पौड़ीः उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सुरक्षा में तैनात कमांडो प्रमोद रावत का शव आज उनके पैतृक गांव अगरोड़ा लाया गया. जहां ज्वाल्पा देवी स्थित पैतृक घाट में दिवंगत प्रमोद रावत को सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी. इस मौके पर ग्रामीणों, परिजनों और पुलिस कर्मियों ने प्रमोद रावत को श्रद्धांजलि दी.
चचेरे भाई मुकेश और भतीजे अभय ने दी मुखाग्निः दिवंगत प्रमोद रावत की मौत के बाद उनके पिता मातबर सिंह ने देहरादून पहुंच कर सभी औपचारिकताएं पूरी की. उसके बाद बेटे के शव को लेकर अगरोड़ा गांव पहुंचे. प्रमोद रावत की चिता को मुखाग्नि उनके चचेरे भाई मुकेश रावत और भतीजा अभय रावत ने दी. इस घटना के बाद से ही उनके गांव का बाजार अगरोड़ा भी बंद रहा.
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AK 47 राइफल से लगी थी गोलीः गौर हो कि बीते गुरुवार यानी 1 जून को देहरादून में मुख्यमंत्री पुष्कर धामी की सुरक्षा में तैनात पुलिस कमांडो प्रमोद रावत की गोली चलने से मौत हो गई थी. कमांडो प्रमोद रावत के गर्दन में खुद की AK 47 राइफल से गोली लगने की बात रही जा रही है. इस घटना के बाद मुख्यमंत्री आवास में हड़कंप मच गया था. पुलिस इस मामले की आत्महत्या और एक्सीडेंटल डेथ के एंगल से जांच में जुटी है.
चार बहनों में इकलौते भाई थे प्रमोद रावतः वहीं, कमांडो प्रमोद रावत की मौत की सूचना मिलते ही स्वजन अगरोड़ा से देहरादून पहुंचे. शुक्रवार को ज्वाल्पा देवी स्थित उनके पैतृक घाट पर सैन्य सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी गई. बता दें कि दिवंगत प्रमोद रावत चार बहनों में इकलौते भाई थे. प्रमोद की इस तरह से मौत के बाद पिता मातबर सिंह, माता विजया देवी और उनकी पत्नी कविता देवी का रो रोकर बुरा हाल है.