श्रीनगर: चमोली के नंदानगर घाट में अस्पताल के अंदर डॉक्टर के साथ मारपीट करने का मामला तूल पकड़ने लगा है. इसी क्रम में आज जनपद के सभी सरकारी अस्पतालों में डॉक्टर्स ने काली पट्टी बांधकर अपना विरोध जताया है. डॉक्टरों ने प्रशासन और सरकार को चेतावनी दी है कि अगर मामले में 6 अन्य लोगों की आज शाम तक गिरफ्तारी नहीं कि जाती है, तो कल से पूरे प्रदेश भर में सरकारी अस्पतालों की ओपीडी का बहिष्कार किया जाएगा. जिसकी सारी जिम्मेदारी प्रशासन और सरकार की होगी.
ये है मामला: बता दें कि बीते 9 जुलाई की रात को नंदानगर घाट सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में नाइट ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर रोहित चौहान के साथ तीमारदारों ने मारपीट की थी. दरअसल हरेंद्र सिंह और मुकेश सिंह अन्य परिजनों के साथ एक परिजन को पेट दर्द की शिकायत पर सीएचसी लेकर पहुंचे थे. इस दौरान किसी बात को लेकर तीमारदारों की इलाज कर रहे चिकित्सक से बहस हो गई. बहस धीरे-धीरे मारपीट में बदल गई और तीमारदारों ने डॉक्टर की पिटाई कर दी. पिटाई से डॉक्टर के सिर पर चोट लगी थी, जिससे उन्हें तीन टांके लगे हैं.
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डॉक्टरों ने जताई नाराजगी: प्रांतीय चिकित्सा स्वास्थ्य सेवा संघ उत्तराखंड की अगवाई में आज प्रदेश भर में विरोध देखने को मिल रहा है. इसी बीच प्रांतीय चिकित्सा स्वास्थ्य सेवा संघ उत्तराखंड के जिला अध्यक्ष और वरिष्ठ सर्जन डॉक्टर लोकेश सलूजा ने कहा कि इस तरह की घटना को चिकित्सा संघ बर्दाश्त नही करेगा. ऐसे हालात में चिकित्सक अस्पतालों में अपनी सेवा किस प्रकार से देंगे. उन्होंने कहा कि इस घटना में अभी तक दो लोगों की गिरफ्तारी की गई है, जबकि मारपीट करने में 8 लोग शामिल थे. वहीं, प्रांतीय चिकित्सा स्वास्थ्य सेवा संघ उत्तराखंड के मीडिया प्रभारी डॉक्टर रचित गर्ग ने कहा कि ये बड़ी निराश करने वाली घटना है. इससे डॉक्टरों का मनोबल गिर रहा है. मामले में सरकार को दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए.
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