पौड़ी: सैनिक बाहुल्य सीट कही जाने वाली गढ़वाल लोकसभा में आने वाले दिनोंमें 'महाभारत' देखने को मिलेगा. इस सीट पर पिता, पुत्र के साथ ही शिष्य की साख दांव पर लगी हुई है. जहां 'पिता' प्रचारक की भूमिका में होंगे तो वहीं शिष्य और पुत्र चुनावी समर के योद्धा के रूप में एक दूसरे के आमने- सामने होंगे. जी हां हम बात कर रहे हैं गढ़वाल लोकसभा सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी मनीष खंडूड़ी के बारे. मनीष के पिता पूर्व सीएम भुवन चंद्र खंडूड़ी यहां से मौजूदा समय में बीजेपी सांसद हैं. ऐसे मेंचुनावमें मनीष किस तरह की प्लानिंग के साथमैदान में उतरेंगे इसे लेकर ईटीवी भारत ने उनसे खास बातचीत की.
ईटीवी भारत से खास बातचीत में मनीष खंडूड़ी ने बताया कि उन्होंने लंबे समय तक पत्रकारिता के क्षेत्र में काम किया है. उन्होंने बताया कि काफी सोच- विचार करने के बाद ही उन्होंनेराजनीति में पदार्पण किया हैं. मनीष ने बताया कि उनकी दादी कट्टर कांग्रेसी थी. जिसके कारण उनके घर में शुरू से ही कांग्रेस विचारधारा का माहौल था जिससे कि वे काफी प्रभावित थे. इन्हीं कारणों से उन्होंने कांग्रेस में जुड़ने का फैसला लिया.
राजनीति में आने पर बोलते हुए मनीष ने कहा कि इसके लिए उनके पास दो कारण थे. सबसे पहला कारण कांग्रेस की विचारधारा है जो कि सब को एकजुट होकर आगे बढ़ाना चाहती है. दूसरा वह अपने देश समाज और प्रदेश के लिए कुछ करना चाहते हैं. उन्होंने बताया कि लोकसभा चुनाव का मतदान 11 अप्रैल को होना है उससे पहले उन्हें गढ़वाल लोकसभा का पूरा भ्रमण करना है. मनीष ने बताया कि लोकसभा क्षेत्र में उन्हें कांग्रेस के विधायकों और संगठन का सहयोग मिल रहा है. जिससे वे विधानसभाओं में जाकर जनसंपर्क कर पा रहे हैं.
परिवार के बारे में मनीष ने बताया उनका परिवार पहले से ही कांग्रेसी विचारधारा का रहा है. हालांकि उनके पिता पूर्व सीएम बीसी खंडूड़ी ने साल 1991 में अपनी विचारधारा से भाजपा संगठन से जुड़ने का निर्णय लिया था. उन्होंने कहा कि कांग्रेस में जुड़ना मेरी व्यक्तिगत विचारधारा है. मनीष ने कहा कि वे आज भी पिता से बात करते हैं. उन्होंने कहा कि पिता काआशीर्वाद हमेशा उनके साथ है.