कोटद्वार: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन बनाने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है. दवा कंपनी में एंटीबायोटिक दवाइयों पर रेमडेसिविर इंजेक्शन के लेबल लगाकर महंगे दामों पर बेचे जाने के संबंध मामले में अलग-अलग जगहों से 7 लोगों की गिरफ्तारी हुई है. क्राइम ब्रांच ने कोटद्वार की एक दवा कंपनी को भी पकड़ा है. दिल्ली पुलिस की कार्रवाई के बाद उत्तराखंड का ड्रग्स विभाग की एक्टिव हुआ. शुक्रवार को हरिद्वार ड्रग्स इंस्पेक्टर अनीता भारती ने कोटद्वार पहुंचकर सिडकुल सीगड्डी स्थित दवाई फैक्ट्री के मालिक के बयान दर्ज किए और फैक्ट्री मालिक से पूछताछ की.
बता दें, दिल्ली पुलिस की एक टीम ने कोटद्वार में नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन बनाने वाली फैक्ट्री पर छापा मारा था. जैसे ही ये खबर स्थानीय पुलिस और प्रशासन को मिली तो उनके होश उड़ गए. आनन-फानन में उत्तराखंड एसटीएफ व स्थानीय पुलिस भी फैक्ट्री पहुंची और मामले की जांच की. वहीं देर शाम ड्रग्स इंस्पेक्टर हरिद्वार अनीता भारती भी फैक्ट्री पहुंची. इस दौरान ड्रग्स इंस्पेक्टर ने फैक्ट्री मालिक के बयान दर्ज किये.
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ड्रग्स इंस्पेक्टर अनिता भारती ने बताया कि नकली रेमडेसिविर मार्केट में धड़ल्ले से बिक रहे हैं. इस मामले में दो आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है, जिनका कहना है कि वह अटेक्जिन नाम के एंटीबायोटिक इंजेक्शन मार्केट से लेकर के उनका रेमडेसिवीर का लेवल लगाकर दिल्ली और मुजफ्फरनगर सहित अन्य जगहों पर सप्लाई कर रहे थे. भारती का कहना है कि उन्होंने कंपनी का निरीक्षण किया गया. यहां पर ऐसे कोई इंजेक्शन नहीं पाए गए हैं और न ही इंजेक्शन से रिलेटिव लेबलिंग या रॉ मैटेरियल यहां पर पाया गया है.