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कार्यशाला में वनों की सुरक्षा को लेकर चर्चा, नुकसान पहुंचाने पर सरपंच कर सकते हैं कार्रवाई

वन विभाग द्वारा वनों की सुरक्षा के लिए वन पंचायत सरपंचों के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यशाला में सरपंचों को उनके अधिकारों और दायित्वों की जानकारी दी गई.

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वनों की सुरक्षा हेतु कार्यशाला का आयोजन
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Published : Feb 3, 2020, 2:50 PM IST

Updated : Feb 3, 2020, 3:21 PM IST

पौड़ी: वन विभाग द्वारा वनों की सुरक्षा के लिए वन पंचायत सरपंचों के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया. जिसमें की सरपंचों को उनके अधिकारों और दायित्वों की जानकारी दी गई. इसके साथ ही कार्यशाला में बताया गया कि वनों को सुरक्षित रखने के लिए सरपंचों की अहम भूमिका होती है. फायर सीजन में सरपंचों की मदद से ही वनों को आग से बचाया जाता है, यदि कोई भी व्यक्ति वनों को नुकसान पहुंचाता है तो सरपंच अपने अधिकार के तहत कार्रवाई कर सकते हैं.

कार्यशाला में वनों की सुरक्षा को लेकर चर्चा.

ये भी पढ़ें: उत्तराखंड में BSNL की सेवाएं होंगी प्रभावित, बड़ी संख्या में कर्मचारियों ने लिया स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति

वहीं कार्यशाला के संयोजक अजय लिंगवाल ने बताया कि वन पंचायत सरपंच के लिए एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया था. जिसमें उनके अधिकारों के साथ-साथ उनके कर्तव्यों की जानकारी भी दी गई. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि हर साल फायर सीजन के दौरान जंगल जलकर खाक हो जाते हैं. जिससे पर्यावरण को काफी नुकसान हो रहा है.

वहीं वनों के हर क्षेत्र में सुरक्षा के लिए जरूरी है कि वन विभाग और वन पंचायत मिलकर एक साथ कार्य करें. इसके साथ ही फायर सीजन से पूर्व पंचायत सरपंचों के चुनाव संपन्न करवा लिए जाएंगे ताकि नए सरपंचों के साथ मिलकर फायर सीजन की तैयारी की जा सकें. साथ ही जंगलों को आग से बचाया जा सके. बता दें कि प्रदेश में फायर सीजन में जंगलों में महीनों तक आग धधकती है. जिससे काफी वन संपदा का नुकसान होता है. फायर सीजन से पहले वन विभाग की इस तरह की कार्यशाला से वनाग्नि को रोकने का प्रयास कर रहा है.

पौड़ी: वन विभाग द्वारा वनों की सुरक्षा के लिए वन पंचायत सरपंचों के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया. जिसमें की सरपंचों को उनके अधिकारों और दायित्वों की जानकारी दी गई. इसके साथ ही कार्यशाला में बताया गया कि वनों को सुरक्षित रखने के लिए सरपंचों की अहम भूमिका होती है. फायर सीजन में सरपंचों की मदद से ही वनों को आग से बचाया जाता है, यदि कोई भी व्यक्ति वनों को नुकसान पहुंचाता है तो सरपंच अपने अधिकार के तहत कार्रवाई कर सकते हैं.

कार्यशाला में वनों की सुरक्षा को लेकर चर्चा.

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वहीं कार्यशाला के संयोजक अजय लिंगवाल ने बताया कि वन पंचायत सरपंच के लिए एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया था. जिसमें उनके अधिकारों के साथ-साथ उनके कर्तव्यों की जानकारी भी दी गई. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि हर साल फायर सीजन के दौरान जंगल जलकर खाक हो जाते हैं. जिससे पर्यावरण को काफी नुकसान हो रहा है.

वहीं वनों के हर क्षेत्र में सुरक्षा के लिए जरूरी है कि वन विभाग और वन पंचायत मिलकर एक साथ कार्य करें. इसके साथ ही फायर सीजन से पूर्व पंचायत सरपंचों के चुनाव संपन्न करवा लिए जाएंगे ताकि नए सरपंचों के साथ मिलकर फायर सीजन की तैयारी की जा सकें. साथ ही जंगलों को आग से बचाया जा सके. बता दें कि प्रदेश में फायर सीजन में जंगलों में महीनों तक आग धधकती है. जिससे काफी वन संपदा का नुकसान होता है. फायर सीजन से पहले वन विभाग की इस तरह की कार्यशाला से वनाग्नि को रोकने का प्रयास कर रहा है.

Intro:मानव जीवन के लिए वनों की महत्वता को ध्यान में रखते हुए वनों की सुरक्षा और वृक्षारोपण को लेकर लगातार प्रयास किये जा रहे है वन महकमे की ओर से जनपद पौड़ी में हर ब्लॉक में वन पंचायत सरपंच के साथ मिलकर वनों की रक्षा की जायेगी। हर साल वृक्षारोपण करने के बाद भी फायर सीजन के दौरान अधिकत्तर जंगल आग की चपेट में आकर खाक हो जाते है जिससे कही न कहीं हमारे पर्यावरण में भी इसका बुरा असर पड़ रहा है जिससे मानव जीवन प्रभावित हो रहा है। वन विभाग पौड़ी की ओर से वन पंचायत सरपंचो को उनके कार्यों और दायित्वों की जानकारी देते हुए वनों की सुरक्षा को लेकर मिलकर काम करने हो कहा गया है  यदि कोई भी व्यक्ति जंगलों में आग लगाते हुए पाया जाता है तो उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज करते हुए कार्यवाही की जाएगी।


Body:वनों की सुरक्षा को लेकर वन विभाग की ओर से वन पंचायत सरपंचों की  कार्यशाला करवा रही है   जिसमें की सरपंचों को उनके अधिकारों के साथ-साथ उनके दायित्वों की जानकारी दी जा रही है बताया गया कि वनों को सुरक्षित रखने के लिए  सरपंचों की अहम भूमिका होती है। फायर सीजन में  सरपंचों की मदद से वनों को आग से बचाया जाता है और यदि कोई भी व्यक्ति वनों को नुकसान पहुंचाता है तो वन पंचायत सरपंच आने अधिकार के तहत कार्यवाही कर सकता है।हर साल जंगलों में लगने वाली आग से हमारे जंगल धीमे-धीमे समाप्त होते जा रहे हैं और वृक्षा रोपण करने के बाद भी वृक्षों के  संतुलन को सम्मान करना संभव नहीं है इसलिए वन विभाग की ओर से फायर सीजन के दौरान जंगलों को आग से सुरक्षित रखा जाए इसके लिए वन पंचायत के सरपंचों के साथ समन्वय बनाकर कार्य करना होगा।


Conclusion:कार्यशाला के संयोजक  अजय लिंगवाल ने बताया कि आज वन पंचायत सरपंच की एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें उनके अधिकारों के साथ-साथ उनके कर्तव्यों की भी उन्हें जानकारी दी गई उन्होंने बताया कि हर साल फायर सीजन के दौरान हमारे जंगल जलकर खाक हो जाते हैं जिससे कि हमारे पर्यावरण को भी बहुत नुकसान हो रहा है वनों की हर क्षेत्र में सुरक्षा के लिए जरूरी है कि वन विभाग और वन पंचायत मिलकर कार्य करें। इसके साथ ही फायर सीजन से पूर्व पंचायत सरपंचों के चुनाव संपन्न करवा लिए जाएंगे ताकि नये सरपंचों के साथ मिलकर फायर सीजन की तैयारी की जाए और जंगलों को आग से बचाया जाए।
बाईट-अजय लिंगवाल( कार्यशाला के संयोजक)
Last Updated : Feb 3, 2020, 3:21 PM IST
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