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अनुकृति गुसाईं ने की लैंसडाउन विधायक दलीप रावत के राजनीतिक संन्यास की मांग, ये है पूरा मामला

लैंसडाउन विधायक दलीप सिंह रावत ने अपने विधानसभा क्षेत्र में विकास कार्य नहीं होने की बात क्या कही, कांग्रेस ने ये मुद्दा तुरंत लपक लिया. विधानसभा चुनाव 2022 में विधायक पद के लिए दलीप सिंह रावत की प्रतिद्वंदी रहीं कांग्रेस नेता अनुकृति गुसाईं ने विधायक दलीप सिंह रावत और बीजेपी सरकार दोनों को आड़े हाथ लिया है. अनुकृति ने कहा कि कांग्रेस यही तो कह रही है कि बीजेपी सरकार विकास कार्य नहीं कर रही है. अनुकृति ने दलीप सिंह रावत के राजनीतिक संन्यास की मांग भी की.

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दलीप रावत समाचार
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Published : Dec 19, 2022, 7:34 AM IST

Updated : Dec 19, 2022, 9:19 AM IST

दलीप रावत के बयान के बाद बवंडर

देहरादून: पिछले दिनों लैंसडाउन के भाजपा विधायक दलीप रावत ने अपनी ही सरकार के कामों पर सवाल खड़े किए थे. कांग्रेस नेत्री अनुकृति गुसाईं ने इसी बहाने भाजपा सरकार और विधायक को आड़े हाथ ले लिया है. अनुकृति गुसाईं ने दलीप रावत के राजनीतिक संन्यास पर जाने की बात कह दी.

दलीप रावत के सेल्फ गोल से कांग्रेस को मिला मौका: उत्तराखंड की लैंसडाउन विधानसभा सीट से पिछले कई बार से विधायक रहे दलीप रावत के बयान पर इन दिनों राजनीति गरमाई हुई है. दरअसल पिछले दिनों दलीप रावत ने अपनी विधानसभा सीट पर पर्यटन विकास को लेकर काम ना होने की बात कही थी. दलीप रावत के इस बयान को सरकार से ज्यादा पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज पर बड़ा हमला माना जा रहा है.

विधायक दलीप रावत का बयान आते ही कांग्रेस ने सरकार को कटघरे में खड़ा किया है तो दूसरी तरफ विधायक के पिछले कई बार से जीत कर आने के बावजूद काम ना होने को लेकर उनकी कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े किए हैं. कांग्रेस नेता अनुकृति गुसाईं रावत ने कहा कि वैसे तो वह विधायक दिलीप रावत का शुक्रिया अदा करना चाहती हैं कि उन्होंने आखिरकार मान ही लिया कि वह अपनी विधानसभा सीट पर कुछ नहीं कर पा रहे. इसके जरिए उन्होंने कांग्रेस की इस बात को भी सही साबित कर दिया है जिसमें कांग्रेस सरकार द्वारा प्रदेश में विकास को बाधित करने की बात कहती रही है.

अनुकृति गुसाईं ने विधायक दलीप रावत से राजनीतिक संन्यास की मांग की: अनुकृति गुसाईं रावत ने कहा कि जो विधायक इतनी बार अपनी सीट पर लगातार जीत कर आया हो, उसे यदि काम नहीं होने का एहसास हो रहा हो तो ऐसे विधायक को संन्यास ले लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि इतने साल बाद भाजपा के विधायक इस तरह के बहाने बनाकर लोगों को बेवकूफ नहीं बना सकते.
ये भी पढ़िए: हरक सिंह को लेकर नरम पड़े दलीप रावत के तेवर, कहा- हरक का नहीं गलत कामों का है विरोध

भाजपा विधायक दलीप रावत के बयान से हालांकि भाजपा संगठन भी बचाव की मुद्रा में दिखाई दिया. सरकार पर अपने ही विधायक के हमले से पार्टी असहज भी महसूस कर रही है. हालांकि इस सबसे हटकर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने खुद सामने आते हुए अपने विधायक के इस बयान पर उनकी विकास की सोच को वजह बताया. उन्होंने कहा कि दलीप सिंह रावत को अपने क्षेत्र में और भी अधिक विकास की जरूरत महसूस होती होगी. इसके लिए वे पर्यटन मंत्री को यह बात कह सकते हैं.

दलीप रावत ने क्या कहा था: लैंसडाउन से विधायक दलीप रावत ने अपनी ही भाजपा सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए थे. उन्होंने कहा कि सरकार लैंसडाउन विधानसभा क्षेत्र के पर्यटन विकास को लेकर गंभीर नहीं है. यहां के पर्यटन विकास के लिए सरकार ने कुछ भी काम नहीं किया. वे अपने व्यक्तिगत प्रयासोें से लैंसडाउन क्षेत्र के पर्यटन विकास को लेकर प्रयासरत हैं.

विधायक दलीप रावत ने कहा कि वे इस क्षेत्र का लगातार तीसरी बार प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. पर्यटन विकास की दिशा में जो प्रयास किए जाने चाहिए थे, वह नहीं हुए. इस दिशा में सरकार की तरफ से कभी गंभीरता नहीं दिखाई दी. जिसका परिणाम यह रहा कि पर्यटन विकास की प्रस्तावित योजनाएं कागजों से धरातल पर नहीं उतर पा रही हैं.

विधायक दलीप सिंह रावत ने ये भी कहा कि वह अपने व्यक्तिगत प्रयासों से चिणबौ वाटर फॉल के विकास के लिए कार्य कर रहे हैं. एक नई योजना के तहत असनखेत के पास आचरी कुंड गुफा को विकसित करने के लिए कार्य कर रहे हैं. जिससे नए पर्यटन स्थल जनता के लिए शुरू हो सकें. विधायक दलीप रावत ने कहा कि नैनीडांडा ब्लाक में एक नए वाटर फॉल के लिए काम कर रहे हैं.

विधायक दलीप सिंह रावत ने कहा कि इस बारे में उनकी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से भी बातचीत हुई है. सीएम धामी ने उन्हें पर्यटन विकास की प्रस्तावित योजनाओं के विकास में मदद का भरोसा दिलाया है. विधायक ने मुख्यमंत्री से प्रस्तावित सकमुंडा झील योजना को जल्द पूरा करने का आग्रह किया था.

कौन हैं दलीप सिंह रावत: 54 वर्षीय दलीप सिंह रावत 2022 के उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में लैंसडाउन सीट से BJP उम्‍मीदवार के रूप में जीते हैं. चुनाव आयोग में दाखिल शपथ पत्र के अनुसार दलीप सिंह रावत का पेशा MLA और शिक्षा स्नातक है. चुनाव आयोग को सौंपे गए शपथ पत्र में दलीप सिंह रावत ने अपनी कुल संपत्ति ₹1.9 करोड़ घोषित की थी. इसमें 16.3 लाख रुपए की चल संपत्ति और 1.7 करोड़ रुपए की अचल संपत्ति शामिल है. दलीप सिंह रावत पर कोई आपराधिक मामला नहीं है.

दलीप सिंह रावत लगातार तीसरी बार बने हैं विधायक: दलीप सिंह रावत लैंसडाउन विधानसभा सीट से लगातार तीसरी बार विधायक बने हैं. 2012 में दलीप सिंह रावत ने लेफ्टिनेंट जनरल रिटायर्ड तेजपाल सिंह रावत को हराया था. 2017 में दलीप सिंह रावत ने कांग्रेस के लेफ्टिनेंट जनरल रिटायर्ड तेजपाल सिंह रावत को हराया था. 2022 में दलीप सिंह रावत ने कांग्रेस प्रत्याशी और हरक सिंह रावत की बहू अनुकृति गुसाईं को शिकस्त दी थी.

कौन हैं अनुकृति गुसाईं: फेमिना मिस इंडिया ग्रैंड इंटरनेशनल रहीं अनुकृति गुसाईं बीजेपी सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री और अब कांग्रेस नेता डॉ. हरक सिंह रावत की बहू हैं. अनुकृति ने साल 2018 में हरक सिंह रावत के बेटे तुषित रावत से शादी की. अनुकृति गुसाईं पौड़ी जनपद के लैंसडाउन की मूल निवासी हैं. उन्होंने अपनी पढ़ाई लैंसडाउन और देहरादून से की है. अनुकृति एक सफल मॉडल और एक्ट्रेस भी हैं.

अनुकृति गुसाईं का जन्म उत्तराखंड राज्य के गढ़वाल प्रान्त में हुआ. अनुकृति के पिता का नाम उत्तम गुसाईं है और माता का नाम नर्वदा गुसाईं है, जो कि एक शिक्षिका हैं. अनुकृति तीन भाई बहनों में सबसे बड़ी बहन हैं. अनुकृति की प्रारंभिक शिक्षा आर्मी पब्लिक स्कूल (कक्षा 12 तक) लैंसडाउन में हुई है. बाद में बीटेक देहरादून इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी से किया. अपनी शिक्षा पूरी करके वह मुंबई चली गईं.

2013 में शुरू की थी मॉडलिंग: अनुकृति गुसाईं का मॉडलिंग करियर 2013 में शुरू हुआ जहां पर 'मिस इंडिया डेल्ही 2013' का खिताब जीता. बाद में इसी प्रतियोगिता में चौथे स्थान पर रहीं. इसके अगले वर्ष वह 'मिस इंडिया एशिया पैसिफिक-2014' प्रतियोगिता जीती और बाद में दक्षिण कोरिया में वह टॉप पांच में रहीं.
ये भी पढ़िए: हरक सिंह रावत की बहू मिस इंडिया अनुकृति गुसाईं लड़ना चाहती हैं चुनाव, ये है कारण

अनुकृति गुसाईं को मिले पुरस्कार एवं सम्मान: अनुकृति गुसाईं को अनेक पुरस्कार और सम्मान भी मिले हैं. इनमें महात्मा गांधी सम्मान (अंतराष्ट्रीय स्तर पर योगदान के लिए) मिला. इसके साथ ही उत्तराखंड फिल्म अकादमी से अवॉर्ड (अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए) मिला.

राजनीति की पहली पारी में ही बोल्ड आउट हो गईं अनुकृति गुसाईं: 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले तब के बीजेपी सरकार के कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत की बीजेपी से खटपट हो गई. अति महत्वाकांक्षी हरक सिंह रावत खुद और अपनी बहू अनुकृति गुसाईं दोनों के लिए टिकट मांग रहे थे. बीजेपी सिर्फ एक टिकट देने को तैयार थी. हरक को ये सहन नहीं हुआ. उन्होंने बीजेपी छोड़ने का फैसला लिया. लेकिन उनके इरादे भांपते हुए बीजेपी ने पहले उन्हें सरकार से निकाला और फिर पार्टी से भी निष्कासित कर दिया. इससे हरक सिंह रावत की बड़ी फजीहत हुई थी. कांग्रेस ने उन्हें दिल्ली में कई दिन इंतजार कराने के बाद पार्टी में शामिल किया.

हरक चुनाव नहीं लड़े, बहू अनुकृति को लड़ाया चुनाव: BJP से अपमानित करके निकाले गए हरक सिंह रावत ने 2022 का विधानसभा चुनाव नहीं लड़ा. उन्होंने अपनी बहू अनुकृति गुसाईं का राजनीतिक डेब्यू कराया. अनुकृति गुसाईं लैंसडाउन विधानसभा सीट से चुनाव लड़ीं. अनुकृति गुसाईं अपनी राजनीतिक करियर की पहली ही पारी में शून्य पर क्लीन बोल्ड हो गईं. उन्हें बीजेपी के दलीप सिंह रावत ने 9868 वोटों के अंतर से हरा दिया.

दलीप रावत के बयान के बाद बवंडर

देहरादून: पिछले दिनों लैंसडाउन के भाजपा विधायक दलीप रावत ने अपनी ही सरकार के कामों पर सवाल खड़े किए थे. कांग्रेस नेत्री अनुकृति गुसाईं ने इसी बहाने भाजपा सरकार और विधायक को आड़े हाथ ले लिया है. अनुकृति गुसाईं ने दलीप रावत के राजनीतिक संन्यास पर जाने की बात कह दी.

दलीप रावत के सेल्फ गोल से कांग्रेस को मिला मौका: उत्तराखंड की लैंसडाउन विधानसभा सीट से पिछले कई बार से विधायक रहे दलीप रावत के बयान पर इन दिनों राजनीति गरमाई हुई है. दरअसल पिछले दिनों दलीप रावत ने अपनी विधानसभा सीट पर पर्यटन विकास को लेकर काम ना होने की बात कही थी. दलीप रावत के इस बयान को सरकार से ज्यादा पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज पर बड़ा हमला माना जा रहा है.

विधायक दलीप रावत का बयान आते ही कांग्रेस ने सरकार को कटघरे में खड़ा किया है तो दूसरी तरफ विधायक के पिछले कई बार से जीत कर आने के बावजूद काम ना होने को लेकर उनकी कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े किए हैं. कांग्रेस नेता अनुकृति गुसाईं रावत ने कहा कि वैसे तो वह विधायक दिलीप रावत का शुक्रिया अदा करना चाहती हैं कि उन्होंने आखिरकार मान ही लिया कि वह अपनी विधानसभा सीट पर कुछ नहीं कर पा रहे. इसके जरिए उन्होंने कांग्रेस की इस बात को भी सही साबित कर दिया है जिसमें कांग्रेस सरकार द्वारा प्रदेश में विकास को बाधित करने की बात कहती रही है.

अनुकृति गुसाईं ने विधायक दलीप रावत से राजनीतिक संन्यास की मांग की: अनुकृति गुसाईं रावत ने कहा कि जो विधायक इतनी बार अपनी सीट पर लगातार जीत कर आया हो, उसे यदि काम नहीं होने का एहसास हो रहा हो तो ऐसे विधायक को संन्यास ले लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि इतने साल बाद भाजपा के विधायक इस तरह के बहाने बनाकर लोगों को बेवकूफ नहीं बना सकते.
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भाजपा विधायक दलीप रावत के बयान से हालांकि भाजपा संगठन भी बचाव की मुद्रा में दिखाई दिया. सरकार पर अपने ही विधायक के हमले से पार्टी असहज भी महसूस कर रही है. हालांकि इस सबसे हटकर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने खुद सामने आते हुए अपने विधायक के इस बयान पर उनकी विकास की सोच को वजह बताया. उन्होंने कहा कि दलीप सिंह रावत को अपने क्षेत्र में और भी अधिक विकास की जरूरत महसूस होती होगी. इसके लिए वे पर्यटन मंत्री को यह बात कह सकते हैं.

दलीप रावत ने क्या कहा था: लैंसडाउन से विधायक दलीप रावत ने अपनी ही भाजपा सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए थे. उन्होंने कहा कि सरकार लैंसडाउन विधानसभा क्षेत्र के पर्यटन विकास को लेकर गंभीर नहीं है. यहां के पर्यटन विकास के लिए सरकार ने कुछ भी काम नहीं किया. वे अपने व्यक्तिगत प्रयासोें से लैंसडाउन क्षेत्र के पर्यटन विकास को लेकर प्रयासरत हैं.

विधायक दलीप रावत ने कहा कि वे इस क्षेत्र का लगातार तीसरी बार प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. पर्यटन विकास की दिशा में जो प्रयास किए जाने चाहिए थे, वह नहीं हुए. इस दिशा में सरकार की तरफ से कभी गंभीरता नहीं दिखाई दी. जिसका परिणाम यह रहा कि पर्यटन विकास की प्रस्तावित योजनाएं कागजों से धरातल पर नहीं उतर पा रही हैं.

विधायक दलीप सिंह रावत ने ये भी कहा कि वह अपने व्यक्तिगत प्रयासों से चिणबौ वाटर फॉल के विकास के लिए कार्य कर रहे हैं. एक नई योजना के तहत असनखेत के पास आचरी कुंड गुफा को विकसित करने के लिए कार्य कर रहे हैं. जिससे नए पर्यटन स्थल जनता के लिए शुरू हो सकें. विधायक दलीप रावत ने कहा कि नैनीडांडा ब्लाक में एक नए वाटर फॉल के लिए काम कर रहे हैं.

विधायक दलीप सिंह रावत ने कहा कि इस बारे में उनकी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से भी बातचीत हुई है. सीएम धामी ने उन्हें पर्यटन विकास की प्रस्तावित योजनाओं के विकास में मदद का भरोसा दिलाया है. विधायक ने मुख्यमंत्री से प्रस्तावित सकमुंडा झील योजना को जल्द पूरा करने का आग्रह किया था.

कौन हैं दलीप सिंह रावत: 54 वर्षीय दलीप सिंह रावत 2022 के उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में लैंसडाउन सीट से BJP उम्‍मीदवार के रूप में जीते हैं. चुनाव आयोग में दाखिल शपथ पत्र के अनुसार दलीप सिंह रावत का पेशा MLA और शिक्षा स्नातक है. चुनाव आयोग को सौंपे गए शपथ पत्र में दलीप सिंह रावत ने अपनी कुल संपत्ति ₹1.9 करोड़ घोषित की थी. इसमें 16.3 लाख रुपए की चल संपत्ति और 1.7 करोड़ रुपए की अचल संपत्ति शामिल है. दलीप सिंह रावत पर कोई आपराधिक मामला नहीं है.

दलीप सिंह रावत लगातार तीसरी बार बने हैं विधायक: दलीप सिंह रावत लैंसडाउन विधानसभा सीट से लगातार तीसरी बार विधायक बने हैं. 2012 में दलीप सिंह रावत ने लेफ्टिनेंट जनरल रिटायर्ड तेजपाल सिंह रावत को हराया था. 2017 में दलीप सिंह रावत ने कांग्रेस के लेफ्टिनेंट जनरल रिटायर्ड तेजपाल सिंह रावत को हराया था. 2022 में दलीप सिंह रावत ने कांग्रेस प्रत्याशी और हरक सिंह रावत की बहू अनुकृति गुसाईं को शिकस्त दी थी.

कौन हैं अनुकृति गुसाईं: फेमिना मिस इंडिया ग्रैंड इंटरनेशनल रहीं अनुकृति गुसाईं बीजेपी सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री और अब कांग्रेस नेता डॉ. हरक सिंह रावत की बहू हैं. अनुकृति ने साल 2018 में हरक सिंह रावत के बेटे तुषित रावत से शादी की. अनुकृति गुसाईं पौड़ी जनपद के लैंसडाउन की मूल निवासी हैं. उन्होंने अपनी पढ़ाई लैंसडाउन और देहरादून से की है. अनुकृति एक सफल मॉडल और एक्ट्रेस भी हैं.

अनुकृति गुसाईं का जन्म उत्तराखंड राज्य के गढ़वाल प्रान्त में हुआ. अनुकृति के पिता का नाम उत्तम गुसाईं है और माता का नाम नर्वदा गुसाईं है, जो कि एक शिक्षिका हैं. अनुकृति तीन भाई बहनों में सबसे बड़ी बहन हैं. अनुकृति की प्रारंभिक शिक्षा आर्मी पब्लिक स्कूल (कक्षा 12 तक) लैंसडाउन में हुई है. बाद में बीटेक देहरादून इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी से किया. अपनी शिक्षा पूरी करके वह मुंबई चली गईं.

2013 में शुरू की थी मॉडलिंग: अनुकृति गुसाईं का मॉडलिंग करियर 2013 में शुरू हुआ जहां पर 'मिस इंडिया डेल्ही 2013' का खिताब जीता. बाद में इसी प्रतियोगिता में चौथे स्थान पर रहीं. इसके अगले वर्ष वह 'मिस इंडिया एशिया पैसिफिक-2014' प्रतियोगिता जीती और बाद में दक्षिण कोरिया में वह टॉप पांच में रहीं.
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अनुकृति गुसाईं को मिले पुरस्कार एवं सम्मान: अनुकृति गुसाईं को अनेक पुरस्कार और सम्मान भी मिले हैं. इनमें महात्मा गांधी सम्मान (अंतराष्ट्रीय स्तर पर योगदान के लिए) मिला. इसके साथ ही उत्तराखंड फिल्म अकादमी से अवॉर्ड (अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए) मिला.

राजनीति की पहली पारी में ही बोल्ड आउट हो गईं अनुकृति गुसाईं: 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले तब के बीजेपी सरकार के कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत की बीजेपी से खटपट हो गई. अति महत्वाकांक्षी हरक सिंह रावत खुद और अपनी बहू अनुकृति गुसाईं दोनों के लिए टिकट मांग रहे थे. बीजेपी सिर्फ एक टिकट देने को तैयार थी. हरक को ये सहन नहीं हुआ. उन्होंने बीजेपी छोड़ने का फैसला लिया. लेकिन उनके इरादे भांपते हुए बीजेपी ने पहले उन्हें सरकार से निकाला और फिर पार्टी से भी निष्कासित कर दिया. इससे हरक सिंह रावत की बड़ी फजीहत हुई थी. कांग्रेस ने उन्हें दिल्ली में कई दिन इंतजार कराने के बाद पार्टी में शामिल किया.

हरक चुनाव नहीं लड़े, बहू अनुकृति को लड़ाया चुनाव: BJP से अपमानित करके निकाले गए हरक सिंह रावत ने 2022 का विधानसभा चुनाव नहीं लड़ा. उन्होंने अपनी बहू अनुकृति गुसाईं का राजनीतिक डेब्यू कराया. अनुकृति गुसाईं लैंसडाउन विधानसभा सीट से चुनाव लड़ीं. अनुकृति गुसाईं अपनी राजनीतिक करियर की पहली ही पारी में शून्य पर क्लीन बोल्ड हो गईं. उन्हें बीजेपी के दलीप सिंह रावत ने 9868 वोटों के अंतर से हरा दिया.

Last Updated : Dec 19, 2022, 9:19 AM IST
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