पौड़ी: हेमवती नंदन बहुगुणा विश्वविद्यालय के पौड़ी परिसर में नए टेंडर प्रक्रिया के बाद सालों से काम कर रहे सुरक्षाकर्मियों व कर्मचारियों को नौकरी पर नहीं रखा गया है. जिसके चलते कर्मियों के समक्ष आर्थिक संकट खड़ा हो गया है. वहीं मंगलवार को सभी कर्मचारियों ने प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत से मुलाकात कर उन्हें यथावत नौकरी में रखने की बात कही. धन सिंह रावत ने कहा कि किसी भी कर्मचारी के साथ अन्याय नहीं होगा और जल्द ही सभी को उनके पदों पर तैनात किया जाएगा.
बता दें कि परिसर में लंबे समय से सेवाएं दे रहे कर्मचारियों की सेवाएं नए टेंडर प्रक्रिया के बाद समाप्त कर दी गई थी. जिसके बाद कर्मचारियों ने परिसर में धरना प्रदर्शन कर उन्हें यथावत परिसर में तैनाती करने की मांग की थी. मामले को लेकर आदर्श आचार संहिता में जारी किए गए टेंडर को जिलाधिकारी ने निरस्त कर दिया गया था. लेकिन विश्वविद्यालय की ओर से इन कर्मचारियों को उनके पदों पर नहीं रखा गया. जिसके चलते सभी कर्मचारियों ने प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री से मुलाकात की और पूर्व की भांति पौड़ी परिसर में तैनाती कराने की गुजारिश की.
कर्मचारी सुनीता थपलियाल ने बताया कि कर्मचारी विगत कई सालों से परिसर में अपनी सेवाएं दे रहे हैं लेकिन नए टेंडर के बाद विश्वविद्यालय की ओर से उनकी सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं. जिसके चलते उनके समक्ष आर्थिक संकट पैदा हो गया है. उन्होंने कहा कि इसी नौकरी के भरोसे वह अपने परिवार और अपने बच्चों की शिक्षा दीक्षा करवा रहे थे. लेकिन नौकरी से निकालने जाने के बाद से उनके बच्चों के भविष्य को लेकर वो काफी चिंतित हैं.
वहीं उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने सभी कर्मचारियों को आश्वासन दिया है कि जल्द ही उन्हें पूर्व की भांति पौड़ी परिसर में ही कार्य करने का मौका दिया जाएगा. जिसके लिए वे मानव संसाधन विकास मंत्रालय तक कर्मचारियों की बात रखेंगे और आश्वासन दिलाया कि किसी भी कर्मचारी के साथ अन्याय नहीं होगा.