कोटद्वार: शहर में ही नगर निगम स्वच्छ भारत अभियान को पलीता लगा रहा है. नगर निगम बनने के बाद भी कोटद्वार के लोग सफाई के लिए तरस रहे हैं. नगर निगम के कर्मचारियों की लापरवाही स्थानीय लोगों पर भारी पड़ रही है. मामला कोटद्वार के लकड़ी पड़ाव का है जहां लोगों के घरों के आगे की नालियां चोक हैं, जिससे गंदा पानी सड़कों पर बह रहा है, मगर नगर निगम है कि इस ओर ध्यान देने को तैयार नहीं है.
कोटद्वार के लकड़ी पड़ाव में इन दिनों गंदगी का अंबार लगा हुआ है. यहां नालियां चोक होने से गंदा पानी सड़कों पर यहां-वहां बह रहा है. जिसके कारण लोगों का जीना दुश्वार हो गया है. नगर निगम के कर्मचारी इस ध्यान देने की बजाय चैन की नींद सो रहे हैं.
पढ़ें- उत्तराखंडः अटल आयुष्मान योजना में सरकार ने किया बदलाव, कैबिनेट बैठक में 14 प्रस्तावों पर मुहर लगी
गंदगी से क्षेत्र में बीमारी फैलने का भय बना हुआ है. लोगों ने आरोप लगाया कि दो महीने से नगर निगम के कर्मचारी सफाई करने क्षेत्र में आए ही नहीं. स्थानीय निवासी समा का कहना है कि मोहल्ले में इतनी गंदगी हो गयी है कि घर से बाहर निकलना भी मुश्किल हो गया है. वहीं, दूसरी महिला सकीना का कहना है कि दो महीनों से गंदगी जहां-तहां फैली है, मगर नगर निगम इस ओर ध्यान देने को तैयार नहीं है.
पढ़ें- उत्तराखंडः अटल आयुष्मान योजना में सरकार ने किया बदलाव, कैबिनेट बैठक में 14 प्रस्तावों पर मुहर लगी
वहीं, मामले में सहायक नगर आयुक्त राजेश नैथानी का कहना है कि यह मामला उनके संज्ञान में नहीं है. अगर कहीं पर भी ऐसा कुछ पाया जाता है तो उसे ठीक करवाया जाएगा. उन्होंने कहा कि सफाई इंस्पेक्टर को भी इस तरह के मामलों में सख्त निर्देश देकर कार्रवाई करने के लिए कहा गया है.