श्रीनगर: विधानसभा के खिरसू में आयोजित पेयजल योजना के लोकार्पण समारोह में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत नहीं पहुच पाएं. यहां सीएम द्वारा 28 करोड की लागत से विविध योजनाओं का शुभारंभ होना था. जिसके बाद उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने ढिकालगांव पंपिग योजना सहित बासी होम स्टे का लोकार्पण किया. बताया गया कि मौसम खराब होने के चलते मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर उड़ान नहीं भर सका, जिसके चलते उन्होंने जनता से फोन के माध्यम से संपर्क साधा और खिर्सू न पहुंच पाने पर खेद जताया.
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने फोन के जरिए जनता को संबोधित करते हुए कहा कि इस पेयजल योजना से यहां की जनता को काफी लाभ मिलेगा. जल्द प्रदेश में अन्य जगहों पर भी बांसा होम स्टे खोले जाएंगे.वहीं, इस मौके पर उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने कहा की विधानसभा श्रीनगर के हर विद्यायल को चटाई मुक्त किया गया है. उन्होंने बताया की वे बालिकाओं की शादी के लिए 10 हजार की सहायता राशि दे रहे हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि जल्द ही सुमाड़ी में एनआईटी का निर्माण किया जाएगा. जिससे यहां के 200 लोगों के लिए रोजगार सृजित होगा.
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इस मौके पर कृषि विभाग की ओर से फार्म मशीनरी बैंक की स्थापना हेतु 2 कृषि समूहों को 80 प्रतिशत अनुदान पर 4 लाख के चेक दिए गए हैं. इसके साथ 10 बालिकाओं को कन्याधन योजना के तहत 50 50 हजार के चेक वितरित किये गए.बता दें कि इस पेयजल योजना से 27 ग्रामसभाओं के 73 राजस्व गांवों के 110 बस्तियों को पानी मिल सकेगा. योजना को बनाने में 27 करोड 57 लाख 69 हजार की धन राशि खर्च हुई है.