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उत्तराखंड की चिकित्सीय सुविधाओं पर पूर्व स्वास्थ्य मंत्री ने उठाए सवाल, कहा- प्रदेश सरकार को जनता से नहीं कोई मतलब - बेस अस्पताल

प्रदेश में लचर स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को लेकर पूर्व स्वास्थ्य मंत्री ने सरकार पर आरोप लगाए बै. कहा है कि वर्तमान सरकार को प्रदेश की जनता से कोई लेना-देना नहीं है. स्वास्थ्य सेवाओं को दुरुस्त करने की ओर ध्यान नहीं है, दूरस्थ क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं दम तोड़ रही है.

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पूर्व स्वास्थ्य मंत्री ने उठाए सवाल
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Published : Mar 12, 2020, 11:44 AM IST

Updated : Mar 12, 2020, 12:01 PM IST

कोटद्वार: पौड़ी जिले के यमकेश्वर, द्वारीखाल, सतपुली, पोखड़ा, चौबट्टाखाल, दुगड्डा और कोटद्वार चिकित्सालयों में डॉक्टरों की भारी कमी होने के कारण स्वास्थ्य सुविधाएं लचर हो चुकी हैं. ऐसे में पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी ने त्रिवेंद्र सरकार पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि वर्तमान सरकार को न ही स्वास्थ्य सुविधाओं से कोई लेना-देना है और न ही प्रदेश की जनता से. स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदेश में दम तोड़ रही हैं. ऐसे में सरकार को चाहिए कि डॉक्टरों की वैकल्पिक व्यवस्था की जाए और जनता को स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ दिया जाए.

प्रदेश में बिगड़ती स्वास्थ्य सुविधाओं पर पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी ने बताया कि उत्तराखंड में डॉक्टरों की कमी लगातार बनी हुई है और भविष्य में भी बरकरार रहेगी. हम लोगों को डॉक्टरों की वैकल्पिक व्यवस्था की ओर सोचना होगा. उन्होंने कहा कि जब वह कांग्रेस सरकार में स्वास्थ्य मंत्री पद पर थे तो तत्कालीन सरकार ने डॉक्टरों की वैकल्पिक व्यवस्था को मूल रूप से धरातल पर उतारने का प्रयास किया था. उस दौरान लोगों को ये लगने लगा था कि डॉक्टर उनके पास पहुंचकर उनको स्वास्थ्य लाभ दे रहे हैं. लेकिन, वर्तमान सरकार ने इन सभी बातों पर पूर्ण विराम लगा दिया है.

पूर्व स्वास्थ्य मंत्री ने उठाए सवाल

ये भी पढ़ें: WEATHER REPORT: प्रदेश में आज भी जारी रहेगा बारिश और बर्फबारी का दौर

जब कोटद्वार जैसे बेस चिकित्सालय में डॉक्टरों की कमी और स्वास्थ्य सेवाओं पर जंक लगा हुआ है. ऐसे में दूरस्थ गांव पौड़ी, मुनस्यारी, उत्तरकाशी, जोशीमठ और यमकेश्वर के दूरदराज के इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति क्या होगी? इसका अंदाजा लगाना बहुत मुश्किल है. पूरे प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर लोग दम तोड़ते नजर आ रहे हैं. पूरे प्रदेश की जनता स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर कराह रही है, जबकि सरकार इसकी कोई सुध नहीं ले रही है, ये बहुत दुखद विषय है.

कोटद्वार: पौड़ी जिले के यमकेश्वर, द्वारीखाल, सतपुली, पोखड़ा, चौबट्टाखाल, दुगड्डा और कोटद्वार चिकित्सालयों में डॉक्टरों की भारी कमी होने के कारण स्वास्थ्य सुविधाएं लचर हो चुकी हैं. ऐसे में पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी ने त्रिवेंद्र सरकार पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि वर्तमान सरकार को न ही स्वास्थ्य सुविधाओं से कोई लेना-देना है और न ही प्रदेश की जनता से. स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदेश में दम तोड़ रही हैं. ऐसे में सरकार को चाहिए कि डॉक्टरों की वैकल्पिक व्यवस्था की जाए और जनता को स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ दिया जाए.

प्रदेश में बिगड़ती स्वास्थ्य सुविधाओं पर पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी ने बताया कि उत्तराखंड में डॉक्टरों की कमी लगातार बनी हुई है और भविष्य में भी बरकरार रहेगी. हम लोगों को डॉक्टरों की वैकल्पिक व्यवस्था की ओर सोचना होगा. उन्होंने कहा कि जब वह कांग्रेस सरकार में स्वास्थ्य मंत्री पद पर थे तो तत्कालीन सरकार ने डॉक्टरों की वैकल्पिक व्यवस्था को मूल रूप से धरातल पर उतारने का प्रयास किया था. उस दौरान लोगों को ये लगने लगा था कि डॉक्टर उनके पास पहुंचकर उनको स्वास्थ्य लाभ दे रहे हैं. लेकिन, वर्तमान सरकार ने इन सभी बातों पर पूर्ण विराम लगा दिया है.

पूर्व स्वास्थ्य मंत्री ने उठाए सवाल

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जब कोटद्वार जैसे बेस चिकित्सालय में डॉक्टरों की कमी और स्वास्थ्य सेवाओं पर जंक लगा हुआ है. ऐसे में दूरस्थ गांव पौड़ी, मुनस्यारी, उत्तरकाशी, जोशीमठ और यमकेश्वर के दूरदराज के इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति क्या होगी? इसका अंदाजा लगाना बहुत मुश्किल है. पूरे प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर लोग दम तोड़ते नजर आ रहे हैं. पूरे प्रदेश की जनता स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर कराह रही है, जबकि सरकार इसकी कोई सुध नहीं ले रही है, ये बहुत दुखद विषय है.

Last Updated : Mar 12, 2020, 12:01 PM IST
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