कोटद्वार: लैंसडौन तहसील क्षेत्र की महिला उप राजस्व निरीक्षक और कानूनगो का घूस मांगने वाला ऑडियो इनदिनों सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. जिसमें आवेदक से हैसियत प्रमाण पत्र बनाने की एवज में पैसों की डिमांड की जा रही है. इतना ही पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत व पूर्व मुख्यमंत्री व सांसद पौड़ी गढ़वाल तीरथ सिंह रावत के खिलाफ महिला उप निरीक्षक अपशब्दों का इस्तेमाल सुनाई दे रही हैं. ऐसे में बीजेपी के रिखणीखाल मंडल के पदाधिकारियों ने तहसीलदार के माध्यम से मुख्यमंत्री और राज्यपाल के ज्ञापन भेजकर महिला उप निरीक्षक और कानूनगो को बर्खास्त करने की मांग की है.
क्या था मामला: जो ऑडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है, वह लैंसडाउन तहसील क्षेत्र अंतर्गत राजस्व क्षेत्र कौड़िया 4 की महिला राजस्व उप निरीक्षक का है. जो एक आवदेक से हैसियत प्रमाण पत्र बनाने की एवज में पैसों की डिमांड कर रही हैं. दरअसल, लैंसडाउन तहसील के जहरीखाल क्षेत्र में नीरज गर्ग अपने पुराने घर को रिनोवेट करके होम स्टे में तब्दील कर रहे हैं. जिसके लिए आवेदक को पर्यटन विभाग से लोन भी लेना है. ऐसे में नीरज गर्ग लैंसडाउन तहसील में हैसियत प्रमाण पत्र बनाने के लिए पहुंचे थे.
जहां महिला राजस्व उपनिरीक्षक उनसे मोबाइल कॉल पर पैसे के लेनदेन के बारे में बात कर रही हैं. वहीं, इस बातचीत के बीच महिला राजस्व उप निरीक्षक पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत और पूर्व सीएम तीरथ सिंह रावत के खिलाफ अपशब्दों का प्रयोग करते हुए आवेदक नीरज गर्ग को उनके साथ न रहने की सलाह भी दे रही हैं.
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ऐसे में भारतीय जनता रिखणीखाल मंडल अध्यक्ष राकेश देवरानी ने ज्ञापन देते हुए कहा कि उत्तराखंड राज्य बड़े संघर्षों के बाद मिला है. ऐसे में राज्य के कर्मचारी व अधिकारी देवतुल्य उत्तराखंड को छवि को दागदार कर रहे हैं. वह राज्यपाल व मुख्यमंत्री से मांग करते हैं कि तत्काल उप निरीक्षक व कानूनगो को बर्खास्त किया जाए. उक्त ऑडियो में राजस्व उपनिरीक्षक वंदना टम्टा ने पैसों के लेन-देन के साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और पूर्व मुख्यमंत्री व गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत को अभद्र भाषा का प्रयोग किया है.