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प्रवासियों को एकीकृत खेती से जोड़ने की कवायद, DM ने शुरू किया अभियान

जनपद पौड़ी में एकीकृत खेती करने के लिए जिलाधिकारी पौड़ी की ओर से बाहर से आए प्रवासियों के साथ-साथ क्षेत्रों लोगों को भी प्रोत्साहित किया जा रहा है.

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Published : Jul 25, 2020, 5:11 PM IST

Updated : Jul 25, 2020, 7:47 PM IST

Pauri Garhwal
पौड़ी में प्रवासियों को एकीकृत खेती से जोड़ने के लिए DM ने की अभियान की शुरुआत

पौड़ी: जनपद पौड़ी में एकीकृत खेती करने के लिए जिलाधिकारी पौड़ी की ओर से बाहर से आए प्रवासियों के साथ-साथ क्षेत्रों लोगों को भी प्रोत्साहित किया जा रहा है. जनपद पौड़ी के रथवाढाब इलाके में जहां खेतों का स्वरूप मैदानी है. वहां पर पानी की भी उचित व्यवस्था होने के चलते एकीकृत खेती के रूप में क्षेत्र को विकसित किया जा रहा है.

जिलाधिकारी पौड़ी ने बताया है कि जनपद पौड़ी में आए प्रवासियों और क्षेत्रीय लोगों को एक साथ लेकर खेती की जा रही है और यहां पर मत्स्य पालन के साथ-साथ पॉलीहाउस की मदद से लोगों को रोजगार के साथ जोड़ा जा रहा है, ताकि बाहर से आए लोग गांव वालों के साथ मिलकर खेती कर क्षेत्र को एक मॉडल के रूप में विकसित कर सके.

प्रवासियों को एकीकृत खेती से जोड़ने की कवायद.

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जिलाधिकारी पौड़ी धीराज सिंह गर्ब्याल ने कहा कि जनपद पौड़ी के रथवाढाब क्षेत्र में अधिकतर खेत समतल है और यहां पर पानी की भी उचित व्यवस्था होने के चलते इस क्षेत्र में 30 से 40 मत्स्य पालन के तालाब बनाकर तैयार कर लिए गए हैं, साथ ही यहां पर पॉलीहाउस भी दिए जा रहे हैं, ताकि क्षेत्रीय लोगों के साथ-साथ बाहर से आए प्रवासी. जोकि, इस क्षेत्र में रुचि रख रहे हैं उन्हें एकीकृत खेती से जोड़कर एक मॉडल के रूप में विकसित किया जा रहा है.

पढ़े- पुरोला घाटी के सेब बागानों को रोल मॉडल बनाएगी सरकार, काश्तकारों को मिलेगा ऋण मुक्त ब्याज

उन्होंने कहा कि यहां पर पंगास (मछली) की खेती भी की जा रही है क्योंकि यह प्रजाति बहुत कम समय में विकसित हो जाती है और इसकी खेती करने से लोगों को प्रतिमाह 50 से 60 हजार आमदनी भी आसानी से प्राप्त होगी.

पौड़ी: जनपद पौड़ी में एकीकृत खेती करने के लिए जिलाधिकारी पौड़ी की ओर से बाहर से आए प्रवासियों के साथ-साथ क्षेत्रों लोगों को भी प्रोत्साहित किया जा रहा है. जनपद पौड़ी के रथवाढाब इलाके में जहां खेतों का स्वरूप मैदानी है. वहां पर पानी की भी उचित व्यवस्था होने के चलते एकीकृत खेती के रूप में क्षेत्र को विकसित किया जा रहा है.

जिलाधिकारी पौड़ी ने बताया है कि जनपद पौड़ी में आए प्रवासियों और क्षेत्रीय लोगों को एक साथ लेकर खेती की जा रही है और यहां पर मत्स्य पालन के साथ-साथ पॉलीहाउस की मदद से लोगों को रोजगार के साथ जोड़ा जा रहा है, ताकि बाहर से आए लोग गांव वालों के साथ मिलकर खेती कर क्षेत्र को एक मॉडल के रूप में विकसित कर सके.

प्रवासियों को एकीकृत खेती से जोड़ने की कवायद.

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जिलाधिकारी पौड़ी धीराज सिंह गर्ब्याल ने कहा कि जनपद पौड़ी के रथवाढाब क्षेत्र में अधिकतर खेत समतल है और यहां पर पानी की भी उचित व्यवस्था होने के चलते इस क्षेत्र में 30 से 40 मत्स्य पालन के तालाब बनाकर तैयार कर लिए गए हैं, साथ ही यहां पर पॉलीहाउस भी दिए जा रहे हैं, ताकि क्षेत्रीय लोगों के साथ-साथ बाहर से आए प्रवासी. जोकि, इस क्षेत्र में रुचि रख रहे हैं उन्हें एकीकृत खेती से जोड़कर एक मॉडल के रूप में विकसित किया जा रहा है.

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उन्होंने कहा कि यहां पर पंगास (मछली) की खेती भी की जा रही है क्योंकि यह प्रजाति बहुत कम समय में विकसित हो जाती है और इसकी खेती करने से लोगों को प्रतिमाह 50 से 60 हजार आमदनी भी आसानी से प्राप्त होगी.

Last Updated : Jul 25, 2020, 7:47 PM IST
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