ETV Bharat / state

पौड़ी: फर्जी दस्तावेज से हासिल की थी सरकारी नौकरी, अब खानी पड़ी जेल की हवा

यमकेश्वर ब्लॉक के राजकीय इंटर कॉलेज हिराखाल में शिक्षक नंद किशोर ने फर्जी प्रमाण-पत्र के बूते नौकरी हासिल की थी. जिसके बाद शिकायत पर मामले की जांच की गई. जांच में आरोप सही पाए जाने के बाद आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया गया है.

फर्जी दस्तावेज से नौकरी पाने वाला शिक्षक गया जेल
author img

By

Published : Aug 28, 2019, 10:12 PM IST

पौड़ी: फर्जी प्रमाणपत्रों के सहारे नौकरी पाने वाले शिक्षक पर गाज गिरी है. मामला यमकेश्वर ब्लॉक के राजकीय इंटर कॉलेज हिराखाल का है. जहां साल 2014 में नंद किशोर ने मृतक आश्रित के रूप में व्यायाम शिक्षक की नौकरी पाने के लिए फर्जी प्रमाण पत्रों का सहारा लिया था. ये मामला जब जिला शिक्षा विभाग में पहुंचा तो मामले से पर्दा उठ गया. नंद किशोर के खिलाफ मुकदमा दर्जकर उसे जेल भेज दिया गया है.

फर्जी दस्तावेज से नौकरी पाने वाला शिक्षक गया जेल

पढ़ें:आज ही के दिन पूनम की हुई थी बेरहमी से हत्या, सालभर से इंसाफ की आस में परिवार

बता दें कि प्रमाण पत्र के अनुसार उनकी मां की आय मात्र 6 हजार है और वह किसी भी सरकारी सेवा में नहीं है. जांच में सामने आया कि आरोपी की मां सहायक अध्यापक के रूप में कार्यरत है और उनकी मासिक आय और पति की पेंशन मिलाकर करीब 80,000 है.

शिक्षा विभाग के अपर महानिदेशक महावीर सिंह ने बताया कि शिक्षक ने साल 2014 में अपने पिता की मृत्यु के बाद मृत आश्रित के रूप में राजकीय इंटर कॉलेज हिराखाल में व्यायाम शिक्षक के पद पर काम करना शुरू किया था. कुछ समय पहले उसके खिलाफ फर्जी प्रमाणपत्र लगाकर नौकरी हासिल करने की शिकायत आई थी. लंबे समय तक विभाग की ओर से जांच करने के बाद यह साफ हो गया है की नंद किशोर ने फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल किया था. आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज उसे जेल भेज दिया गया है.

पौड़ी: फर्जी प्रमाणपत्रों के सहारे नौकरी पाने वाले शिक्षक पर गाज गिरी है. मामला यमकेश्वर ब्लॉक के राजकीय इंटर कॉलेज हिराखाल का है. जहां साल 2014 में नंद किशोर ने मृतक आश्रित के रूप में व्यायाम शिक्षक की नौकरी पाने के लिए फर्जी प्रमाण पत्रों का सहारा लिया था. ये मामला जब जिला शिक्षा विभाग में पहुंचा तो मामले से पर्दा उठ गया. नंद किशोर के खिलाफ मुकदमा दर्जकर उसे जेल भेज दिया गया है.

फर्जी दस्तावेज से नौकरी पाने वाला शिक्षक गया जेल

पढ़ें:आज ही के दिन पूनम की हुई थी बेरहमी से हत्या, सालभर से इंसाफ की आस में परिवार

बता दें कि प्रमाण पत्र के अनुसार उनकी मां की आय मात्र 6 हजार है और वह किसी भी सरकारी सेवा में नहीं है. जांच में सामने आया कि आरोपी की मां सहायक अध्यापक के रूप में कार्यरत है और उनकी मासिक आय और पति की पेंशन मिलाकर करीब 80,000 है.

शिक्षा विभाग के अपर महानिदेशक महावीर सिंह ने बताया कि शिक्षक ने साल 2014 में अपने पिता की मृत्यु के बाद मृत आश्रित के रूप में राजकीय इंटर कॉलेज हिराखाल में व्यायाम शिक्षक के पद पर काम करना शुरू किया था. कुछ समय पहले उसके खिलाफ फर्जी प्रमाणपत्र लगाकर नौकरी हासिल करने की शिकायत आई थी. लंबे समय तक विभाग की ओर से जांच करने के बाद यह साफ हो गया है की नंद किशोर ने फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल किया था. आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज उसे जेल भेज दिया गया है.

Intro:पौड़ी के यंमकेश्वर ब्लॉक के राजकीय इंटर कालेज हिराखाल में व्यायाम शिक्षक ने मृतक आश्रित के रूप में नौकरी पाने के लिए फर्जी प्रमाण पत्रों का सहारा लिया था। शिक्षक के खिलाफ मिली शिकायत के बाद शिक्षा विभाग पौड़ी की ओर से जांच की गई जांच में साफ हो गया था कि शिक्षक नंद किशोर ने अपने पिता की नौकरी पाने के लिए अपनी माता की ओर से फर्जी प्रमाण पत्र बनाकर यह दर्शाया की उनकी माता की आय मात्र 6 हजार है और वह किसी भी सरकारी सेवा में नहीं है। वही जांच के बाद शिक्षक के खिलाफ 5 धाराओं में मुकदमा दर्ज करके जेल भेज दिया गया है।



Body:वही अपर महानिदेशक शिक्षा विभाग महावीर सिंह ने बताया कि शिक्षक ने साल 2014 में अपने पिता के की मृतु के बाद मृत आश्रित के रूप में कार्य करना शुरू किया। कुछ समय पूर्व शिकायतकर्ता की ओर से शिकायत की गई थी कि राजकीय इंटर कॉलेज हिराखाल में व्यायाम शिक्षक के रूप में तैनात शिक्षक ने फर्जी प्रमाणपत्र लगाकर नौकरी हासिल की है लंबे समय तक विभाग की ओर से जांच करने के बाद यह निकल कर आया कि शिक्षक की ओर से मृतक आश्रित के रूप में नौकरी लगने के दौरान जो प्रणाम पत्र जमा किया गया था कि उनकी माता किसी भी सरकारी नौकरी में नहीं है और उनकी आय मात्र 6000 रुपये है। जांच के बाद निकल कर आया कि उनकी माता सहायक अध्यापक के रूप में कार्यरत है और उनकी मासिक आय और पति की पेंशन मिलाकर करीब 80000 है जांच में फर्जी प्रमाण पत्र की पुष्टि होने के बाद शिक्षक के खलाफ़ 5 धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया है।
बाईट-महावीर सिंह बिष्ट(अपर महानिदेशक शिक्षा)


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.