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पार्षद और यूडीपी अध्यक्ष के बीच तनातनी, विकास कार्यों पर लगा ब्रेक - पार्षद और यूडीपी अध्यक्ष

पार्षदों ने विकास कार्य को लेकर एक ओर सरकार पर इसका ठीकरा फोड़ा है. वहीं, यूडीपी अध्यक्ष ने पार्षदों को ही विकास कार्यों में रोड़ा बताया है.

पार्षद और यूडीपी अध्यक्ष में ठनी तनातनी.
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Published : Aug 1, 2019, 8:35 AM IST

Updated : Aug 1, 2019, 1:12 PM IST

कोटद्वार: नगर निगम के कार्यकाल को 8 महीने बीत जाने के बाद भी पार्षद विकास कार्य के लिए रो रहे हैं. पार्षदों ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी सरकार नगर निगम के विकास कार्यों के लिए धन की स्वीकृति नहीं कर रही है. वहीं, उत्तराखंड विकास पार्टी के अध्यक्ष ने आरोपों को नकारते हुए बताया कि पार्षदों को नियम कानून का ज्ञान न होने के कारण वे स्वयं विकास कार्यों में रोड़ा बन रहे हैं.

पार्षद और यूडीपी अध्यक्ष में ठनी तनातनी.

उत्तराखंड विकास पार्टी के अध्यक्ष मुजीब नैथानी ने बताया कि भाजपा सरकार ने पर्याप्त धन कोटद्वार नगर निगम के विकास कार्यों के लिए स्वीकृत किया है. पार्षदों को नगर निगम के नियम कानूनों का सही ज्ञान न होने के कारण वह विकास कार्यों में रोड़ा बन रहे हैं. जिस कारण कोटद्वार नगर निगम का विकास कार्य अधर में लटके हुए हैं. कोटद्वार नगर निगम के विकास में सरकार और मेयर कोई दोषी नहीं है, इसके जिम्मेदार स्वयं पार्षद हैं.

उत्तराखंड विकास पार्टी के अध्यक्ष मुजीब नैथानी ने बताया कि जनता को यह जान लेना चाहिये कि भाजपा सरकार ने कोटद्वार नगर निगम को अच्छा फंड दिया है. 2.5 करोड़ रुपये का पहला बजट डेढ़ साल पहले आने के बाद पार्षद अभी तक विकास कार्य नहीं करा पा रहे हैं. पार्षद अपने आप को अधिकारी समझ रहे, जबकि वह सिर्फ पार्षद हैं. पार्षद बोर्ड में सही प्रस्ताव नहीं ला पा रहे हैं, अभी तक बोर्ड बैठकों में जो प्रस्ताव पास हुए हैं, उनमें इस्टीमेट नहीं है, जिस कारण नगर आयुक्त प्रस्ताव को पास नहीं कर रहे हैं. अगर इन प्रस्तावों को पास करने के बाद भविष्य में कोई दिक्कत आती है तो नगर आयुक्त पर गाज गिर सकती है.

ये भी पढ़ें: देशराज कर्णवाल ने चैंपियन को जेल भेजने की दी धमकी, कहा- लड़ाई अब मैं करूंगा खत्म

उत्तराखंड विकास पार्टी के अध्यक्ष मुजीब नैथानी ने बताया कि कोटद्वार नगर निगम पर इसका कोई फर्क नहीं पड़ता कि मेयर कांग्रेस की है और सरकार भाजपा की है. कोटद्वार नगर निगम की मेयर मृदुभाषी और शालीन स्वभाव की है. नगर अधिकारी भी मेयर को कॉर्पोरेट कर रहे हैं. पार्षदों को नगर निगम के नियम तौर-तरीकों को नहीं जानते, जिस कारण काम रुके पड़े हुए हैं. पिछले डेढ़ वर्षों से जो ढाई करोड़ रुपये का बजट आया है. सिर्फ पार्षदों के कारण ये बजट विकास कार्यों में नहीं लग पाया है.

कोटद्वार: नगर निगम के कार्यकाल को 8 महीने बीत जाने के बाद भी पार्षद विकास कार्य के लिए रो रहे हैं. पार्षदों ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी सरकार नगर निगम के विकास कार्यों के लिए धन की स्वीकृति नहीं कर रही है. वहीं, उत्तराखंड विकास पार्टी के अध्यक्ष ने आरोपों को नकारते हुए बताया कि पार्षदों को नियम कानून का ज्ञान न होने के कारण वे स्वयं विकास कार्यों में रोड़ा बन रहे हैं.

पार्षद और यूडीपी अध्यक्ष में ठनी तनातनी.

उत्तराखंड विकास पार्टी के अध्यक्ष मुजीब नैथानी ने बताया कि भाजपा सरकार ने पर्याप्त धन कोटद्वार नगर निगम के विकास कार्यों के लिए स्वीकृत किया है. पार्षदों को नगर निगम के नियम कानूनों का सही ज्ञान न होने के कारण वह विकास कार्यों में रोड़ा बन रहे हैं. जिस कारण कोटद्वार नगर निगम का विकास कार्य अधर में लटके हुए हैं. कोटद्वार नगर निगम के विकास में सरकार और मेयर कोई दोषी नहीं है, इसके जिम्मेदार स्वयं पार्षद हैं.

उत्तराखंड विकास पार्टी के अध्यक्ष मुजीब नैथानी ने बताया कि जनता को यह जान लेना चाहिये कि भाजपा सरकार ने कोटद्वार नगर निगम को अच्छा फंड दिया है. 2.5 करोड़ रुपये का पहला बजट डेढ़ साल पहले आने के बाद पार्षद अभी तक विकास कार्य नहीं करा पा रहे हैं. पार्षद अपने आप को अधिकारी समझ रहे, जबकि वह सिर्फ पार्षद हैं. पार्षद बोर्ड में सही प्रस्ताव नहीं ला पा रहे हैं, अभी तक बोर्ड बैठकों में जो प्रस्ताव पास हुए हैं, उनमें इस्टीमेट नहीं है, जिस कारण नगर आयुक्त प्रस्ताव को पास नहीं कर रहे हैं. अगर इन प्रस्तावों को पास करने के बाद भविष्य में कोई दिक्कत आती है तो नगर आयुक्त पर गाज गिर सकती है.

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उत्तराखंड विकास पार्टी के अध्यक्ष मुजीब नैथानी ने बताया कि कोटद्वार नगर निगम पर इसका कोई फर्क नहीं पड़ता कि मेयर कांग्रेस की है और सरकार भाजपा की है. कोटद्वार नगर निगम की मेयर मृदुभाषी और शालीन स्वभाव की है. नगर अधिकारी भी मेयर को कॉर्पोरेट कर रहे हैं. पार्षदों को नगर निगम के नियम तौर-तरीकों को नहीं जानते, जिस कारण काम रुके पड़े हुए हैं. पिछले डेढ़ वर्षों से जो ढाई करोड़ रुपये का बजट आया है. सिर्फ पार्षदों के कारण ये बजट विकास कार्यों में नहीं लग पाया है.

Intro:summary कोटद्वार नगर निगम के विकास में रोड़ा बने पार्षद- मुजीब नैथानी।


intro कोटद्वार नगर निगम के कार्यकाल को 8 महीने का समय बीत गया है, कोटद्वार नगर निगम के पार्षद आज भी विकास कार्यों का रोना रो रहे हैं उनका कहना है कि भाजपा सरकार कोटद्वार नगर निगम के विकास कार्यों के लिए धन की स्वीकृति नहीं कर रही है , जबकि उत्तराखंड विकास पार्टी के अध्यक्ष मुजीब नैथानी का कहना है कि भाजपा सरकार ने पर्याप्त धन कोटद्वार नगर निगम के विकास कार्यों के लिए स्वीकृत किया है, पार्षदों को नगर निगम के नियम कानूनों का सही ज्ञान न होने के कारण वह विकास कार्यों में रोड़ा बन रहे हैं जिस कारण कोटद्वार नगर निगम का विकास कार्य अधर में लटके है। कोटद्वार नगर निगम के विकास में सरकार और मेयर कोई दोषी नहीं है अगर कोई दोषी है तो सिर्फ पार्षद।


Body:वीओ-उत्तराखंड विकास पार्टी के अध्यक्ष मुजीब नैथानी का कहना है कि जनता को यह जान लेना चाहिये कि भाजपा सरकार ने कोटद्वार नगर निगम को अच्छा फंड दिया है, जबकि राज्य वित्त आयोग की संस्तुति जो नगर पालिका की थी जो 2022 तक है, लेकिन जैसे नगर निगम में सफाई कर्मचारी बढ़े, जिस तरह ऑफिस असिटेंड बढे,
जो ढाई करोड़ रुपए का पहला बजट आया था इसे डेढ़ साल हो गया है अभी तक पार्षद काम नहीं करा पा रहे हैं, पार्षद अपने आप को अधिकारी समझ रहे, जबकि वह सिर्फ पार्षद पार्षद है, नगर निगम में बोर्ड महत्वपूर्ण होता है। पार्षद बोर्ड में सही प्रस्ताव नहीं ला पा रहे हैं, अभी तक बोर्ड बैठकों में जो प्रस्ताव पास हुए हैं उनमें ईस्टमेंट नहीं है बिगर इस्टीमेट के नगर आयुक्त कैसे प्रस्ताव को पास करेगा, इन प्रस्तावों से ऐसा मालूम नहीं हो पाता है कि क्या यह तीन हजार का है या तीन लाख का है या तीन करोड़ का है। अगर इन प्रस्तावों को पास करने के बाद भविष्य में कोई दिक्कत आती तो नगर आयुक्त पर गाज गिर सकती है, इसलिए नगर आयुक्त इन प्रस्ताव को पास नहीं करेगा।
पार्षदों को सबसे पहले यह समझना चाहिए कि वह अधिकारी नहीं है यह समझना चाहिए कि वह सर्वोपरि नहीं है, नगर निगम में बोर्ड सर्वोपरि होता है, और बोर्ड किस तरह काम करता है यह उन्हें पहले सीखना चाहिए, उसके बाद काम हुआ है या नहीं उसकी शिकायत करें। मेरा यह मानना है कि बीजेपी सरकार ने काम करने के लिए जरूरत से ज्यादा पैसा कोटद्वार नगर निगम को दिया है जिसका उपयोग नगर निगम के पार्षद नहीं कर पाए हैं क्योंकि इनको पता नहीं है और यह अधिकारी बनने की कोशिश ना करें।
कहा कि कोटद्वार नगर निगम पर इसका कोई फर्क नहीं पड़ता कि मेयर कांग्रेस की है सरकार भाजपा की है कोटद्वार नगर निगम की मेयर मृदुभाषी और शालीन सभाव की है नगर अधिकारी भी मेयर को कॉर्पोरेट कर रहे हैं वह वन मंत्री भी कॉर्पोरेट कर रहे हैं इसमें कोई शंका नहीं होनी चाहिए। पार्षदों को नगर निगम के नियम तौर-तरीकों को नहीं जानते, जिस कारण काम रुके पड़े। पिछले डेढ़ वर्षो से जो ढाई करोड़ रुपये का बजट आया है वह आज तक विकास कार्य में नहीं लग सका, सिर्फ पार्षदों की वजह से नहीं लग पाया है अब इन बातों से जाना जा सकता है कि कौन नगर निगम के विकास में रोड़ा है, नगर निगम कोटद्वार के विकास कार्यों में बाधक सिर्फ और सिर्फ पार्षद है ना कि सरकार और मेहर ।

बाइट- मुजीब नैथानी उत्तराखंड विकास पार्टी अध्यक्ष।

बाइट सौरभ नोटियाल


Conclusion:
Last Updated : Aug 1, 2019, 1:12 PM IST
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