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कोटद्वार नगर निगम की बैठक में भिड़े पार्षद और जेई, विकास कार्य नहीं होने से जनप्रतिनिधियों में आक्रोश - नगर निगम की बैठक

कोटद्वार नगर निगम की बोर्ड बैठक में वार्डों में विकास कार्यों को लेकर पार्षद और जेई आपस में भिड़ गये. इस दौरान दोनों के बीच जोरदार बहस देखने को मिली.

नगर निगम की बैठक में पार्षद अधिकारी आमने-सामने
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Published : Jun 16, 2019, 11:08 AM IST

Updated : Jun 16, 2019, 11:40 AM IST

कोटद्वार: नगर निगम की मासिक बैठक के दौरान नगर निगम के जेई व पार्षद विकास के मुद्दे को लेकर आमने-सामने आ गये हैं. बैठक में जेई और वार्ड नंबर 11 के पार्षद के बीच किसी बात को लेकर पहले तो गाली-गलौज हुई लेकिन कुछ ही देर में मामला इतना बढ़ गया कि हाथापाई तक पहुंच गया. यह तमाशा देखकर मेयर, नगर आयुक्त, सहायक नगर आयुक्त के सामने हुआ. इस दौरान किसी भी अधिकारी ने कुछ कहने की जहमत नहीं उठाई.

नगर निगम की बैठक में पार्षद अधिकारी आमने-सामने

बता दें, कोटद्वार नगर निगम की मासिक बैठक तीन महीने से आचार संहिता लगने की वजह से लंबित पड़ी थी. इतने लंबे समय बाद जब बैठक हुई तो पार्षद व कर्मचारियों ने सफाई व पेयजल जैसी समस्याओं से भटक कर आपस में लड़ना शुरू कर दिया.

पढ़ें- कैबिनेट मंत्री बनने के बाद बदरी विशाल के दर पर निशंक, कहा- मास्टर प्लान से करेंगे विकास

मेयर बोलीं- विकास कार्य नहीं होने से पार्षदों में गुस्सा
इस दौरान मेयर हेमलता नेगी ने कहा कि सभी को मर्यादा में रहते हुए बैठक में चर्चा करनी चाहिए और एक-दूसरे को रिस्पेक्ट देनी चाहिए. उन्होंने कहा कि वार्डों में विकास कार्य नहीं होने से पार्षद परेशान हैं. इसलिए उनका गुस्सा अधिकारियों पर निकल रहा है.

नगर निगम बनने के बाद पहली बार बैठक में पहुंचे हरक
नगर निगम बनने बाद पहली बार निगम की बैठक में पहुंचे वन मंत्री डॉ हरक सिंह रावत ने कहा कि उनकी सरकार ने नगर निगम बनाया है, इसके पीछे उनकी सरकार मकसद कोटद्वार को सुंदर और सुव्यस्थित बनाना है. इस मौके पर उन्होंने कूड़ा निस्तारण और सफाई की व्यवस्था बनाए रखने पर जोर दिया.

कोटद्वार: नगर निगम की मासिक बैठक के दौरान नगर निगम के जेई व पार्षद विकास के मुद्दे को लेकर आमने-सामने आ गये हैं. बैठक में जेई और वार्ड नंबर 11 के पार्षद के बीच किसी बात को लेकर पहले तो गाली-गलौज हुई लेकिन कुछ ही देर में मामला इतना बढ़ गया कि हाथापाई तक पहुंच गया. यह तमाशा देखकर मेयर, नगर आयुक्त, सहायक नगर आयुक्त के सामने हुआ. इस दौरान किसी भी अधिकारी ने कुछ कहने की जहमत नहीं उठाई.

नगर निगम की बैठक में पार्षद अधिकारी आमने-सामने

बता दें, कोटद्वार नगर निगम की मासिक बैठक तीन महीने से आचार संहिता लगने की वजह से लंबित पड़ी थी. इतने लंबे समय बाद जब बैठक हुई तो पार्षद व कर्मचारियों ने सफाई व पेयजल जैसी समस्याओं से भटक कर आपस में लड़ना शुरू कर दिया.

पढ़ें- कैबिनेट मंत्री बनने के बाद बदरी विशाल के दर पर निशंक, कहा- मास्टर प्लान से करेंगे विकास

मेयर बोलीं- विकास कार्य नहीं होने से पार्षदों में गुस्सा
इस दौरान मेयर हेमलता नेगी ने कहा कि सभी को मर्यादा में रहते हुए बैठक में चर्चा करनी चाहिए और एक-दूसरे को रिस्पेक्ट देनी चाहिए. उन्होंने कहा कि वार्डों में विकास कार्य नहीं होने से पार्षद परेशान हैं. इसलिए उनका गुस्सा अधिकारियों पर निकल रहा है.

नगर निगम बनने के बाद पहली बार बैठक में पहुंचे हरक
नगर निगम बनने बाद पहली बार निगम की बैठक में पहुंचे वन मंत्री डॉ हरक सिंह रावत ने कहा कि उनकी सरकार ने नगर निगम बनाया है, इसके पीछे उनकी सरकार मकसद कोटद्वार को सुंदर और सुव्यस्थित बनाना है. इस मौके पर उन्होंने कूड़ा निस्तारण और सफाई की व्यवस्था बनाए रखने पर जोर दिया.

Intro:sumary कोटद्वार नगर निगम में भाजपा कांग्रेस पार्षदों की आपसी खींचातानी में नगर निगम का विकास लटका

intaro कोटद्वार नगर निगम की मासिक बैठक के दौरान नगर निगम के जेई व पार्षद हुए आमने-सामने, नगर निगम के विकास के मुद्दों से भटक कर नगर निगम के जेई और वार्ड नंबर 11 के पार्षद ने की गाली-गलौज, मामला हाथापाई तक पहुंच गया था किसी तरह अन्य पार्षदों ने बीच-बचाव किया, नगर निगम की बैठक आगे बढ़ी यह सब तमाशा नगर निगम की मेयर और नगर आयुक्त, सहायक नगर आयुक्त के समक्ष हुवा, पार्षद जेई की गाली गलौच और आपसी लड़ाई के बीच किसी भी अधिकारी ने कुछ कहने की जहमत नहीं समझी। उसके बाद कोटद्वार विधायक व वन मंत्री डॉ हरक सिंह रावत जी बोर्ड बैठक में पहुंचे


Body:वीओ1- बता दें कि कोटद्वार नगर निगम की मासिक बैठक लोकसभा चुनाव के आचार संहिता लगने के बाद से लंबित पड़ी थी 3 महीने के बाद नगर निगम की मासिक बैठक नगर निगम के सभागार में हुई, बैठक के दौरान नगर निगम के पार्षद व कर्मचारी नगर निगम के सफाई व्यवस्था पेयजल व्यवस्था अन्य समस्याओं से भटक कर आपस में लड़ना शुरू कर दिया मामला गाली-गलौज और हाथापाई तक पहुंच गया किसी तरह अन्य पार्षदों ने बीच-बचाव कर नगर निगम की मासिक बैठक को आगे बढ़ा है तब जाकर नगर निगम की बैठक में नगर निगम के विकास के मुद्दों और आय के संसाधनों पर बात हुई इस दौरान पार्षदों के द्वारा वहीं छह महा पुराने मुद्दों को बार-बार दोहराने से बैठक में व्यवधान होता रहा नगर निगम में नगर आयुक्त से लेकर मेयर तक किसी भी बिंदु पर निर्णय नहीं ले सके। बैठक में डोर टू डोर कूड़ा उठाने के लिए वाहनों के क्रय करने के संबंध में बात हुई तो पार्षदों ने इसका पुरजोर विरोध किया और कहा कि कूड़ा उठाने के लिए वहां न लेकर सफाई कर्मचारियों की संख्या बढ़ाई जाए तो कई पार्षदों ने सफाई कर्मचारी बढ़ाने का भी विरोध किया,


वीओ2- वहीं नगर निगम की मेयर हेमलता नेगी ने कहा कि नगर निगम की बैठक में चर्चाएं तो काफी बिंदुओं पर भी पर लेकिन सभी 6 महीने पूर्व की थी उन्हीं पर बार-बार चर्चाएं होती आ रही है उन्हीं बिंदु पर आज भी विचार हुआ है बैठक के दौरान पार्षदों और जेई के बीच हुई गाली गलौज के संबंध में कहा कि सभी को मर्यादा में रहते हुए बैठक में वार्तालाप करना चाहिए एक दूसरे को रिस्पेक्ट देना चाहिए यह जो गाली गलौज और मारपीट तक की नौबत आई यह पार्षदों का गुस्सा था क्योंकि वह अपने वार्डों में विकास कार्य न होने से परेशान हैं और उनको अपना गुस्सा जाहिर करने व अधिकारियों से वार्तालाप करने का एकमात्र बोर्ड बैठक है नगर क्षेत्र में विकास कार्य तो कहीं दिख नहीं रहे हैं निगम के दो ही कार्यों पर विशेष फोकस रहते हैं बाकी तो क्षेत्र में विधायक और मंत्री करते ही रहते हैं

बाइट हेमलता नेगी मेयर नगर निगम

वीओ3- वहीं कोटद्वार विधायक व सूबे के वन मंत्री डॉ हरक सिंह रावत ने कहा कि नगर निगम बनने के बाद क्षेत्र के विधायक की हैसियत के रूप में नगर निगम की पहली बैठक में मैंने भाग लिया है हमारी सरकार ने कोटद्वार को नगर निगम बनाया, इसके पीछे हमारा मकसद कोटद्वार का जो आने वाला भविष्य है अच्छे पार्क हो, अच्छी सड़कें, शिविर की व्यवस्थाओं इसलिए हमने कोटद्वार को नगर निगम बनाया है आज मैंने नगर निगम की बैठक में भाग लेकर सभी पार्षदों से नगर निगम से अनुरोध किया कि नगर निगम को कैसे स्वच्छ रखा जाए कूड़ा निस्तारण की व्यवस्था कैसे की जाए विशेष तौर पर जो ग्रामीण क्षेत्र नगर निगम में शामिल हुआ है उनको यह महसूस ना हो कि पहले से हम नगर निगम में जुड़ने के बाद अंधेरे में रहते हैं यह सफाई व्यवस्था नहीं होती पानी की व्यवस्था नहीं होती इन सारी बातों पर ध्यान देने के लिए मैंने आज बैठक में भाग लिया
बाइट हरक सिंह रावत वन वन मंत्री



Conclusion:
Last Updated : Jun 16, 2019, 11:40 AM IST
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