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कोटद्वार : मेयर पर ठोस कार्रवाई न होने से नाराज शिकायतकर्ता

नगर निगम के चुनाव के दौरान मेयर प्रत्याशी हेमलता नेगी पर अतिक्रमण के आरोप लगे थे. जांच में उन पर लगे आरोप सही सिद्ध हो गए थे. हेमलता नेगी पर कोई कठोर कार्रवाई न होने पर शिकायतकर्ता ने सवाल खड़े किये हैं.

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मेयर पर गंभीर आरोप.
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Published : Feb 8, 2020, 4:47 PM IST

कोटद्वार : नगर पालिका के विस्तारीकरण के बाद नगर निगम के चुनाव के दौरान मेयर प्रत्याशी हेमलता नेगी पर अतिक्रमण के आरोप लगे थे. जांच में उन पर लगे आरोप सही सिद्ध हो गए थे. मामले में शिकायतकर्ता मुजीब नैथानी का कहना है कि सारी कार्रवाई के बाद भी मामले को लंबा खींचना भाजपा और कांग्रेस की मिली भगत है.

बता दें कि आरोपों के सिद्ध होने के बाद भी रिटर्निंग ऑफिसर के द्वारा अतिक्रमणकारी प्रत्याशी को चुनाव लड़ने की हरी झंडी दे दी गई थी. उसके बाद शिकायतकर्ताओं ने न्यायालय का दरवाजा खटखटाया. न्यायालय के आदेशों पर भी शासन के द्वारा जांच करवाई गई. जांच में यह साबित हुआ था कि वाकई कोटद्वार नगर क्षेत्र में मेयर प्रत्याशी हेमलता नेगी के द्वारा अतिक्रमण किया गया है.

मेयर पर गंभीर आरोप.

यह भी पढ़ें-छात्रवृत्ति घोटाले में एसआईटी की बड़ी कार्रवाई, अधिवक्ता समेत छह गिरफ्तार

वहीं, शिकायतकर्ता मुजीब नैथानी ने कहा कि अभी तो शासन को कार्रवाई करना बाकी है. उन्होंने कहा उन्होंने शुरू से ही इस बात की शिकायत की थी कि नगर निगम की जमीन पर मेयर का कब्जा है. शिकायतकर्ता ने कहा कि शासन की जांच में मेयर द्वारा अतिक्रमण की पुष्टि भी हो चुकी है. उन्होंने कहा कि शासन यह मान रहा है कि अतिक्रमण हटा लिया गया है. दो महीने से शासन के द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई. उन्होंने कहा कि मेयर हेमलता नेगी को अतिक्रमण का नोटिस भी दिया जा चुका है.

उन्होंने आरोप लगाया कि यह बीजेपी और कांग्रेस की मिलीभगत है कि वे यह नहीं चाहते कि मेयर को बर्खास्त किया जाए, इसलिए यह पूरे मामले को लंबा खींच रहे हैं. उन्होंने कहा कि पोखरी नगर पंचायत अध्यक्ष को तो बर्खास्त भी कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि सारी कार्रवाई के बाद भी मामले को लंबा खींचा जा रहा है.

कोटद्वार : नगर पालिका के विस्तारीकरण के बाद नगर निगम के चुनाव के दौरान मेयर प्रत्याशी हेमलता नेगी पर अतिक्रमण के आरोप लगे थे. जांच में उन पर लगे आरोप सही सिद्ध हो गए थे. मामले में शिकायतकर्ता मुजीब नैथानी का कहना है कि सारी कार्रवाई के बाद भी मामले को लंबा खींचना भाजपा और कांग्रेस की मिली भगत है.

बता दें कि आरोपों के सिद्ध होने के बाद भी रिटर्निंग ऑफिसर के द्वारा अतिक्रमणकारी प्रत्याशी को चुनाव लड़ने की हरी झंडी दे दी गई थी. उसके बाद शिकायतकर्ताओं ने न्यायालय का दरवाजा खटखटाया. न्यायालय के आदेशों पर भी शासन के द्वारा जांच करवाई गई. जांच में यह साबित हुआ था कि वाकई कोटद्वार नगर क्षेत्र में मेयर प्रत्याशी हेमलता नेगी के द्वारा अतिक्रमण किया गया है.

मेयर पर गंभीर आरोप.

यह भी पढ़ें-छात्रवृत्ति घोटाले में एसआईटी की बड़ी कार्रवाई, अधिवक्ता समेत छह गिरफ्तार

वहीं, शिकायतकर्ता मुजीब नैथानी ने कहा कि अभी तो शासन को कार्रवाई करना बाकी है. उन्होंने कहा उन्होंने शुरू से ही इस बात की शिकायत की थी कि नगर निगम की जमीन पर मेयर का कब्जा है. शिकायतकर्ता ने कहा कि शासन की जांच में मेयर द्वारा अतिक्रमण की पुष्टि भी हो चुकी है. उन्होंने कहा कि शासन यह मान रहा है कि अतिक्रमण हटा लिया गया है. दो महीने से शासन के द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई. उन्होंने कहा कि मेयर हेमलता नेगी को अतिक्रमण का नोटिस भी दिया जा चुका है.

उन्होंने आरोप लगाया कि यह बीजेपी और कांग्रेस की मिलीभगत है कि वे यह नहीं चाहते कि मेयर को बर्खास्त किया जाए, इसलिए यह पूरे मामले को लंबा खींच रहे हैं. उन्होंने कहा कि पोखरी नगर पंचायत अध्यक्ष को तो बर्खास्त भी कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि सारी कार्रवाई के बाद भी मामले को लंबा खींचा जा रहा है.

Intro:summary कोटद्वार नगर की पहली महिला मेयर हेमलता नेगी पर बर्खास्तगी की तलवार लटकती नजर आ रही है मेयर हेमलता नेगी पर नगर में नगर निगम की जमीन पर अतिक्रमण का आरोप चुनाव के दौरान लगे थे और अतिक्रमण होना साबित भी हो गया था, वही मुजीब नैथानी का कहना है कि शासन के द्वारा अभी तक अतिक्रमण कारी मेयर हेमलता नेगी पर कार्यवाही न करना भाजपा कांग्रेस की मिलीभगत को साबित करता है।

intro kotdwar कोटद्वार नगर पालिका के विस्तारीकरण के बाद कोटद्वार नगर निगम के चुनाव के दौरान मेयर प्रत्याशी हेमलता नेगी पर अतिक्रमण के आरोप लगे थे, जो कि जांच में सिद्ध भी हो गए थे, उसके बाद भी रिटर्निंग ऑफिसर के द्वारा अतिक्रमण कारी प्रत्याशी को चुनाव लड़ने की हरी झंडी दे दी गई थी , उसके बाद शिकायतकर्ताओ ने न्यायालय का दरवाजा खटखटाया, न्यायालय के आदेशों पर भी शासन के द्वारा जांच करवाई गई, जांच में भी यह साबित हुआ था कि वाकई कोटद्वार नगर क्षेत्र में मेयर प्रत्याशी हेमलता नेगी के द्वारा अतिक्रमण किया गया है, लेकिन तमाम जांचों के बाद भी आज तक कार्यवाही ना होना और पूरे मामले को लंबा खींचना कांग्रेस और भाजपा की मिलीभगत का होना माना जा रहा है।


Body:वीओ1- वही शिकायत कर्ता मुजीव मैथानी ने कहा कि अभी तो शासन को कार्रवाई करनी बाकी है, हमने तो शुरू से ही शिकायत की थी कि कोटद्वार नगर में मेहर हेमलता नेगी का नगर निगम की जमीन पर अतिक्रमण है और शासन की जांच के द्वारा पुष्टि भी हो चुका है, शासन अब इस अतिक्रमण को यह मान रहा है कि अतिक्रमण हटा दिया गया है, दो महीने से शासन के द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई, पहले मेयर हेमलता नेगी को अतिक्रमण का नोटिस भी दिया जा चुका है, यह बीजेपी और कांग्रेस की मिलीभगत है यह नहीं चाहते कि कोटद्वार में अतिक्रमण कारी मेयर को बर्खास्त किया जाय, इसलिए यह पूरे मामले को लंबा खींच रहे हैं, जबकि पोखरी नगर पंचायत अध्यक्ष को तो बर्खास्त भी कर दिया गया है यह सारी कार्यवाही के बाद भी मामले को लंबा खींचने का मतलब भाजपा और कांग्रेस की मिलीभगत है।

बाइट मुजीब नैथानी शिकायत कर्ता


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