श्रीनगर: पूरा देश इस समय कोरोना महामारी से जूझ रहा है. इससे जहां आम आदमी परेशान है, वहीं छात्रों पर भी कोरोना वायरस से हुए लॉकडाउन का इफेक्ट पड़ रहा है. सारे विद्यालय, कॉलेज और विश्वविद्यालय बंद पड़े हुए हैं. इसके कारण छात्रों की परीक्षाएं अटकी हुई हैं. उतराखंड के एकमात्र केंद्रीय विश्वविद्यालय में 75 हजार बच्चों का भविष्य अधर में लटका हुआ है. विवि के अधिकारियों की मानें तो जुलाई के बाद दो चरणों में छात्रों की परीक्षा करवाई जा सकती है.
हेमवंती नन्दन गढ़वाल विवि उत्तराखण्ड का एकमात्र केंद्रीय विवि है. यहां पढ़ने वाले 75 हजार से अधिक छात्रों की परीक्षा अब तक समाप्त हो जाती थी. लेकिन, कोरोना वायरस ने छात्रों के भविष्य को ग्रहण लगा दिया है. मई माह के शुरू होने वाली छात्रों की परीक्षा नहीं हो पाई हैं. विवि के परीक्षा अनुभाग की मानें तो विवि जुलाई माह में छात्रों की परीक्षा आयोजित करवा सकता है. अधिकारी केंद्र सरकार की गाइड लाइन के मुताबिक परीक्षा करवाने का खाका तैयार कर रहे हैं.
वहीं विवि के परीक्षा नियंत्रक आर. सी. भट्ट ने कहा कि विवि जुलाई माह के बाद दो चरणों में परीक्षा आयोजित करवाएगा. इस पर विवि विचार-विमर्श कर रहा है. हालांकि, विवि छात्रों के ऑनलाइन परीक्षा फॉर्म जमा करवाने में जुटा हुआ है. लेकिन, नेटवर्क प्रॉब्लम होने के चलते छात्रों को फॉर्म भरने में भी दिक्कतें उठानी पड़ रही हैं.