ETV Bharat / state

अंकिता भंडारी हत्याकांड: एक साल बाद भी नहीं मिला 'न्याय', परिजनों ने 'सिस्टम' पर उठाये सवाल - अंकिता भंडारी

अंकिता भंडारी हत्याकांड को एक साल पूरा हो चुका है. 18 सितंबर 2022 को ही अंकिता भंडारी की वनंत्रा रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य ने अपने दो साथियों के साथ उसकी हत्या कर दी थी. एक साल बीत जाने के बाद भी अंकिता के माता-पिता उसे याद कर रोने लगते हैं.

Ankita Bhandari
अंकिता भंडारी
author img

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Sep 17, 2023, 7:25 PM IST

Updated : Sep 17, 2023, 8:44 PM IST

एक साल बाद भी नहीं रुक रहे अंकिता के माता-पिता के आंसू.

पौड़ीः अंकिता भंडारी प्रकरण को एक साल हो चुका है. अंकिता हत्याकांड के एक साल बाद भी उसके माता-पिता के आंखों में आंसू हैं. अंकिता के माता-पिता आज भी बेटी खोने के दर्द से जूझ रहे हैं. एक साल होने बाद भी अंकिता के माता-पिता अपनी लाडली को याद कर आज भी फफक-फफक कर रो पड़ते हैं. अंकिता के माता-पिता की आंखें अब केवल न्याय मिलने की राह देख रही हैं.

किसे पता था कि पढ़ा-लिखाकर जिस बेटी को समाज में जीने लायक बनाया, उसी समाज ने उसे मौत के घाट उतार दिया. यह कहना है कि दिवंगत अंकिता के पिता वीरेंद्र भंडारी का. इकलौती बेटी को याद कर आज भी पिता की आंखें नम हो जाती हैं. करीब एक साल पहले पौड़ी जिले के डोभ श्रीकोट निवासी वीरेंद्र भंडारी की इकलौती बेटी अंकिता यमकेश्वर के वनंत्रा रिजॉर्ट से गुम हो गई थी. पिता वीरेंद्र भंडारी ने बताया कि लाडली बेटी को खो देने का गम आज तक उनको सता रहा है. लाडली के साथ ऐसा हादसा होगा, इस बात को याद करके भी रूह कांप जाती है.
ये भी पढ़ेंः अंकिता भंडारी के नाम से जाना जाएगा डोभ श्रीकोट नर्सिंग कॉलेज, सीएम धामी ने की घोषणा

सिस्टम का नहीं मिला साथ: दिवंगत अंकिता के पिता वीरेंद्र भंडारी बताते हैं कि बेटी को खो जाने का गम तो जीवन भर रहेगा, लेकिन सिस्टम का उन्हें साथ नहीं मिला. कहा कि सरकार ने अंकिता के गांव तक सड़क पहुंचाने व बेटे को सरकारी नौकरी देने का भी भरोसा दिया था. लेकिन एक साल होने को है. ये दोनों ही बातें आज तक पूरी नहीं हुई. सरकार ने डोभ श्रीकोट के नर्सिंग कॉलेज का नाम बेटी के नाम पर रखने का निणर्य तो लिया है. लेकिन आज तक भी ग्रामीणों को डोभ श्रीकोट से उनके घर तक करीब 3 किमी सड़क का इंतजार है.

धामी सरकार ने परिवार को दिया साथ का भरोसा: बता दें बीते रोज ही सीएम धामी ने श्रीनगर के श्रीकोट स्थित राजकीय नर्सिंग कॉलेज डोभ का नाम बदलकर अंकिता भंडारी राजकीय नर्सिंग कॉलेज करने की घोषणा की. इस दौरान सीएम धामी ने कहा हम अंकिता के परिवार के साथ खड़े हैं. राज्य की हर बेटी का सम्मान और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. अंकिता हत्याकांड में धामी सरकार मुआवजे का ऐलान किया. आरोपियों की तुरंत गिरफ्तारी करवाई. इसके साथ परिवार को भी हर संभव मदद का भरोसा दिया, मगर परिवार अंकिता हत्याकांड की धीमी गति से हो रही जांच, सुनवाई, वीवीआईपी के नाम के खुलासे की मांग पर अड़ा है

कांग्रेस करेगी कैंडल मार्च: वहीं कांग्रेस ने दिवंगत अंकिता प्रकरण के एक साल पूरे होने पर न्याय यात्रा और श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया है. कांग्रेस जिलाध्यक्ष विनोद नेगी ने कहा कि पौड़ी की बेटी अंकिता की आत्मा की शांति के लिए कांग्रेस की ओर से कैंडल यात्रा निकाली जाएगी, जो कि पूरे शहर में आयोजित की जाएगी. उन्होंने इसमें सभी शहरवासियों से शामिल होने की अपील की है.

एक साल बाद भी नहीं रुक रहे अंकिता के माता-पिता के आंसू.

पौड़ीः अंकिता भंडारी प्रकरण को एक साल हो चुका है. अंकिता हत्याकांड के एक साल बाद भी उसके माता-पिता के आंखों में आंसू हैं. अंकिता के माता-पिता आज भी बेटी खोने के दर्द से जूझ रहे हैं. एक साल होने बाद भी अंकिता के माता-पिता अपनी लाडली को याद कर आज भी फफक-फफक कर रो पड़ते हैं. अंकिता के माता-पिता की आंखें अब केवल न्याय मिलने की राह देख रही हैं.

किसे पता था कि पढ़ा-लिखाकर जिस बेटी को समाज में जीने लायक बनाया, उसी समाज ने उसे मौत के घाट उतार दिया. यह कहना है कि दिवंगत अंकिता के पिता वीरेंद्र भंडारी का. इकलौती बेटी को याद कर आज भी पिता की आंखें नम हो जाती हैं. करीब एक साल पहले पौड़ी जिले के डोभ श्रीकोट निवासी वीरेंद्र भंडारी की इकलौती बेटी अंकिता यमकेश्वर के वनंत्रा रिजॉर्ट से गुम हो गई थी. पिता वीरेंद्र भंडारी ने बताया कि लाडली बेटी को खो देने का गम आज तक उनको सता रहा है. लाडली के साथ ऐसा हादसा होगा, इस बात को याद करके भी रूह कांप जाती है.
ये भी पढ़ेंः अंकिता भंडारी के नाम से जाना जाएगा डोभ श्रीकोट नर्सिंग कॉलेज, सीएम धामी ने की घोषणा

सिस्टम का नहीं मिला साथ: दिवंगत अंकिता के पिता वीरेंद्र भंडारी बताते हैं कि बेटी को खो जाने का गम तो जीवन भर रहेगा, लेकिन सिस्टम का उन्हें साथ नहीं मिला. कहा कि सरकार ने अंकिता के गांव तक सड़क पहुंचाने व बेटे को सरकारी नौकरी देने का भी भरोसा दिया था. लेकिन एक साल होने को है. ये दोनों ही बातें आज तक पूरी नहीं हुई. सरकार ने डोभ श्रीकोट के नर्सिंग कॉलेज का नाम बेटी के नाम पर रखने का निणर्य तो लिया है. लेकिन आज तक भी ग्रामीणों को डोभ श्रीकोट से उनके घर तक करीब 3 किमी सड़क का इंतजार है.

धामी सरकार ने परिवार को दिया साथ का भरोसा: बता दें बीते रोज ही सीएम धामी ने श्रीनगर के श्रीकोट स्थित राजकीय नर्सिंग कॉलेज डोभ का नाम बदलकर अंकिता भंडारी राजकीय नर्सिंग कॉलेज करने की घोषणा की. इस दौरान सीएम धामी ने कहा हम अंकिता के परिवार के साथ खड़े हैं. राज्य की हर बेटी का सम्मान और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. अंकिता हत्याकांड में धामी सरकार मुआवजे का ऐलान किया. आरोपियों की तुरंत गिरफ्तारी करवाई. इसके साथ परिवार को भी हर संभव मदद का भरोसा दिया, मगर परिवार अंकिता हत्याकांड की धीमी गति से हो रही जांच, सुनवाई, वीवीआईपी के नाम के खुलासे की मांग पर अड़ा है

कांग्रेस करेगी कैंडल मार्च: वहीं कांग्रेस ने दिवंगत अंकिता प्रकरण के एक साल पूरे होने पर न्याय यात्रा और श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया है. कांग्रेस जिलाध्यक्ष विनोद नेगी ने कहा कि पौड़ी की बेटी अंकिता की आत्मा की शांति के लिए कांग्रेस की ओर से कैंडल यात्रा निकाली जाएगी, जो कि पूरे शहर में आयोजित की जाएगी. उन्होंने इसमें सभी शहरवासियों से शामिल होने की अपील की है.

Last Updated : Sep 17, 2023, 8:44 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.