कोटद्वार: जिले में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए नगर निगम और स्थानीय प्रशासन पूरे इलाके को सैनेटाइज करने के लिए सैनेटाइजर की खरीदारी कर रहा है. जिसके बाद सार्वजनिक स्थलों और भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में सैनेटाइज करने का कार्य शुरू किया जाएगा. लेकिन निगम के पार्षदों ने ड्रमों में भर कर आए सैनेटाइजर पर सवाल उठाते हुए नगर निगम परिसर में खूब हंगामा किया.
दरअसल, कोरोना महामारी के चलते कोटद्वार में सैनेटाइजेशन करने के लिए नगर निगम ने सैनेटाइजर खरीदा है. पार्षदों का कहना है कि फर्म की ओर से ड्रमों में भर कर जो सैनेटाइजर आ रहा है, वो नकली है. जिसके बाद निगम प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है. पार्षद यहां तक कह रहे हैं कि फर्म ड्रमों में सैनेटाइजर की जगह पानी भर कर भेज रही है, जिसके बाद हरकत में आए नगर निगम प्रशासन ने ड्रमों में आए सैनेटाइजर का सैंपल भर कर लैब भेज दिया है. वहीं, नगर आयुक्त योगेश मेहरा का कहना है, कि अगर सैनेटाइजर नकली पाया गया तो सप्लाई करने वाली फर्म के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
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वहीं, पार्षद विपिन डोबरियाल का कहना है, कि इससे पहले भी उन्होंने इस तरह के घोटाले नगर निगम में उजागर किए हैं, उन्होंने बताया कि उनके वार्ड नंबर 11 में ट्रैक्टर से सैनेटाइजर का छिड़काव किया जाना था. पार्षद ने बताया कि उन्होंने जब ड्रम से सैनेटाइजर को निकाला तो वो पानी मालूम दे रहा था, जिसकी शिकायत उन्होंने नगर आयुक्त से की.
उधर नगर आयुक्त का कहना है, कि सैनेटाइजर को लेकर कुछ पार्षदों ने उनसे शिकायत की है, जिसके बाद सैनेटाइजर के सैंपल लैब भेज दिए गए हैं. रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. अगर शिकायत गलत पाई गई तो शिकायत करने वाले पार्षदों के खिलाफ भी नोटिस जारी किया जाएगा.