कोटद्वार: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन बनाने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है. इस मामले में क्राइम ब्रांच ने दिल्ली में पांच आरोपियों की गिरफ्तारी की है. हरिद्वार, रुड़की और कोटद्वार में छापेमारी के बाद दो आरोपियों को गिफ्तार किया गया है. इसके साथ ही मौके से 198 नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन, पैकेजिंग सामग्री और 3,000 खाली शीशियां बरामद हुई हैं.
मुखबिर की सूचना पर छापेमारी
जानकारी मिली कि दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम ने मुखबिर की सूचना पर मोहम्मद शोएब खान (निवासी साहदरा, दिल्ली) और मोहन कुमार झा (निवासी फरीदाबाद हरियाणा) को कुछ नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन बेचते हुए गिरफ्तार किया गया था. गिरफ्तार आरोपियों से की गई पूछताछ के आधार पर दिल्ली क्राइम ब्रांच की एक टीम ने हरिद्वार में छापा मारा.
छापेमारी में विभिन्न कम्पनियों की दवाइयों के रैपर बरामद
यहां टीम ने दबिश देकर टिहरी विस्थापित कॉलोनी की गली नंबर 04 निवासी वतन सैनी पुत्र मांगेराम सैनी को गिरासत में लिया. वतन सैनी के घर से विभिन्न कम्पनियों की दवाइयों के रैपर, इंजेक्शन (बिना लेबल के) की बरामदगी के साथ कुछ नकदी भी बरामद की गई.
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच को मिला उत्तराखंड एसटीएफ का साथ
कार्रवाई के दौरान दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम के साथ स्थानीय पुलिस थाना रानीपुर एवं हरिद्वार के ड्रग्स इंस्पेक्टर की मौजूदगी में संयुक्त रूप से कार्रवाई की गई. इसकी सूचना उत्तराखंड एसटीएफ को मिलने के बाद एसटीएफ ने क्राइम ब्रान्च से लगातार सम्पर्क बनाये रखा. इस संबंध में कोई भी महत्वपूर्ण जानकारी मिलने पर एसटीएफ से समन्वय बनाने के लिए अवगत कराया गया.
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गिरफ्तार अभियुक्तों से की गई पूछताछ से एक व्यक्ति आदित्य गौतम का नाम भी प्रकाश में आया था, जिसे क्राइम ब्रांच द्वारा गिरफ्तार किया गया. आदित्य गौतम पौड़ी जनपद के कोटद्वार में 'नेक्टर हर्ब्स एंड ड्रग्स फार्मा' नाम की कम्पनी में लीज में पार्टनर है. नेक्टर फार्मा द्वारा बुखार और गैस की कुछ दवा तथा पशुओं के लिए सिरप आदि बनाया जाता है.
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दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम ने गिरफ्तार अभियुक्तों को रिमांड लिया है. इस संबंध में समस्त जानकारी हासिल करने के बाद उत्तराखंड एसटीएफ से निरीक्षक संदीप नेगी के नेतृत्व में एक टीम दिल्ली जा चुकी है. एक टीम को कोटद्वार तथा एक निरीक्षक के नेतृत्व में एसटीएफ की एक टीम हरिद्वार में जांच पड़ताल कर रही है. अभी तक की जानकारी के अनुसार एक कम्पनी का इंजेक्शन जो कि एन्टी बायोटिक के रूप में इस्तेमाल होता है, उसका लेबल हटाकर रेमडेसिविर के इंजेक्शन “COVIPRI” का लेबल लगाकर विभिन्न स्थानों पर फुटकर में बेचे जाने की बात प्रकाश में आई है.
अभी तक की जांच से किसी फैक्ट्री द्वारा इंजेक्शन बनाने की बात प्रकाश में नहीं आई है. हरिद्वार के रुड़की क्षेत्र में इस इंजेक्शन का लेबल एक प्रिन्टिंग प्रेस द्वारा बनाये जाने की बात भी पता चली है. जिसके लिए एक टीम को रुड़की भेजा गया है.
गिरफ्तार आरोपी
- मनोज कुमार झा पुत्र जटाधर झा, निवासी मकान नंबर 2 गली नंबर 4 कृष्णा कॉलोनी, फरीदाबाद, (उम्र 40 वर्ष).
- शोएब खान पुत्र मोहम्मद राशिद, निवासी मकान नंबर 1203 /2 मुल्तानी मोहल्ला, गांधी नगर, नई दिल्ली.
- मनीष गोयल पुत्र विमल गोयल निवासी जीदो आकाशदीप अपार्टमेंट सेक्टर-5, राजेंद्र नगर, नई दिल्ली.
- साधना शर्मा w/o विकास वशिष्ठ निवासी b1 /227 थर्ड फ्लोर यमुना विहार दिल्ली.
- पुष्कर फाखले पुत्र चंद्रकांत फाखले निवासी प्लॉट नंबर 39 सिंधु रतना, करगांव रोड, चालीसगांव, जिला जलगांव महाराष्ट्र.
- आदित्य गौतम पुत्र कृष्ण गोपाल शर्मा, निवासी नगला चीना पोस्ट गुरुकुल नारसन हरिद्वार, अरेस्ट हुआ मेरठ से.
- वतन कुमार सैनी पुत्र मांगेराम सैनी निवासी A-14 सुभाष नगर हरिद्वार (उम्र 35 वर्ष)
पुलिस ने लोगों से की अपील
हाल ही में क्राइम ब्रांच की डीसीपी मोनिका भारद्वाज की तरफ से लोगों को रेमडेसिविर इंजेक्शन खरीदते समय अलर्ट रहने की अपील की गई थी. उन्होंने कहा कि बाजार में बढ़ी मांग से कुछ जालसाज नकली दवा भी सप्लाई कर रहे हैं. इसलिए बाजार से यह दवा खरीदते समय उन्हें कुछ सावधानियों को ध्यान रखने की आवश्यकता है. इसे लेकर उन्होंने दवा की एक तस्वीर भी जारी की, जिसमें बताया था कि किस तरह से असली दवा की पहचान की जा सकती है.
असली दवा में रेमडेसिविर के ऊपर Rx लिखा हुआ है, जबकि नकली दवा में यह नहीं लिखा है.
असली दवा में लाल रंग की वार्निंग लेबल मौजूद है.
नकली दवा में इंडिया लिखते समय india (India सही) में आई कैपिटल नहीं लिखा गया है.
तेलंगाना की स्पेलिंग भी इसमें गलत है.