कोटद्वार: कैबिनेट बैठक में लिए गए कुछ फैसलों पर जनता खुश नहीं है. उत्तराखंड सरकार द्वारा बढ़ाए गए बसों के किराये को लेकर पूर्व राज्य मंत्री जसवीर राणा ने आक्रोश जताया है. उन्होंने कहा है कि सरकार जल्द ही अपने इस फैसले को वापस ले, नहीं तो वह जनता के साथ सड़क पर उतरकर आंदोलन को बाध्य होंगे.
उत्तराखंड सरकार ने 18 जून को कैबिनेट में बैठक में बसों के संचालन की अनुमति देने से पहले बसों के किराए को लेकर फेरबदल किया. इस फेरबदल में उत्तराखंड में बसों का सफर का किराया दोगुना कर दिया है. जिसे लेकर जगह-जगह सरकार के इस फैसले के खिलाफ लोगों में आक्रोश देखने को मिल रहा है. वहीं, पूर्व राज्य मंत्री जसवीर राणा ने कहा कि महामारी के दौरान सरकार के किराये बढ़ाये जाने का ये फैसला गलत है. लोग कोरोना वायरस महामारी से पीड़ित हैं, वहीं सरकार ने बसों का किराया बढ़ाकर जनता की कमर तोड़ दी है. राणा ने कहा कि सरकार को जल्द ही ये फैसला वापस लेना चाहिए.
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पूर्व राज्य मंत्री जसवीर राणा ने कहा कि राज्य सरकार ने कैबिनेट मीटिंग में जिस तरह बसों का किराया दोगुना करने का निर्णय लिया है, उसकी वो घोर निंदा करते हैं. प्रदेश सरकार से हमारी मांग है कि वह इस निर्णय को तत्काल वापस ले. उनका कहना है कि पहले ही कोरोना संक्रमण काल में राज्य की जनता की स्थिति दयनीय बनी हुई है. ऐसे में जनता के ऊपर आर्थिक बोझ डालना न्याय संगत नहीं होगा. उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने तत्काल इस निर्णय को वापस नहीं लिया तो सभी कांग्रेसी कार्यकर्ता जनता के साथ सड़क पर उतरकर आंदोलन के लिए बाध्य होंगे.