पौड़ी: कोरोना वायरस वैश्विक महामारी की घड़ी में सहकारिता विभाग ने किसानों को निशुल्क ऋण प्रदान करने की योजना बनाई है. सहकारिता विभाग ने अब ऋण की राशि को एक लाख से बढ़ाकर पांच लाख रुपये कर दिया है. ये ऋण किसानों को शून्य प्रतिशत ब्याज पर स्वरोजगार उपलब्ध कराने में मदद करेगा.
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जानकारी के मुताबिक, उत्तराखंड में सहकारी बैंक की कुल 284 शाखाएं हैं. इन सभी शाखाओं से कुल 18 लाख किसान जुड़े हैं, जिसमें 8 लाख किसान प्रत्यक्ष रूप से सहकारी समिति से जुड़े हुए हैं. ये सभी शाखाएं किसान पशुपालन, मुर्गी पालन, मत्स्य पालन, बागवानी, सुगंध उत्पादन जैसे कई स्वरोजगार के लिए सरकारी समितियों से ऋण ले सकती हैं.
उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने बताया कि जो किसान एक लाख, तीन लाख या पांच लाख रुपये का ऋण लेना चाहते हैं, उन्हें सहकारी समिति शून्य ब्याज पर ऋण दे रही है. अब एक लाख साठ हजार रुपये तक के ऋण पर किसी भी कृषक की भूमि बंधक नहीं बनाई जाएगी. सिर्फ उन्हें दो गारंटर से ऋण उपलब्ध करा दिया जाएगा.