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किडनी ट्रांसप्लांट के नाम पर 50 लाख की ठगी, आरोपी अरेस्ट

पुलिस ने किडनी ट्रांसप्लांट के नाम पर 50 लाख की ठगी के आरोप में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. आरोपी को न्यायालय में पेश कर किया जहां से उसे जेल भेज दिया गया है.

fraud in kotdwar
50 लाख की ठगी.
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Published : Dec 16, 2019, 7:59 PM IST

Updated : Dec 16, 2019, 11:29 PM IST

कोटद्वार: कोतवाली पुलिस ने किडनी ट्रांसप्लांट के नाम पर 50 लाख रुपये की ठगी करने वाले भोपाल निवासी एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. आरोपी ने पीड़ित परिवार को बातों में फंसा कर लाखों रुपए हड़प लिए. पुलिस ने उसे न्यायालय में पेश किया जहां से उसे जेल भेज दिया गया है. साथ ही अन्य लोगों के शामिल होने के अंदेशा पर पुलिस जांच में जुटी हुई है.

पुलिस ने बताया कि 29 अक्टूबर 2019 को सुभाष फूल पुत्र स्व. स्वर्ण फूल निवासी नजीबाबाद रोड रमेश नगर कोटद्वार द्वारा एक तहरीर दी गई. इस तहरीर में उन्होंने बताया कि अप्रैल 2015 से किडनी की गंभीर बीमारी से पीड़ित है. साथ ही दोनों किडनी ने कार्य करना बंद कर दिया है, वहीं हमेशा डायलिसिस करना पड़ता है. चिकित्सकों ने सुभाष फूल को किडनी ट्रांसप्लांट कराने की सलाह दी. इसके बाद सुभाष फूल की पुत्री ने श्रीलंका कोलंबो वेस्टर्न हॉस्पिटल से ईमेल के जरिए संपर्क किया साथ ही उस ईमेल पर अपने मोबाइल नंबर का जिक्र किया, जहां से इनकी मुलाकात फोन पर अभियुक्त अमरीश से हुई.

50 लाख की ठगी.

अमरीश ने उन्हें किडनी ट्रांसफर करने का कुल खर्च 50 लाख रुपए बताया. पीड़ित परिवार अभियुक्त अमरीश प्रताप निवासी कटरा हिल्स भोपाल मध्यप्रदेश की बातों में फंस गया. अभियुक्त ने पीड़ित परिवार से धीरे-धीरे लाखों रुपए किडनी ट्रांसप्लांट के नाम पर ठगना शुरू कर दिया. जब पीड़ित परिवार को शक हुआ तो उन्होंने इसकी शिकायत कोटद्वार कोतवाली पुलिस से की.

ये भी पढ़ें: देहरादून: धूमधाम से मनाया गया 3/1 गोरखा राइफल्स का 60वां स्थापना दिवस

मार्च 2016 में व्यक्ति ने बताया कि किडनी ट्रांसफर श्रीलंका के बजाय टर्की के अस्पताल में होगा, लेकिन इसके लिए उन्हें उनके खाते में 10 लाख रुपये डालने होंगे. 4 साल बीत जाने के बाद भी अभियुक्त अमरीश ने किडनी ट्रांसप्लांट नहीं करवाई. पुलिस ने पीड़ित परिवार की तहरीर के आधार अमरीश प्रताप के खिलाफ धोखाधड़ी सहित कई धाराओं में मुकदमा पंजीकृत करके गिरफ्तार कर लिया है.

अपर पुलिस अधीक्षक कोटद्वार प्रदीप राय ने बताया कि 29 अक्टूबर 2019 को कोटद्वार कोतवाली में एक तहरीर दर्ज हुई है. अभियुक्त ने किडनी ट्रांसप्लांट के नाम पर 45 से 50 लाख रुपये की धनराशि हड़प चुका है. गिरफ्तार आरोपी हैदराबाद में भी किडनी ट्रांसप्लांट कराने के नाम पर कई लोगों से ठगी कर चुका है. साथ ही उसके ऊपर कई केस दर्ज है. जांच में चार से पांच लोगों के नाम और सामने आए हैं, पुलिस मामले की जांच कर रही है.

कोटद्वार: कोतवाली पुलिस ने किडनी ट्रांसप्लांट के नाम पर 50 लाख रुपये की ठगी करने वाले भोपाल निवासी एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. आरोपी ने पीड़ित परिवार को बातों में फंसा कर लाखों रुपए हड़प लिए. पुलिस ने उसे न्यायालय में पेश किया जहां से उसे जेल भेज दिया गया है. साथ ही अन्य लोगों के शामिल होने के अंदेशा पर पुलिस जांच में जुटी हुई है.

पुलिस ने बताया कि 29 अक्टूबर 2019 को सुभाष फूल पुत्र स्व. स्वर्ण फूल निवासी नजीबाबाद रोड रमेश नगर कोटद्वार द्वारा एक तहरीर दी गई. इस तहरीर में उन्होंने बताया कि अप्रैल 2015 से किडनी की गंभीर बीमारी से पीड़ित है. साथ ही दोनों किडनी ने कार्य करना बंद कर दिया है, वहीं हमेशा डायलिसिस करना पड़ता है. चिकित्सकों ने सुभाष फूल को किडनी ट्रांसप्लांट कराने की सलाह दी. इसके बाद सुभाष फूल की पुत्री ने श्रीलंका कोलंबो वेस्टर्न हॉस्पिटल से ईमेल के जरिए संपर्क किया साथ ही उस ईमेल पर अपने मोबाइल नंबर का जिक्र किया, जहां से इनकी मुलाकात फोन पर अभियुक्त अमरीश से हुई.

50 लाख की ठगी.

अमरीश ने उन्हें किडनी ट्रांसफर करने का कुल खर्च 50 लाख रुपए बताया. पीड़ित परिवार अभियुक्त अमरीश प्रताप निवासी कटरा हिल्स भोपाल मध्यप्रदेश की बातों में फंस गया. अभियुक्त ने पीड़ित परिवार से धीरे-धीरे लाखों रुपए किडनी ट्रांसप्लांट के नाम पर ठगना शुरू कर दिया. जब पीड़ित परिवार को शक हुआ तो उन्होंने इसकी शिकायत कोटद्वार कोतवाली पुलिस से की.

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मार्च 2016 में व्यक्ति ने बताया कि किडनी ट्रांसफर श्रीलंका के बजाय टर्की के अस्पताल में होगा, लेकिन इसके लिए उन्हें उनके खाते में 10 लाख रुपये डालने होंगे. 4 साल बीत जाने के बाद भी अभियुक्त अमरीश ने किडनी ट्रांसप्लांट नहीं करवाई. पुलिस ने पीड़ित परिवार की तहरीर के आधार अमरीश प्रताप के खिलाफ धोखाधड़ी सहित कई धाराओं में मुकदमा पंजीकृत करके गिरफ्तार कर लिया है.

अपर पुलिस अधीक्षक कोटद्वार प्रदीप राय ने बताया कि 29 अक्टूबर 2019 को कोटद्वार कोतवाली में एक तहरीर दर्ज हुई है. अभियुक्त ने किडनी ट्रांसप्लांट के नाम पर 45 से 50 लाख रुपये की धनराशि हड़प चुका है. गिरफ्तार आरोपी हैदराबाद में भी किडनी ट्रांसप्लांट कराने के नाम पर कई लोगों से ठगी कर चुका है. साथ ही उसके ऊपर कई केस दर्ज है. जांच में चार से पांच लोगों के नाम और सामने आए हैं, पुलिस मामले की जांच कर रही है.

Intro:summary. पौड़ी जिले की कोटद्वार कोतवाली पुलिस ने किडनी ट्रांसप्लांट के नाम पर 50 लाख की ठगी के आरोप में भोपाल से एक आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।

intro kotdwar पौडी जिले की कोटद्वार कोतवाली पुलिस ने किडनी ट्रांसफर के नाम पर ₹50लाख की ठगी के आरोप में भोपाल से एक अभियुक्त को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत जेल भेज दिया गया, पुलिस ने बताया कि 29 अक्टूबर 2019 को सुभाष फुल पुत्र स्वर्गीय स्वर्ण फूल निवासी नजीबाबाद रोड रमेश नगर कोटद्वार द्वारा एक तहरीर कोतवाली कोटद्वार में दी गयी थी, तहरीर में उन्होंने बताया कि अप्रैल 2015 से किडनी की गंभीर बीमारी से पीड़ित हूं, मेरी दोनों किडनीयो ने कार्य करना बंद कर दिया, केवल डायलिसिस पर जीवित हूँ, चिकित्सकों द्वारा सुभाष फुल को किडनी ट्रांसप्लांट कराने की सलाह दी, सुभाष फूल की पुत्री के द्वारा श्रीलंका कोलंबो वेस्टर्न हॉस्पिटल से ई-मेल द्वारा संपर्क किया और उस ईमेल पर अपने मोबाइल नंबर का उल्लेख किया, जहां से इनकी मुलाकात फोन पर अमरीश से हुई, अमरीश ने उन्हें किडनी ट्रांसफर करने की कुल खर्चा 50लाख रुपए बताया, पीड़ित परिवार अभियुक्त अमरीश प्रताप निवासी कटरा हिल्स भोपाल मध्य प्रदेश की बातों में फंस गया और अभियुक्त ने पीड़ित परिवार से धीरे-धीरे लाखों रुपए किडनी ट्रांसफर के नाम से ठगना शुरू कर दिया जब पीड़ित परिवार को पर शक हुआ तो उन्होंने इसकी शिकायत को कोटद्वार कोतवाली पुलिस में की।


Body:वीओ1- अमरीश प्रताप निवासी कटरा हिल्स भोपाल मध्य प्रदेश का लगातार पीड़ित परिवार के साथ फोन पर संपर्क होता रहा, वर्ष 2016 में फरवरी माह में अमरीश पीड़ित परिवार के घर कोटद्वार पहुंचा, बताया कि किड़नी ट्रांसफर में 50 लाख से अधिक रुपए का खर्चा आएगा, जरूरतमंद परिवार पैसों की व्यवस्था में जुट गया और मार्च 2016 में व्यक्ति ने बताया का किडनी ट्रांसफर श्रीलंका के बजाय टर्की के अस्पताल में होगा लेकिन इसके लिए उन्हें उनके खाते में ₹10 लाख रुपये डालने होंगे, उन्होंने अस्पताल में है और पीड़ित परिवार को भरोसा दिला कर वापस भेज दिया 4 साल बीत जाने के बाद भी अभियुक्त अमरीश ने किडनी ट्रांसफर नही करवायी। पुलिस ने पीड़ित परिवार की तहरीर के आधार अवनीश प्रताप के खिलाफ आईपीसी की धारा 286, 406, 420 में अभियुक्त पंजीकृत कर गिरफ्तारी के लिए टीम भोपाल भेजी क्या से अभियुक्त की गिरफ्तारी कर उसे कोटद्वार न्यायालय में पेश कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।


वीओ2- वहीं पूरे मामले अपर पुलिस अधीक्षक कोटद्वार प्रदीप राय ने बताया कि 29 अक्टूबर 2019 को कोटद्वार कोतवाली में एक तहरीर दर्ज हुई है जो कि मूलतः कोटद्वार के रहने वाले है,उनको किडनी की दिक्कत हुई थी, उनको डॉक्टर ने किडनी ट्रांसप्लांट की सलाह दी थी, इस आधार पर उन्होंने कई जगह पर किडनी ट्रांसप्लांट करने के लिये अप्लाई किया था, और वहीं से उनके संपर्क में एक व्यक्ति अवनीश आया और उसने पीड़ित परिवार से फोन पर संपर्क किया कि मैं आपकी किडनी ट्रांसप्लांट करवा दूंगा, किडनी ट्रांसप्लांट कराने के एवज में वह दो तीन बार में उनसे काफी धनराशि वसूल चुका है, उसने तब से लेकर अब तक उनकी किडनी ट्रांसप्लांट नहीं करवाई और ना ही उनके पैसे वापस लौटाये,अभी तक वादियों और उनके परिवार की ओर से बताया गया कि अभियुक्त उनसे 45 से ₹50 लाख की धनराशि वसूल चुका है, यह जो अभियुक्त है उसके खिलाफ हैदराबाद में भी किडनी ट्रांसप्लांट कराने के नाम पर काफी केस दर्ज है, अभी तक जांच में यह पता चला है कि मूल अभियुक्त यही व्यक्ति है जांच में चार से पांच लोगों के नाम और सामने आए हैं पुलिस अभी जांच कर रही है, जितने भी अभियुक्तों के नाम जांच में सामने आएंगे सभी के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।

बाइट प्रदीप राय अपर पुलिस अधीक्षक कोटद्वार।


Conclusion:
Last Updated : Dec 16, 2019, 11:29 PM IST
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