि जो सामग्री उनके ग्राम पंचायत स्तर पर खरीदी जानी है. उसके लिए कोई बाध्यता नहीं है. वह किसी भी दुकान से इस सामान को खरीद सकते हैं.
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वहीं, डीएम धीराज सिंह गर्ब्याल ने कहा कि उनकी ओर से एक कमेटी का गठन किया गया था. जिसमें 6 फर्मो को आमंत्रित कर गांव में बने शौचालय और क्वारंटाइन सेंटरों की सफाई में प्रयोग होने वाले पदार्थों की कीमतों को तय किया गया था. ताकि सभी ग्राम प्रधानों को कम कीमत पर सभी जरूरत का सामान उपलब्ध हो सके. लेकिन कुछ ग्राम प्रधानों की ओर से इसको गलत तरीके से देखा जा रहा था. जिसके बाद कमेटी की ओर से इस आदेश को अब निरस्त कर दिया गया है. सभी ग्राम प्रधानों को ये अधिकार दे दिया गया है कि वह जरूरत के सामानों को इससे कम कीमत में कहीं से भी खरीद सकते हैं.