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SSB POP: श्रीनगर में देश को मिले 278 जांबाज, CM धामी ने ली परेड की सलामी

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Published : Apr 25, 2022, 10:19 AM IST

Updated : Apr 25, 2022, 3:52 PM IST

एसएसबी सीटीसी श्रीनगर में पासिंग आउट परेड में सीएम पुष्कर सिंह धामी ने शिरकत की. पासिंग आउट परेड के बाद एसएसबी को 278 जवान मिल गए हैं. सबसे ज्यादा 94 जवान बिहार से मिले हैं. यूपी से 74 और उत्तराखंड से 24 जवान पास आउट हुए हैं.

SSB CTC Center Srinaga
श्रीनगर में पासिंग आउट परेड

श्रीनगर: सशस्त्र सीमा बल के केंद्रीयकृत प्रशिक्षण केंद्र श्रीनगर में पासिंग आउट परेड संपन्न हो गई है. जिसमें मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की. उन्होंने परेड की सलामी ली. दीक्षांत समारोह से एसएसबी को 278 जवान मिल गए हैं. ये जवान अब भारत-नेपाल सीमा की निगहबानी करेंगे.

एसएसबी सीटीसी श्रीनगर (Sashastra Seema Bal Srinagar) में नव आरक्षियों के दीक्षांत समारोह में सीएम धामी, उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत और एसएसबी के आईजी रत्न संजय शामिल हुए. पासिंग आउट परेड के बाद एसएसबी को 278 रिक्रूट मिल गए हैं. जिसमें बिहार के 94, उत्तर प्रदेश के 74, मध्यप्रदेश के 44, उत्तराखंड के 24, राजस्थान के 21, जम्मू-कश्मीर के 20 और नई दिल्ली से 1 आरक्षी शामिल हैं. सभी प्रशिक्षुओं ने 44 हफ्ते की कठिन ट्रेनिंग पूरी कर आरक्षी के रूप में राष्ट्र रक्षा की दीक्षा ली.

ये भी पढ़ेंः SSB प्रशिक्षण केंद्र ग्वालदम में POP संपन्न, 506 जवानों ने ली शपथ

इस बैच में स्नातकोतर के 10, स्नातक के 201, इंटरमीडिएट के 62 और 5 प्रशिक्षु मैट्रिक पास हैं. आज आयोजित समारोह में ओवरऑल बेस्ट प्रशिक्षु का पुरस्कार सचिन सैनी को दिया गया. जबकि, आंतरिक प्रशिक्षण का पुरस्कार आरक्षी प्रशिक्षु (उत्तराखंड) शुभम तिवारी को दिया गया. परेड में कुल 6 टुकड़ियों ने भाग लिया. वहीं, परेड में एक एसएसबी बैंड दस्ते को भी शामिल किया गया था.

एसएसबी दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सशस्त्र सीमा बल को भारत-नेपाल एवं भारत-भूटान की उन संवेदनशील सीमाओं की रक्षा का दायित्व सौंपा गया है, जो खुली सीमाओं के रूप में हैं. साथ ही मित्रवत राष्ट्रों के मध्य मैत्रिक संधिओं के रिश्ते भी हैं. ऐसी संवेदनशील एवं खुली सीमाओं के मध्य बिना किसी विवाद के रक्षा करना जटिलतम कार्य है.

ये भी पढ़ेंः सेना के जवान आकाश भंडारी का फिरोजपुर में निधन, सैन्य सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार

उन्होंने कहा कि मुझे गर्व है कि एसएसबी (SSB) सीमा की सुरक्षा के साथ-साथ अन्य दायित्वों का निर्वहन पूरी तत्परता से कर रहा है. बीते सालों में सशस्त्र सीमा बल ने देश के विभिन्न राज्यों में हुए चुनावों को सुरक्षित व शांतिपूर्ण संपन्न करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. एसएसबी की ओर से प्रदेश के सीमांत क्षेत्रों में जनता के मध्य पैदा की गई सुरक्षा की भावना अत्यंत प्रशंसनीय है.

बता दें कि एसएसबी सीटीसी श्रीनगर की आधिकारिक रूप से स्थापना 1 जून 2017 को हुई थी. इस केंद्रीयकृत प्रशिक्षण केंद्र में अब तक कुल 70 कोर्सेज संपन्न करवाए जा चुके हैं. जिसमें 10 बेसिक कोर्स, 30 प्रमोशनल कोर्स, 17 इन सर्विस कोर्स और 13 प्रोफेशनल कोर्स शामिल हैं. इन कोर्सों के दौरान कुल 4,394 प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षित किया जा चुका है. आज पासआउट होने वाले इन 278 नव आरक्षियों को मिलाकर कुल 4,672 प्रशिक्षु अब तक एसएसबी में शामिल हो चुके हैं.

श्रीनगर: सशस्त्र सीमा बल के केंद्रीयकृत प्रशिक्षण केंद्र श्रीनगर में पासिंग आउट परेड संपन्न हो गई है. जिसमें मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की. उन्होंने परेड की सलामी ली. दीक्षांत समारोह से एसएसबी को 278 जवान मिल गए हैं. ये जवान अब भारत-नेपाल सीमा की निगहबानी करेंगे.

एसएसबी सीटीसी श्रीनगर (Sashastra Seema Bal Srinagar) में नव आरक्षियों के दीक्षांत समारोह में सीएम धामी, उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत और एसएसबी के आईजी रत्न संजय शामिल हुए. पासिंग आउट परेड के बाद एसएसबी को 278 रिक्रूट मिल गए हैं. जिसमें बिहार के 94, उत्तर प्रदेश के 74, मध्यप्रदेश के 44, उत्तराखंड के 24, राजस्थान के 21, जम्मू-कश्मीर के 20 और नई दिल्ली से 1 आरक्षी शामिल हैं. सभी प्रशिक्षुओं ने 44 हफ्ते की कठिन ट्रेनिंग पूरी कर आरक्षी के रूप में राष्ट्र रक्षा की दीक्षा ली.

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इस बैच में स्नातकोतर के 10, स्नातक के 201, इंटरमीडिएट के 62 और 5 प्रशिक्षु मैट्रिक पास हैं. आज आयोजित समारोह में ओवरऑल बेस्ट प्रशिक्षु का पुरस्कार सचिन सैनी को दिया गया. जबकि, आंतरिक प्रशिक्षण का पुरस्कार आरक्षी प्रशिक्षु (उत्तराखंड) शुभम तिवारी को दिया गया. परेड में कुल 6 टुकड़ियों ने भाग लिया. वहीं, परेड में एक एसएसबी बैंड दस्ते को भी शामिल किया गया था.

एसएसबी दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सशस्त्र सीमा बल को भारत-नेपाल एवं भारत-भूटान की उन संवेदनशील सीमाओं की रक्षा का दायित्व सौंपा गया है, जो खुली सीमाओं के रूप में हैं. साथ ही मित्रवत राष्ट्रों के मध्य मैत्रिक संधिओं के रिश्ते भी हैं. ऐसी संवेदनशील एवं खुली सीमाओं के मध्य बिना किसी विवाद के रक्षा करना जटिलतम कार्य है.

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उन्होंने कहा कि मुझे गर्व है कि एसएसबी (SSB) सीमा की सुरक्षा के साथ-साथ अन्य दायित्वों का निर्वहन पूरी तत्परता से कर रहा है. बीते सालों में सशस्त्र सीमा बल ने देश के विभिन्न राज्यों में हुए चुनावों को सुरक्षित व शांतिपूर्ण संपन्न करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. एसएसबी की ओर से प्रदेश के सीमांत क्षेत्रों में जनता के मध्य पैदा की गई सुरक्षा की भावना अत्यंत प्रशंसनीय है.

बता दें कि एसएसबी सीटीसी श्रीनगर की आधिकारिक रूप से स्थापना 1 जून 2017 को हुई थी. इस केंद्रीयकृत प्रशिक्षण केंद्र में अब तक कुल 70 कोर्सेज संपन्न करवाए जा चुके हैं. जिसमें 10 बेसिक कोर्स, 30 प्रमोशनल कोर्स, 17 इन सर्विस कोर्स और 13 प्रोफेशनल कोर्स शामिल हैं. इन कोर्सों के दौरान कुल 4,394 प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षित किया जा चुका है. आज पासआउट होने वाले इन 278 नव आरक्षियों को मिलाकर कुल 4,672 प्रशिक्षु अब तक एसएसबी में शामिल हो चुके हैं.

Last Updated : Apr 25, 2022, 3:52 PM IST
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