पौड़ी: लैंसडाउन तहसील क्षेत्र में फूलणसैण-सिला और बरस्वार-चुंडाई मोटर मार्ग के निर्माण के दौरान हुए अवैध खनन का मामला 2 महीने से ठंडे बस्ते में पड़ा है. अभी तक राजस्व विभाग ने कार्यदाई संस्था के ठेकेदार पर जुर्माना तक तय नहीं किया है.
पढ़ें- लापरवाही की हद: महिला के बाएं पैर में थी गांठ, डॉक्टरों ने दाएं पैर का कर दिया ऑपरेशन
बता दें कि जयहरीखाल ब्लॉक के फूलणसैंण-सिला और बरस्वार-चुंडाई में मोटर मार्ग के निर्माण के दौरान कार्यदायी संस्था के ठेकेदार ने अवैध खनन किया था. ग्रामीणों ने इसकी शिकायत जिला प्रशासन से की थी. ग्रामीणों ने प्रशासन को दी अपनी शिकायत में कहा था कि अवैध खनन की वजह से डाबरी गांव भूस्खलन की जद में आ गया है.
ग्रामीणों की शिकायत पर लैंसडाउन की उप जिलाधिकारी अपर्णा ढौंडियाल ने राजस्व विभाग को स्थलीय निरीक्षण करने के बाद जांच रिपोर्ट देने की कहा था. तब तहसीलदार के नेतृत्व में राजस्व विभाग की टीम ने स्थलीय निरीक्षण किया था. जांच में पाया गया कि सड़क निर्माण के दौरान ठेकेदार ने 2400 घनमीटर का अवैध खनन किया था. जिसकी रिपोर्ट बनाकर उच्चधिकारियों को भेजी गई थी, लेकिन 2 महीने का समय बीत जाने के बाद भी राजस्व विभाग की और से ठेकेदार के ऊपर अभीतक कोई कार्रवाई नहीं की गई.
पढ़ें- अचानक से बिजली के पोल में लगी आग, घंटों मची रही अफरा-तफरी
इस मामले पर उप जिलाधिकारी अपर्णा ढौंडियाल का कहना है कि अवैध खनन की रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेज दी गई थी. अभी कुछ रिपोर्ट आनी बाकी है. जुर्माने के संबंध में जिलाधिकारी कार्यालय से अभी कोई आदेश प्राप्त नहीं हुआ है. जैसे ही कोई आदेश प्राप्त होता है कार्यदाई संस्था के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.