कोटद्वार: नगर निगम की मासिक बैठक के दौरान नगर निगम के जेई व पार्षद विकास के मुद्दे को लेकर आमने-सामने आ गये हैं. बैठक में जेई और वार्ड नंबर 11 के पार्षद के बीच किसी बात को लेकर पहले तो गाली-गलौज हुई लेकिन कुछ ही देर में मामला इतना बढ़ गया कि हाथापाई तक पहुंच गया. यह तमाशा देखकर मेयर, नगर आयुक्त, सहायक नगर आयुक्त के सामने हुआ. इस दौरान किसी भी अधिकारी ने कुछ कहने की जहमत नहीं उठाई.
बता दें, कोटद्वार नगर निगम की मासिक बैठक तीन महीने से आचार संहिता लगने की वजह से लंबित पड़ी थी. इतने लंबे समय बाद जब बैठक हुई तो पार्षद व कर्मचारियों ने सफाई व पेयजल जैसी समस्याओं से भटक कर आपस में लड़ना शुरू कर दिया.
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मेयर बोलीं- विकास कार्य नहीं होने से पार्षदों में गुस्सा
इस दौरान मेयर हेमलता नेगी ने कहा कि सभी को मर्यादा में रहते हुए बैठक में चर्चा करनी चाहिए और एक-दूसरे को रिस्पेक्ट देनी चाहिए. उन्होंने कहा कि वार्डों में विकास कार्य नहीं होने से पार्षद परेशान हैं. इसलिए उनका गुस्सा अधिकारियों पर निकल रहा है.
नगर निगम बनने के बाद पहली बार बैठक में पहुंचे हरक
नगर निगम बनने बाद पहली बार निगम की बैठक में पहुंचे वन मंत्री डॉ हरक सिंह रावत ने कहा कि उनकी सरकार ने नगर निगम बनाया है, इसके पीछे उनकी सरकार मकसद कोटद्वार को सुंदर और सुव्यस्थित बनाना है. इस मौके पर उन्होंने कूड़ा निस्तारण और सफाई की व्यवस्था बनाए रखने पर जोर दिया.