कोटद्वार : नगर पालिका के विस्तारीकरण के बाद नगर निगम के चुनाव के दौरान मेयर प्रत्याशी हेमलता नेगी पर अतिक्रमण के आरोप लगे थे. जांच में उन पर लगे आरोप सही सिद्ध हो गए थे. मामले में शिकायतकर्ता मुजीब नैथानी का कहना है कि सारी कार्रवाई के बाद भी मामले को लंबा खींचना भाजपा और कांग्रेस की मिली भगत है.
बता दें कि आरोपों के सिद्ध होने के बाद भी रिटर्निंग ऑफिसर के द्वारा अतिक्रमणकारी प्रत्याशी को चुनाव लड़ने की हरी झंडी दे दी गई थी. उसके बाद शिकायतकर्ताओं ने न्यायालय का दरवाजा खटखटाया. न्यायालय के आदेशों पर भी शासन के द्वारा जांच करवाई गई. जांच में यह साबित हुआ था कि वाकई कोटद्वार नगर क्षेत्र में मेयर प्रत्याशी हेमलता नेगी के द्वारा अतिक्रमण किया गया है.
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वहीं, शिकायतकर्ता मुजीब नैथानी ने कहा कि अभी तो शासन को कार्रवाई करना बाकी है. उन्होंने कहा उन्होंने शुरू से ही इस बात की शिकायत की थी कि नगर निगम की जमीन पर मेयर का कब्जा है. शिकायतकर्ता ने कहा कि शासन की जांच में मेयर द्वारा अतिक्रमण की पुष्टि भी हो चुकी है. उन्होंने कहा कि शासन यह मान रहा है कि अतिक्रमण हटा लिया गया है. दो महीने से शासन के द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई. उन्होंने कहा कि मेयर हेमलता नेगी को अतिक्रमण का नोटिस भी दिया जा चुका है.
उन्होंने आरोप लगाया कि यह बीजेपी और कांग्रेस की मिलीभगत है कि वे यह नहीं चाहते कि मेयर को बर्खास्त किया जाए, इसलिए यह पूरे मामले को लंबा खींच रहे हैं. उन्होंने कहा कि पोखरी नगर पंचायत अध्यक्ष को तो बर्खास्त भी कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि सारी कार्रवाई के बाद भी मामले को लंबा खींचा जा रहा है.