श्रीनगरः महत्वाकांक्षी ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेलवे परियोजना का काम तेजी से जारी है. यह रेलवे लाइन ज्यादातर जगहों पर पहाड़ों के अंदर यानी की टनल से होकर गुजरेगी. ऐसे में ऋषिकेश से लेकर कर्णप्रयाग तक रेलवे 16 सुरंगों का निर्माण कर रहा है, लेकिन सुरंग निर्माण में विस्फोटकों के इस्तेमाल से आवासीय भवनों में दरारें पड़ रही है. जिसे लेकर लोगों में खासा आक्रोश है. वहीं, सीएम धामी दरारों की जांच कराने की बात कह रहे हैं.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का कहना है कि जिन जगह टनल निर्माण के कारण लोगों के भवनों में दरारें पड़ी है. उसकी जांच की जा रही है, लेकिन यह परियोजना महत्वाकांक्षी योजना है. जो विकास और पर्यटन की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है. इसलिए इस परियोजना का तय समय पर पूरा होना बेहद जरूरी है. उन्होंने कहा कि प्रभावितों की मांगों को लेकर भी सरकार ने संज्ञान लिया है और जल्द ही उचित कार्रवाई की जाएगी.
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वहीं, स्थानीय लोगों के घरों में आ रही दरारों के चलते लोग बहुत परेशान है. स्थानीय लोग इस संबंध में कई बार रेलवे विकास निगम का विरोध जता चुके हैं. लोगों का कहना है अगर जल्द उनके घरों की दरारों के संबंध में कोई ठोस फैसला नहीं लिया जाता तो उग्र आंदोलन किया जाएगा. लोगों का ये भी कहना है कि टनलों में हो रहे ब्लास्टिंग के कारण लोगों के घर हिल रहे हैं. बच्चे और बुर्जुग घरों में रहने से डर रहे हैं. जैसे ही रात होती है, जोर-जोर से ब्लास्ट होने से स्थानीय लोग सो नहीं पाते हैं.
स्थानीय लोगों को डर सता रहा है कि कहीं जोशीमठ जैसे हालात न पैदा हो जाए. जोशीमठ में दरार और भू-धंसाव के चलते लोगों को अपना घर छोड़ना पड़ रहा है. जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति और स्थानीय लोग आरोप लगा चुके हैं कि एनटीपीसी टनल में विस्फोट की वजह से जोशीमठ में दरार आई है. हालांकि, एनटीपीसी की मामले में सफाई आ चुकी है. साथ ही मामले की जांच जारी है.
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