श्रीनगर: प्रदेश के युवाओं को गंगा से जोड़ने के लिए नमामि गंगे के तहत प्रशिक्षण दिया जा रहा है. इसके तहत गढ़वाल विवि में प्रदेश का पहला मास्टर ट्रेनर प्रशिक्षण शिविर लगाया गया है. प्रशिक्षण शिविर में 35 युवाओं को टूरिस्ट गाइड का एक सप्ताह का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. इस प्रशिक्षण शिविर के बाद ये युवा प्रदेश के 35 डिग्री कॉलेजों में युवाओं को प्रशिक्षण देंगे. आज आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के सचिव जगमोहन गुप्ता भी मौजूद रहे.
उन्होंने बताया कि इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य युवाओं को गंगा से जोड़ने के साथ-साथ युवाओं को रोजगार से भी जोड़ना है. प्रशिक्षण के दौरान देश के 11 राज्यों जहां गंगा बहती है, उसकी छोटी-छोटी जानकारी युवाओं को दी जाएगी. साथ ही जिन शहरों से होकर गंगा बहती है, उस शहर से जुड़ा इतिहास भी बताया जाएगा.
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उन्होंने बताया कि ये पहला कार्यक्रम है, जो पूरे देशभर में पहली बार श्रीनगर में आयोजित किया जा रहा है. इसके बाद विभिन्न प्रदेशों में इसे आयोजित किया जाएगा. उन्होंने ये भी बताया कि उत्तराखंड के 35 कॉलेज नमामि गंगे मिशन से जुड़े हुए हैं. 6 दिन के प्रशिक्षण के बाद ये मास्टर ट्रेनर इन जगह जाकर भी युवाओं को प्रशिक्षण देंगे. कार्यक्रम में गढ़वाल विवि के प्रति कुलपति आरसी भट्ट भी मौजूद रहे. उन्होंने कहा कि गंगा को टूरिज्म से जोड़ना भी युवाओं के लिए बेहतर रोजगार है.
क्या है नमामि गंगे: भारत सरकार ने गंगा नदी के प्रदूषण को समाप्त करने और नदी को पुनर्जीवित करने के लिए 'नमामि गंगे' नाम का गंगा संरक्षण मिशन शुरू किया है.